Buddha Prakash Tag: बाल कविता 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Buddha Prakash 28 Jun 2021 · 1 min read बचपन की साईकिल मांँ मुझको भी साईकिल ला दो, इसको चला कर मैं विद्यालय है जाऊंँ, छोटे छोटे पैर है मेरे , बिन साईकिल कहीं जल्दी पहुंँच न पाऊंँ, देर होती तो तेज... Hindi · बाल कविता 1 522 Share Buddha Prakash 25 Jun 2021 · 1 min read रंग-बिरंगी तितली रंग-बिरंगी तितली, कितनी सुंदर दिखती हो, इधर-उधर मँडराती हो, बच्चों को बहलाती हो। तितली रानी तितली रानी, तेरी भी अजब कहानी, फूलों को देख बैठ जाती, फिर भी किसी के... Hindi · बाल कविता 3 1k Share Buddha Prakash 22 Jun 2021 · 1 min read छोटी-छोटी चींटियांँ छोटी-छोटी चींटियांँ, चलती हैं एक पंगत में, काली भूरी दिखती हैं , जी भर कर मेहनत करती हैं , मीठे-मीठे व्यंजन में, झटपट से भीड़ जुटाती हैं , प्यारी चींटी... Hindi · बाल कविता 5 2 474 Share Buddha Prakash 21 Jun 2021 · 1 min read अद्भुत चांँद इठलाता इतराता चांँद, जब भी देखूंँ अद्भुत कमाल, आधी अधूरी तेरी कहानी , बढ़ता-घटता जब तू पूरा दिखता , चेहरा तेरा कितना चमकता , सुंदरता की मिसाल है बनता, चांँद... Hindi · कविता · बाल कविता 4 253 Share Buddha Prakash 28 May 2021 · 1 min read कलम का आधार रंग-बिरंगे कलम हमारे, सुंदर रंग के अक्षर लिखते । काला नीला लाल हरा, अलग-अलग उपयोग सदा। नीला कलम सदाबहारी, सबको भाती लेख सजाती । लाल कलम अध्यापक का, अनुशासन प्रिय... Hindi · कविता · बाल कविता 5 4 361 Share Buddha Prakash 23 May 2021 · 1 min read बरसात की छतरी रंग-बिरंगी छतरी आई, छोटी-बड़ी लगे सुंदर-सी । रिमझिम-रिमझिम बरसात में, बूंँदों से बचूँ आज मैं । टिप-टिप पानी टपक रहा है, घन केश के छांँव में । भीग-भीग कर नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · बाल कविता 12 10 1k Share Buddha Prakash 17 May 2021 · 1 min read वृक्ष हमारे सच्चे दोस्त वृक्ष हमारे सच्चे दोस्त, हरे-भरे और छोटे-बड़े । जीवनदान हमें देते हैं, शुद्ध हवा दे राहत देते हैं । मीठे-मीठे फल भी देते हैं, धूप में छांँव देते हैं ।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 391 Share Buddha Prakash 5 May 2021 · 1 min read 'हाथी ' बच्चों का साथी हाथी आया , हाथी आया, देखो बच्चों का साथी आया । जंगल की शान महावत लाया, सवारी कराने अपने संग लाया , हाथी आया......। बड़े-बड़े कान मस्तक विशाल, बच्चों को... Hindi · बाल कविता 5 6 1k Share Buddha Prakash 27 Apr 2021 · 1 min read बाल हठ ' नजर ' नजर उतार दो माँ मेरी , दुनिया को चिंता होती है , कोई कहता सुंदर बच्चा , बाल ' बुद्ध ' के रूप जैसा, प्यारे नैना मेरे देख , लगा... Hindi · बाल कविता 5 2 254 Share Buddha Prakash 19 Apr 2021 · 1 min read सुन्दर घर घर मेरा है इतना सुंदर, रहते इसके पेड़ पर बंदर । पंक्ति लगाकर चलती चींटी, अनुशासन सिखलाती फिर भी । चूहा मेरे घर के बिल में, अनाज खाता कुतर- कुतर... Hindi · बाल कविता 12 8 1k Share Buddha Prakash 13 Apr 2021 · 1 min read बच्चों की पाठशाला मांँ ने अब तो सिखा दिया, पहला अक्षर बता दिया, किलकारी जो करते थे, जुबा से कहना सिखा दिया, शब्दो की अब है बारी, शिक्षा की है तैयारी, क ख... Hindi · बाल कविता 9 6 426 Share Previous Page 2