कवि दीपक बवेजा Tag: Quote Writer 241 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next कवि दीपक बवेजा 31 Mar 2024 · 1 min read आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो.. आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो.. क्यों फिर छोटी-छोटी बातों पर तुम शर्मिंदा हो खुला आसमान खुली हवाएं अंतर्मन में ज्वाला.. फिर भी पर नहीं फेहराये ऐसा... Quote Writer 187 Share कवि दीपक बवेजा 31 Mar 2024 · 1 min read गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है. गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है. हवाओं में आईना भी दीवार को हिलता दिखाता है जिसे नहीं सुखा पाती कभी सूरज की तपिश ..... वह भी वे-मौसम... Quote Writer 113 Share कवि दीपक बवेजा 16 Mar 2024 · 1 min read ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है हर एक कि आंखों में एक नई कहानी है.. ✍️Deepak saral Quote Writer 103 Share कवि दीपक बवेजा 16 Mar 2024 · 1 min read हर एक सब का हिसाब कोंन रक्खे... हर एक सब का हिसाब कोंन रक्खे... हर किसी के आगे किताब कोंन रक्खे हर उपलब्धि का कारण जानना है क्यों हर बात का हमेशा जबाब क्यू रक्खे...! कवि दीपक... Quote Writer 1 1 127 Share कवि दीपक बवेजा 23 Feb 2024 · 1 min read जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था गिराया उसने जिसने चलने मे हाथ थामा था , उजाले चुभते थे आंखों में हमारे इस कदर..... उन्ही दरख्तों का हमारे... Quote Writer 2 267 Share कवि दीपक बवेजा 19 Feb 2024 · 1 min read तारीफ किसकी करूं तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं किसको थाम लूं मैं किसको हवा कह दूं हर रास्ते मे अब… मर्म बताउ किसको किसको नासूर समझू किसको दवा कह दू ✍️Deepak... Quote Writer 1 188 Share कवि दीपक बवेजा 19 Feb 2024 · 1 min read तारीफ किसकी करूं तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं किसको थाम लूं मैं किसको हवा कह दूं हर रास्ते मे अब... मर्ज बताउ किसको किसको नासूर समझू किसको दवा कह दू ✍️Deepak... Quote Writer 1 158 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read गहरी हो बुनियादी जिसकी गहरी हो बुनियादी जिसकी तपकरके जिसने सीचा हो बहुत मुश्किल है उसे गिराना अनुभव से जिसने सीखा हो Kavi Deepak saral Quote Writer 1 211 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read हर एक मंजिल का अपना कहर निकला हर एक मंजिल का अपना कहर निकला चंद अपने थे और तमाशा ए शहर निकला जिसको दूर से हमनें देखा मंजिल की तरह वो मिराज की तरह पानी सा लहर... Quote Writer 1 215 Share कवि दीपक बवेजा 16 Feb 2024 · 1 min read हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है.......... हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है.......... के पक्षी को उड़ाने की इजाजत कौन देता है !! हर घर की बुनियाद में छिपा है नीम का पत्थर .. अपने... Quote Writer 1 215 Share कवि दीपक बवेजा 7 Jan 2024 · 1 min read रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है ये दिमाग़ जब भी दिल की सुनता है तो रो देता है..... ! खामखा में नहीं पालिए मोहब्बत के... Quote Writer 1 253 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए जो था नहीं अपना वहीं पर जाके बैठ गए राहे जो मंजिल तक ना जाती थी कभी .. उसी में जिंदगी सारी... Quote Writer 1 233 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा कुछ ना कर पाए तो होंगे शर्मिंदा रास्तों की रास्तों में होती रहे पहर वर्ना हो ना जाए कभी जग में निंदा ✍️Deepak... Quote Writer 1 294 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता कई वजह कहीं अलग करने के रास्ता मयस्सर हो जाए राहों में कोई तो ठीक वर्ना देकर आए कई बार खुद का वास्ता... Quote Writer 1 149 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता... अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता... उजाले आए तो दीवलो में गया रास्ता रास्तों में रास्ते मिले बहुत मगर ........ मंजिल ही ना मिल सके तो क्या रास्ता ✍️Deepak... Quote Writer 1 255 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी किसी को कतरा स्याही का नसीब ना हुआ किसी को घर में ही मयस्सर हो गई मंजिल कोई मुसलसल राहों में ही... Quote Writer 1 243 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की रफ्ता रफ्ता ही हम मरने के करीब आए ..... संघर्षों की राहों से गुजरे लेकर के जलता दिया इससे पहले हमारा नसीब... Quote Writer 1 228 Share कवि दीपक बवेजा 18 Dec 2023 · 1 min read पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई सुबह होते ही किरदार में छा जाए कोई पीछे बातें लाखों हो मगर नमुमकिन है नसीब का लिखा हुआ मिटा जाए कोई... Quote Writer 1 256 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read दिये को रोशन बनाने में रात लग गई दिये को रोशन बनाने में रात लग गई अंधेरों को हटाने में बारात लग गई ! अधूरे ख्वाब जो टूटे शीशे की तरह... उसी को बनाने में जिंदगी लग गई!!... Quote Writer 1 236 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में वह खिलौना शामिल नहीं था मेले मे.., एक दिन वह लौटकर आएगा घर मेरे.... जिंदगी लुटा दी हमने इसी झमेले में...!! ✍️kavi... Quote Writer 1 390 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है दिल में सिसकियां की आवाज बाकी है ! बुझ गए थे जो दिए समय से पहले कभी.. उनमें अभी कई तेल... Quote Writer 1 211 Share कवि दीपक बवेजा 12 Nov 2023 · 1 min read हर एक शख्स से ना गिला किया जाए हर एक शख्स से ना गिला किया जाए जिंदगी जंग है मुकाबला किया जाए । मोहब्बत ए जंग को ना हार जाए हम , इससे बेहतर अकेला रहने दिया जाए।।... Quote Writer 1 399 Share कवि दीपक बवेजा 12 Nov 2023 · 1 min read तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत आंखों में ख्वाबों के मंजर है बहुत भरोसा आसानी से होता ही नहीं पीठ पर भी यार खंजर है बहुत ✍️ दीपक सरल Quote Writer 1 353 Share कवि दीपक बवेजा 12 Nov 2023 · 1 min read आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में जैसे कोई खिलौना मिलते ही टूट जाए मेले में ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 227 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read हर एक अवसर से मंजर निकाल लेता है... हर एक अवसर से मंजर निकाल लेता है... मौका लगते ही खंजर निकाल लेता है......। मैं ऐसे शख्स से वाकिफ हूं जो पर्दा गिरते ही रात के चंगुल से होकर... Quote Writer 1 313 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read खुद का वजूद मिटाना पड़ता है खुद का वजूद मिटाना पड़ता है फिर खुदके अंदर जाना पड़ता है दुनियां जीतना इतना आसान नहीं गर्दिश में भी मुस्कुराना पड़ता है । ✍️Deepak saral Quote Writer 1 326 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए इतना ना दबाओ किसी को आजमाने के लिए....., क्या जरूरत है जिंदगी में हजारों रिश्तो की.. एक शख्स है काफी... Quote Writer 1 289 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए इतना ना दबाओ किसी को आजमाने के लिए....., क्या जरूरत है जिंदगी में हजारों रिश्तो की.. एक शख्स है काफी... Quote Writer 1 176 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read जितना बर्बाद करने पे आया है तू जितना बर्बाद करने पे आया है तू इतना आबाद तो मैं हूं भी नहीं ... जितना पीने की कोशिश करते हो , हमेशा इतना तो मुझमे खू भी नहीं ।... Quote Writer 2 227 Share कवि दीपक बवेजा 10 Nov 2023 · 1 min read हमेशा भरा रहे खुशियों से मन हमेशा भरा रहे खुशियों से मन ना आए रिश्तो में कोई अर्चन मां लक्ष्मी की कृपा बरसे ऐसी आपके पास हो बहुत सारा धन धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं Deepak Baweja... Quote Writer 1 291 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा किसी को जन्नतों ए नसीबी की रजा हो गई चांदी की जूतियां से दब गए किसी के जुर्म।। किसी के... Quote Writer 1 164 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read दुख है दर्द भी है मगर मरहम नहीं है दुख है दर्द भी है मगर मरहम नहीं है मेरे अंदर सब कुछ है मगर हम नहीं ✍️Deepak saral Quote Writer 2 362 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read वक्त के साथ-साथ चलना मुनासिफ है क्या वक्त के साथ-साथ चलना मुनासिफ है क्या वक्त गुजर गया तो जिंदगी पूछेगी किया क्या ✍️Deepak saral Quote Writer 1 183 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read फूलों की महक से मदहोश जमाना है... फूलों की महक से मदहोश जमाना है... मयस्सर शहर है लेकिन न कोई साना है गम है खुशियां है आंसू है दर्द है लेकिन.. हर एक को यहीं से गुजर... Quote Writer 1 251 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read रखा जाता तो खुद ही रख लेते... रखा जाता तो खुद ही रख लेते... अपना खुद ही ख्याल रख लेते..। जिस सवाल का जवाब ही नहीं महफिल में वो सवाल रख देते।। ✍️कवि deepak saral Quote Writer 1 168 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read हर एक से छूटा है राहों में अक्सर....... हर एक से छूटा है राहों में अक्सर....... मंजर हर एक को नसीब न हुआ........! जिंदगी भर कोई बटोरता रहा खुशियां... किसी को कफन भी नसीब ना हुआ...।। ✍️कवि दीपक... Quote Writer 1 236 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है कुछ ऐसा ही अब करने का इरादा है...........! यह सोचकर गलियों में निकलते ही नहीं........ सांस है कम मगर यह ख्वाब बहुत... Quote Writer 2 207 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत आंखों में ख्वाबों के मंजर है बहुत भरोसा आसानी से होता ही नहीं पीठ पर भी यार खंजर है बहुत ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 273 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में. आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में. जैसे कोई खिलौना मिलते ही टूट जाए मेले में ✍️कवि दीपक सरल Quote Writer 1 183 Share कवि दीपक बवेजा 22 Oct 2023 · 1 min read मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं...., मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं...., उसका नाम किसी को भी बताया ही नहीं जिस तरह मेरे दिल ने राह तकी है तेरी.. उसे तरह तो किसी ने... Quote Writer 1 204 Share कवि दीपक बवेजा 21 Oct 2023 · 1 min read पहले पता है चले की अपना कोन है.... पहले पता है चले की अपना कोन है.... कहना तो चाहता है मगर दिल ये मोंन है , खिड़कियां है तमाम यार मकान मै मेरे फिर देखना फिजूल है कि... Quote Writer 1 201 Share कवि दीपक बवेजा 21 Oct 2023 · 1 min read बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है सूरज हुआ उदय तो छुपाने को क्या है । अपनों के दर्मिया देखी है तमाम हलचल गैरों को जख्म अब दिखाने को... Quote Writer 1 156 Share कवि दीपक बवेजा 31 Aug 2023 · 1 min read कई रात को भोर किया है कई रात को भोर किया है ऐसा हमने ये दौर किया है। अपने अथक प्रयासों से.. दूर हमने घनघोर किया है। ✍️Deepak saral Quote Writer 1 304 Share कवि दीपक बवेजा 31 Aug 2023 · 1 min read मंजिल का आखरी मुकाम आएगा मंजिल का आखरी मुकाम आएगा उस दौर मै मेरा भी तो नाम आएगा कई नदियां कर गई जिसको रुकसत वो दरिया भी एक दिन काम आएगा ✍️Deepak saral 8952004042 Quote Writer 1 276 Share कवि दीपक बवेजा 31 Aug 2023 · 1 min read हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या हम समझौता क्यू करे मजबूरी है क्या मंजिलों में अभी दूरियां काफी है यार अभी ये तेयारी तुम्हारी अधुरी है क्या ✍️Deepak saral Quote Writer 1 227 Share कवि दीपक बवेजा 31 Aug 2023 · 1 min read हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है घर से निकलो दूर तो तब घर याद आता है। जमाने को बदलने की फिराक में हूं लेकिन मजबूरियों मै भी... Quote Writer 1 417 Share कवि दीपक बवेजा 22 Apr 2023 · 1 min read ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे लौकी क्यों अद् विचकारे छड़ जाते , जे यकीन न होंदा रब दी रहमत दा पत्थर किवें पानी दे उत्ते तर जान्दे ।... Quote Writer 2 292 Share कवि दीपक बवेजा 22 Apr 2023 · 1 min read ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे लौकी क्यों अद् विचकारे छड़ जाते , जे यकीन न होंदा रब दी रहमत दा पत्थर किवें पानी दे उत्ते तर जान्दे ।... Quote Writer 1 541 Share कवि दीपक बवेजा 20 Apr 2023 · 1 min read जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है फिर फिर उसकी मुझे याद दिलाता है । बहुत मुश्किल है दरिया से पार हो पाना जो इश्क करता है वो बहुत... Quote Writer 3 2 479 Share कवि दीपक बवेजा 20 Apr 2023 · 1 min read फैलाकर खुशबू दुनिया से जाने के लिए फैलाकर खुशबू दुनिया से जाने के लिए कोई तो गीत चाहिए गुनगुनाने के लिए । हर नजर में अच्छा होना जरूरी है क्या एक शख्स ही काफी है निभाने के... Quote Writer 2 599 Share Previous Page 2 Next