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Tag: कविता
96 posts
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
कवि दीपक बवेजा
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
उसको उसके घर उतारूंगा
उसको उसके घर उतारूंगा
कवि दीपक बवेजा
यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है
यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है
कवि दीपक बवेजा
अपना भी नहीं बनाया उसने
अपना भी नहीं बनाया उसने
कवि दीपक बवेजा
एक उड़ती चिड़िया बोली
एक उड़ती चिड़िया बोली
कवि दीपक बवेजा
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
कवि दीपक बवेजा
रेत पर मकान बना ही नही
रेत पर मकान बना ही नही
कवि दीपक बवेजा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं
कवि दीपक बवेजा
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
कवि दीपक बवेजा
अंतरिक्ष के चले सितारे
अंतरिक्ष के चले सितारे
कवि दीपक बवेजा
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है
कवि दीपक बवेजा
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
कवि दीपक बवेजा
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा
कवि दीपक बवेजा
दिये को रोशननाने में रात लग गई
दिये को रोशननाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
रेत पर मकान बना ही नही
रेत पर मकान बना ही नही
कवि दीपक बवेजा
हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है.
हाथों से कुछ कुछ रिसक रहा है.
कवि दीपक बवेजा
पत्थर को भगवान बना देते हैं
पत्थर को भगवान बना देते हैं
कवि दीपक बवेजा
कुछ कर चले ढलने से पहले
कुछ कर चले ढलने से पहले
कवि दीपक बवेजा
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
कवि दीपक बवेजा
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
कवि दीपक बवेजा
एक उड़ती चिड़िया बोली
एक उड़ती चिड़िया बोली
कवि दीपक बवेजा
लौट के आना होगा तो सबसे पहले तुझसे मिलेंगे और जी भर के मिलें
लौट के आना होगा तो सबसे पहले तुझसे मिलेंगे और जी भर के मिलें
कवि दीपक बवेजा
मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है
मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है
कवि दीपक बवेजा
जिंदगी तुम्हें पुकार रही है
जिंदगी तुम्हें पुकार रही है
कवि दीपक बवेजा
अपना भी नहीं बनाया उसने
अपना भी नहीं बनाया उसने
कवि दीपक बवेजा
यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है
यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है
कवि दीपक बवेजा
मीलों का सफर तय किया है हमने
मीलों का सफर तय किया है हमने
कवि दीपक बवेजा
उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा
उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा
कवि दीपक बवेजा
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है
मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
मैं लोगों से कहता रहता था उसके बारे में..
मैं लोगों से कहता रहता था उसके बारे में..
कवि दीपक बवेजा
तब घर याद आता है
तब घर याद आता है
कवि दीपक बवेजा
एक दिन यह समय भी बदलेगा
एक दिन यह समय भी बदलेगा
कवि दीपक बवेजा
माँ
माँ
कवि दीपक बवेजा
इतना तराशेंगे खुद को
इतना तराशेंगे खुद को
कवि दीपक बवेजा
ऐसे ही कोई चलते फिरते राहों में मिल जाता है
ऐसे ही कोई चलते फिरते राहों में मिल जाता है
कवि दीपक बवेजा
अब कुछ उम्मीदों का टूट जाना जरूरी है
अब कुछ उम्मीदों का टूट जाना जरूरी है
कवि दीपक बवेजा
मेरा मोन अच्छा है
मेरा मोन अच्छा है
कवि दीपक बवेजा
हमारे खिलाफ साजिश हो कई
हमारे खिलाफ साजिश हो कई
कवि दीपक बवेजा
कुछ कसक दिल में
कुछ कसक दिल में
कवि दीपक बवेजा
उम्मीदों का उगता सूरज
उम्मीदों का उगता सूरज
कवि दीपक बवेजा
प्यार व्यार सब धोखा
प्यार व्यार सब धोखा
कवि दीपक बवेजा
माँ
माँ
कवि दीपक बवेजा
अगर कोई पापा की परी 👼स्थिर है ( scientific poetry)
अगर कोई पापा की परी 👼स्थिर है ( scientific poetry)
कवि दीपक बवेजा
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