पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" Tag: कविता 126 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 May 2020 · 1 min read सुख के साथी! सुख की चाशनी दूर तलक, रहती खुशबू महकाये। सुख के साथी भवरें से, देख बिपद को टर जाये।। कौन मोल ले जोर झमेले, हानी लाभः जो तकते हों। बिना लोभ... Hindi · कविता 1 334 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 20 Mar 2020 · 1 min read संकल्प ले हम.......! संकल्प ले हम....... सजगता और सतर्कता का बेवजह न हम बाहर जाये हर जरूरी काम को अब घर मे रहकर ही निपटाये संकल्प ले हम....... 60 से 65 के बुजुर्गों... Hindi · कविता 1 565 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 19 Mar 2020 · 1 min read #कोरोना कोरोना, कोरोना, अब कहो ना करोना। है कैसे बचना बचाना, जरा यह सुनोना।। नही कोई दहशत, बस सावधानी रखोना। दूर अफवाहों के गर्म, बाजारों से हटोना।। कोरोना, कोरोना, अब कहो... Hindi · कविता 1 344 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 18 Mar 2020 · 1 min read कोरोना कर न सकेगा! डरने की नही बात है साथी, बात है ये सावधानी की। फिर चाहे हो कोई कोरोना, कर न सकेगा मनमानी जी।। क्या क्या करें, और क्या न करें, समझो इसे... Hindi · कविता 1 429 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Mar 2020 · 1 min read क्यों सिर्फ शहादत.. हम भावुक क्यों हो जाते हैं, सुनकर फौजी के नाम से। हम गर्व नही क्यों कर पाते, फौजी के साहसी काम से।। क्यों कष्ट करे माँ मेरी तू रो कर,... Hindi · कविता 2 355 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Mar 2020 · 1 min read मेरी चाहत ! इस सीने में धड़कन बनकर, धड़क रहा दिल जब से है। अपनी भी हो एक माशूका यही, चाहत मेरी तब से है।। माना कि हम है एक फौजी, धरम जुदा... Hindi · कविता 1 355 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read वो इज़्ज़त रास नही मुझको! वो इज़्ज़त रास नही मुझको, भले ही भीख में स्वर्ण कटोरा हों। वो इज़्ज़त रास नही मुझको, बेच इज़्ज़त को जिसे बटोरा हो।। तलवे चाटने को तो तुमने, उतार सोने... Hindi · कविता 2 434 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read है रूह थक गया! तुमने जलते दिए, क्यों फिर बुझा दीये, अभी तो बचा रात का, लम्हा बहोत है।। गुफ्तगू कर लो हमसे, सिर्फ सहर तक, आज कल हम कसम से, तन्हा बहोत हैं।।... Hindi · कविता 3 398 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read ख़ामोशी खामोशी भी कुछ कहती है, सिर्फ अंदाज़ जुदा होता है। सुनाई देता नही कानों से, वह अल्फ़ाज़ जुदा होता है।। कलम खामोशी से कुछ कहेगा, कुछ शब्दों में छूपा लेगा।... Hindi · कविता 1 237 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 2 min read रसों में रस बनारस है ! बना रस है बना रस है, बनारस ही तो बना रस है।। ठाट-बाट हर घाट-घाट में, घोटम-घोट छना रस है। सटासट है फटाफट है, राजा रगों में बसा बनारस है।।... Hindi · कविता · गीत 2 366 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read अपना संस्कृति स्वागत है ऐ पच्छिम वालो, तुमसे अपना कोई बैर नही। तुमने जो छीनी संस्कृति हमारी, तो कसम से तुम्हारी खैर नही।। तुमने जो कहा हम खलनायक, हमको बिज्ञान का ज्ञान... Hindi · कविता 1 261 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read रंगमंच है ये दुनिया तो एक रंगमंच, लगा रहता जहाँ आना जाना। अपने अपने जगह सभी को, है नए नए किरदार निभाना।। कोई यहाँ बिख्यात हो गया, तो कोई ज़ालिम है... Hindi · कविता 1 528 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read काग़ज़ी रिश्ते हमने तो काग़ज़ की नाव से ही, जीवन संघर्ष को सिखा था। याद है बचपन मे सबसे पहले, काग़ज़ पर हाँथी दिखा था।। फिर लिख पढ़ काग़ज़ से ही, हमने... Hindi · कविता 1 2 209 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read तुम वसंत तुम वसंत मेरे बन आये, फिर सूखी बगिया में फूल खिलाए। तुम बिन था जीवन पतझड़, दिल की कली भी थे मुरझाए।। चाह न बाकी, राह न बाकी, नीरस सा... Hindi · कविता 1 360 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read औक़ात हम तपा, जला, काया अपना, तुझे हरकत की, ताक में देखें है। ओ सरहदी गुंडे, हमने तुझको, छिपते दर्रो की, फाँक में देखें हैं।। अरे कायर तूँ हमे, क्या डरायेगा,... Hindi · कविता 1 238 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read हम न पूछेंगे।। तुम्हारे लहज़े हैं कितने मुदस्सर, हम न पूछेंगे, क्यों नज़रें फेर कर बैठे हो हमसे, हम न पूछेंगे। कभी भी बोल सकते हो, वहम यह पाल रखा है, मगर है... Hindi · कविता 1 211 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 1 min read एक सिपाही मैं भांड नही जो चौराहों पर, दरबारी राग सुनाऊँगा! मैं एक सिपाही भारत का, शब्दों के फ़ाग उड़ाऊँगा!! मैं गाऊँगा बलिदानों को, बर्छी, भाले, तीर कटारों को! बन्दूको के गोली... Hindi · कविता 1 246 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Mar 2020 · 1 min read अपना किरदार गढ़ो।। कर मेहनत कर्तब के पथ, अब नव उन्नति रोज चढो। किसी के जैसा बनना छोड़ो, तुम अपना किरदार गढ़ो।। सुख दुख जीवन पल डरना क्या? चल चला पथिक थमे रहना... Hindi · कविता 1 263 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Feb 2020 · 1 min read सड़क सुरक्षा जैसा कहें वैसा जरा कर लेना साहब, सीटबेल्ट, हेलमेट पहन लेना साहब। आर०सी० और डी०एल० ले चलना साहब, सिग्नल देख बच बच निकल लेना साहब।। ज्यादा ओवर स्पीड नही चंगी... Hindi · कविता 1 454 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Nov 2019 · 1 min read नारी ऐ नारी तेरी कैसी परीक्षा तुझसे सबकी अपनी इक्षा सीखे तेरे कोख में जो पल देते वह भी तुझको शिक्षा ऐ नारी तेरी कैसी परीक्षा... छोड़ कर चिंता तोड़े दुबिधा... Hindi · कविता 2 258 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 4 Nov 2019 · 1 min read संविधान तुम चलो गीता से चाहे, तुम चलो कुरान से। हम तो एक फौजी हैं साहब, हम चले संविधान से।। सड़क, झाड़ी, वन, पहाड़ी, हमने तो हर शूल झेले। आग दरिया,... Hindi · कविता 1 297 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 4 Nov 2019 · 1 min read प्रेम व फ़र्ज़ गर मैं तुझे पसन्द हुँ तो, तूँ भी तो मुझे पसन्द है, बांधने को नेह बन्धन, ये दिल भी तो रजामन्द है। लेकिन मेरी ये शर्त एक, तूँ केवल इसे... Hindi · कविता 1 261 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 31 Oct 2019 · 1 min read मैना! मेरे यादों के आंगन में फुदकती, अब भी वो मैना। जो चुग कर के सभी दाने, कहि है और बसर डाली। कमा कर लाया था, अरमान तो अपने मैं मुट्ठी... Hindi · कविता 2 360 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 16 Oct 2019 · 1 min read #भक्त_हूँ_गुलाम_नहीं! मेरे जी हुजरी का, लेते तुम सलाम नही। अजी मैं भक्त हूँ, तेरा नहीं गुलाम कोई।। तूने कभी गौर से, न देखा है पयाम कोई। अजी मैं भक्त हूँ, तेरा... Hindi · कविता 2 267 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 4 Oct 2019 · 1 min read वो बेचता है दिये! वो बेचता है दिये, खुद के नन्हे हाथो से, उसका ये गढ़ा हुवा, धूप, बारिश, छाँव में, दुबका सा पड़ा हुआ। आपकी इस दीपावली, को जगमगाने के लिए।। वो बेचता... Hindi · कविता 1 391 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 22 Sep 2019 · 2 min read #मैं_तो_बेटी_हुँ_तेरी! मैं तो बेटी हुँ तेरी, मुझको जिलाना पापा। मुझे छुपे शहरी भेड़ियों, से छिपाना पापा।। मैं तो बेटी हुँ तेरी, मुझको सजाना पापा। बुरी नज़रों से हमेशा, ही बचाना पापा।।... Hindi · कविता 2 2 281 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 21 Sep 2019 · 1 min read सरहदी हाँ, सरहदी हम, सरहद मेरी, माँ के आँचल सा, पोषक है। पर जानेगा कैसे, बात ये वो, जो जन जनता, का शोषक है।। ना अर्ज कोई, ना मर्ज कोई हम... Hindi · कविता 1 501 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 15 Aug 2019 · 1 min read फ़ौजी वाला त्यौहार आ गया। आओ साथियों देखो ये, आज मेरा त्यौहार आ गया । गणतंत्र दिवस के रूप हुआ, सपना साकार आ गया।। ये हिन्द वतन है यहाँ हमेशा, रिस्तो का पर्व मनाते हैं।... Hindi · कविता 1 225 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 14 Aug 2019 · 2 min read है आया पन्द्रह अगस्त है।। न मोल तोल आज़ादी का, इसका नशा मस्त है। हाँ आया वो अगस्त, है आया पन्द्रह अगस्त है।। तोड़ के जंजीर पग की, बेड़ियाँ गुलामी वाली। मेरे हिन्द के सपूतों... Hindi · कविता 2 1 639 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 17 Jul 2019 · 1 min read सीख ये पापा की परियाँ ऐसा, कैसे अत्याचार ढाती हैं। घर छोड़ बिन छुरी कटार, घरवालों को मार जाती हैं।। पापा ने था बहोत सिखाया, हर सीख वो खुद ही बिसारी... Hindi · कविता 1 564 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 1 min read ठोको ठोको कल वो जिसने राहुल को, पप्पू का सा नाम दिया, कल वो जिसने कांग्रेस को, मुन्नी सा बदनाम किया। आज वही उस कुनबे में क्यों, गप्पू हो कर बैठा हैं,... Hindi · कविता 1 256 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 1 min read नमन है नमन इस धन्य धरती के, जन्मे समस्त रणधीरों का। है नमन चिरनिद्रा सो रहे, मिट्टी में हर शमशीरों का।। आज भी है इन हवाओं में, जिनकी महकती वीरगाथा। कर... Hindi · कविता 1 577 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 2 min read भारत का अभिमान बने।। हम भी कर्तव्य परायणता का, ले सीख देश की शान बने। इस अहले वतन का बच्चा बच्चा, भारत का अभिमान बने।। उद्घोष हो भारत माता की, जय हिंद चमन का... Hindi · कविता 1 520 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 1 min read बागी इतने सुन सुन सितमगर, इस जहां की हर दास्तां, दोस्त गर सच सच कहूं तो, दिल ये बागी सा हो गया। हम न निकले थे कभी भी, कालिख भरे हुए... Hindi · कविता 1 945 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 2 min read ए तिवराईन बोल छोड़ अब खिसियाईल कह, हँस हँस के बतीयईबु का। ए तिवराईन बोल अबकी, तू करवाचौथ मनईबु का।। तोहरा अईला से हमके, खट्ट मिठवा के स्वाद मिली, तोहरो सातो सोमवारी के,... Hindi · कविता 1 301 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 12 Jul 2019 · 2 min read अब राम कृष्ण नही आएंगे। चलो उठो बन कर्मयोगी तुम, निज पौरुष पर अभिमान करो, अब राम कृष्ण नही आएंगे, मत इनका तुम आह्वान करो। सवा रुपये, मन सवा का लड्डू, लोभ का ना कोई... Hindi · कविता 1 566 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 6 Jul 2019 · 2 min read क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है? वो कहते हैं हर समस्या का, समाधान बदल रहा है। सच सच बताना! क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है? वेतन भोगियों के मन मे कैसा, आक्रोश चल रहा है। पेंशन... Hindi · कविता 1 206 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Apr 2019 · 1 min read "तेरे गलियों के चक्कर, काटने का मज़ा!!" है ये आशिक़ बने, सोशल मीडिया पे जो। इनको क्या हो पता, आशिक़ी की सजा।। अब ये समझेंगे क्या, आज के छोकरे। तेरे गलियों के चक्कर, काटने का मज़ा।। तू... Hindi · कविता 2 2 383 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 19 Mar 2019 · 1 min read चौकीदारी अमीर तुम हो, तुमने, चौकीदार रक्खे होंगे। गरीब हम है, हमने, सीखी चौकीदारी है।। ये देश अपना जो हमे, जान से भी प्यारी है। उसकी रक्षा करना भी, तो सबकी... Hindi · कविता 1 389 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 18 Mar 2019 · 1 min read मनोहर पर्रिकर करता नमन मैं उसे, जो सादगी सम्राट थे। कर्म से सबके चहेते, जो मरमिटे है राष्ट्र पे।। एक नाम तेरा भी है पर्रिकर मन में मनोहर मीत बैठा। हार कर... Hindi · कविता 1 253 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 4 Mar 2019 · 1 min read महाकाल तुझको है नमन काल का भी काल तूँ, हे महाकाल तुझको है नमन, हे त्रिनेत्र, जटा गंगाधारी, चंन्द्र भाल तुझको है नमन। रुद्र रूप तेरा प्रलयकारी, भोला भी है भोलेनाथ तूँ, हे संहारक... Hindi · कविता 1 654 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 4 Mar 2019 · 1 min read चाहत बड़े खूबसूरत से नगमे इश्क़ के, गुलज़ारो में सुनता हूँ! मोहब्बत के बिखरते रंग हरेक, इश्तहारों में सुनता हूँ!! वही सुन प्यार करने की खता, हम कुछ ऐसे कर बैठे!... Hindi · कविता 3 257 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Feb 2019 · 1 min read वीर उधम सिंह (भोजपुरी) भारत के त उ वीर मान, बल के पहाड़ सम, साहस के सिंधु जान, धीरज जवन धरले बा। डायर के गुमान अब, तोड़े खातिर नौजवान, माटी क लाल आज, गर्वित... Hindi · कविता 1 229 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 15 Feb 2019 · 2 min read अंतिम फैसला लोहे को बस लोहा काटे, फिर जहर से जहर को मरने दो, छोड़ो सियासती निंदा विंदा, अब सीने में गोली भरने दो।। जो बोया है वह काटोगे, यह कह दो... Hindi · कविता 2 2 358 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 9 Feb 2019 · 1 min read जीजा जी तू नाम ले लेना भले, पर जीजा न कहना हाले से, मैंने किया जब शादी तो, यही शर्त रख दी साले से।। बदनाम से है हो रहें, जो सार्वभौमिक जीजा... Hindi · कविता 3 2 921 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Jan 2019 · 1 min read सोचता हूँ मैं सोचता हूँ मैं सोचता हूँ मैं की भला अब, उस रात उनसे क्या कहूँ , आगोश में होंगी वो जब, फिर बात उनसे क्या करूँ। गर न कह सकें कुछ,... Hindi · कविता 2 412 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Jan 2019 · 1 min read मैं तो कवि हुँ मैं तो कवि हुँ नित शब्दो से, खिलवाड़ करता हूँ। अपने तुरीण में साध करके, नए वाण रखता हूँ।। हास्य हो या व्यंग हो, वो मारक है सारे एक से।... Hindi · कविता 3 244 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 27 Dec 2018 · 1 min read सैनिक रज क्या नही चाहिए पैसे उनको, क्या उनक़े पेट थे भरे हुऐ। फिर क्यो भागे कमाण्डो वो, थे जान से क्या वो डरे हुऐ।। नही था जज्बा सेवा का या, वो... Hindi · कविता 2 246 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Dec 2018 · 1 min read विद्यालय गीत चुन कर पुष्पें शाखाओं से, नवनिर्मित बाग बनायेगा। राष्ट्र के हित में विद्यालय, शिक्षा का दीप जलाएगा।। ज्ञान, ध्यान, बिज्ञान रसायन, आर्यवती संस्कृतिक पुरातन। रंग कला, संगीत का वादन, सभ्यता... Hindi · कविता 3 2 360 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 21 Dec 2018 · 1 min read मैं आज़ाद हुँ वर्ण पिरामिड:- मैं चन्द्र शेखर आज़ाद हुँ स्वाधीनता की दीवानगी लिए जलाता चराग हुँ।। वो क्या जानते मुझमे है किस कदर भभकते शोले जलता मैं आग हुँ।। तू डर कायर... Hindi · कविता 3 217 Share Previous Page 2 Next