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रूठती वो रही हम मनाते रहे ।
रूठती वो रही हम मनाते रहे ।
दीपक चौबे 'अंजान'
वही अपना किनारा है
वही अपना किनारा है
दीपक चौबे 'अंजान'
भावों की सरिता बही,
भावों की सरिता बही,
दीपक चौबे 'अंजान'
कभी पत्थर भी पिघले
कभी पत्थर भी पिघले
दीपक चौबे 'अंजान'
बनेगा जीवन सुंदर
बनेगा जीवन सुंदर
दीपक चौबे 'अंजान'
ममता करुणा नयन में,
ममता करुणा नयन में,
दीपक चौबे 'अंजान'
गोवर्धन कैसे करें
गोवर्धन कैसे करें
दीपक चौबे 'अंजान'
राहू निगले सोम को
राहू निगले सोम को
दीपक चौबे 'अंजान'
हाला हम निशदिन पियें
हाला हम निशदिन पियें
दीपक चौबे 'अंजान'
अनुभव वय सै आय ।
अनुभव वय सै आय ।
दीपक चौबे 'अंजान'
चौबे जी घर सोहरे
चौबे जी घर सोहरे
दीपक चौबे 'अंजान'
कभी पत्थर भी पिघले
कभी पत्थर भी पिघले
दीपक चौबे 'अंजान'
कभी जलते हैं हम
कभी जलते हैं हम
दीपक चौबे 'अंजान'
मुहब्बत इक इबादत है
मुहब्बत इक इबादत है
दीपक चौबे 'अंजान'
क्या तुम्हारा आदमी से अब रहा नाता नहीं ।
क्या तुम्हारा आदमी से अब रहा नाता नहीं ।
दीपक चौबे 'अंजान'
दीवाली के दिये जले
दीवाली के दिये जले
दीपक चौबे 'अंजान'
ओ ! मातु देवी, नर्मदा
ओ ! मातु देवी, नर्मदा
दीपक चौबे 'अंजान'
vandna
vandna
दीपक चौबे 'अंजान'
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