दीपक चौबे 'अंजान' Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read यहाँ कोई नहीं अपना किसी से क्या गिला यारो, यहाँ कोई नहीं अपना । अग़र कोई तो बस इक है, मेरा रूठा हुआ सपना । निगाहों में बसाया था, बड़ा सुंदर सज़ाया था ।... Hindi · गीत 243 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read रुकना तेरा धर्म नहीं रे ! तुम हो इक बहती धारा, बाँध तोड़ सब बहना है । रुकना तेरा धर्म नहीं रे ! बस इतना ही कहना है । सुख-दुख दो जीवन के किनारे, हानि-लाभ परिणाम... Hindi · गीत 420 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read फिर से बचपन आ जाए । कभी-कभी लगता है कुछ यूँ, फिर से बचपन आ जाए । चले थाम उँगली मेरी, तेरे घर तक ले जाए ।.... भूल भेद, रीति समाज की, हँसना सबको सिखाने ।... Hindi · गीत 443 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read चेहरे गाँव के...... चेहरे गाँव के ऐसे हैं लगने लगे, जैसे सेहरे दुल्हन बिन उतरने लगे ।... अब कहाँ सभ्यता की दरक़ार है, नैया गाँव की देखो मझधार है । जबसे भोले मुखौटे... Hindi · गीत 214 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read मन आतुर है जाने क्यों । सपने नये सजाने को, मन आतुर है जाने क्यों । तुम सँग गुनगुनाने को, मन आतुर है जाने क्यों । थक गया मैं यूँ अकेले, अब चला जाता नहीं ।... Hindi · गीत 217 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read कोहरा अति घना है कोहरा अति घना है । काँपते किसान संग, झोपड़ी से देखा, तो खेत में खड़ा हुआ, ठिठुरता चना है । कोहरा अति घना है । नर्मदा के तट पर, बाँस... Hindi · गीत 251 Share दीपक चौबे 'अंजान' 9 Feb 2018 · 1 min read ऐसी कोई लहर नहीं ऐसी कोई लहर नहीं जो गिरती-उठती न हो, तूफानों से उलझ-सुलझकर आगे बढ़ती न हो । साजन सोने चले गये हैं सौतन की बाँहों में, चट्टानों सी खड़ी मुसीबत जीवन... Hindi · गीत 302 Share दीपक चौबे 'अंजान' 8 Feb 2018 · 1 min read दीवाली के दिये जले दीवाली के दिये जले पर, घर अपने अँधियारा है । कोई आख़िर मुझे बताये, हक़ ये किसने मारा है ।... शनै-शनै निगले है' ग़रीबी, आफ़त गला मरोड़ रही । हम... Hindi · गीत 203 Share दीपक चौबे 'अंजान' 8 Feb 2018 · 1 min read ओ ! मातु देवी, नर्मदा ओ ! मातु देवी, नर्मदा, करना कृपा तू, सर्वदा । हो न पायें तेरे चरणों, से कभी भी हम जुदा ।.... तट पे तप करने को तेरे, छोड़ के निज... Hindi · गीत 215 Share