Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 56 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read कहाँ लिख पाया! कह लेता हूँ मैं अंकगणित अपनी बहुत सी कविताओं में। कहाँ कह पाया मगर वह केमिस्ट्री, जिसकी इक्वेशन्स भी कह सकती है कि - दो और दो मिलकर हमेशा पांच... Poetry Writing Challenge-2 40 Share Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read नफरत दीवारें नफरत के घरोंदों की अक्सर बनी होती हैं उन शब्दों की ईंटों से जो पकने से पहले ही गिर जाती हैं किसी की उम्मीदों के बहते पानी में। उछलती... Poetry Writing Challenge-2 39 Share Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read एक शिकायत वो कहता है होती है अजर-अमर आत्मा, ऊर्जा से बना ठोस पुतला ढल जाता है ऊर्जा ही में। फिर क्यों… भावनाओं की ऊर्जा को बांध दिया उसने ठोस शरीर के... Poetry Writing Challenge-2 39 Share Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read मौलिक सृजन उसे विश्वास था मैं हाँ ही कहूंगा. इस उत्तर में, कि क्या ये मेरा मौलिक सृजन है? लेकिन, मैं निःशब्द था। क्योंकि केवल शब्द और उनसे बनी अभिव्यक्ति ही मेरी... Poetry Writing Challenge-2 51 Share Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read स्वयम हूँ स्वयम से दूर मैं अपूर्ण हूँ, फिर भी मैं केवल मैं ही हूँ । स्वयम की स्वीकृति की साथ हूँ, लेकिन अपर्याप्त हूँ। मैं जानता हूँ कि वो निर्विकार मुझमे समाहित है लेकिन... Poetry Writing Challenge-2 26 Share Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी) 17 Feb 2024 · 1 min read कविता का अर्थ तुम बताओगे मुझे कविता का अर्थ पूछा मतवाले बादल से वो हवा के साथ बह गया। पूछा हवा से तो वो रेत के कणों को तट के पास से उठाने... Poetry Writing Challenge-2 31 Share Previous Page 2