ब्रजनंदन कुमार 'विमल' Language: Hindi 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 20 Mar 2025 · 1 min read विश्व गौरैया दिवस विश्व गोरैया दिवस 🐦 ________ पहले एक गौरैया होती थी एक आदमी होता था लेकिन आदमी इतना ऊँचा उड़ा कि गौरैया खो गई! पहले एक पहाड़ होता था एक आदमी... Hindi · विश्व गौरैया दिवस 118 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Mar 2025 · 1 min read मेरे पड़ोस के लोग मेरे पड़ोस में जो लोग रहते है वे मेरे बारे में क्या सोचते है ? मैं ठीक ठाक नहीं जानता मैं नहीं जानता वे जीते है या मरते है ।... Hindi · Article · Best Hindi Poetry 1 386 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Mar 2025 · 2 min read तुम्हें खोना "तुम्हें खोने की सबसे कठिन बात यह है कि यह सिर्फ एक बार नहीं हुआ था। मैं तुम्हें हर एक दिन खोता हूँ, जब हम बात नहीं करते। जब मैं... Hindi · कविता 1 120 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Mar 2025 · 1 min read गाली / सुशीला टाकभौरे (जन्मदिन) वफा के नाम पर अपने आप को एक कुत्ता कहा जा सकता है मगर कुतिया नहीं कुतिया शब्द सुनकर ही लगता है यह एक गाली है क्या इसलिए कि वह... Hindi 281 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 10 Feb 2025 · 1 min read "हुजूरीकरण" "हुजूरीकरण" वर्तमान परिदृश्य में विचारधारा भी बनकर रह गया है एक बिजनेस धर्म का हो गया व्यापारीकरण जातियों का हो गया राजनीतीकरण तरक्की तो बहुत कर ली हमने सब हो... Hindi · Quote Writer 135 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Feb 2025 · 1 min read जब प्रेम का इज़हार करेंगे / हेमंत देवलेकर जब प्रेम का इज़हार करेंगे हमारी कोई भी महान उपलब्धि काम नहीं आएगी काम आएगा सिर्फ़ स्त्री के क़दमों में बैठ काँपते हाथों से फूल देना उसकी उत्सुकता फूल में... Hindi · Love/proposal Poem 149 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 20 Jan 2025 · 1 min read "पूज्यवर पिताजी" "पूज्यवर पिताजी" मेरा विश्वास कीजिए मुझे धन नहीं चाहिए मुझे जीवन के अंत तक बस आपकी छाया चाहिए। Hindi · Quote Writer 152 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Jan 2025 · 2 min read कितना बुरा होता है... कितना बुरा होता है... ना अचानक जो whatsapp chat सबसे ऊपर रहा करती थी कभी वो धीरे धीरे नीचे खिसकने लगती है और जिसके whatsapp कि dp देखकर आपकी सुबह... Hindi 138 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Aug 2024 · 2 min read मैं पुरुष हूं मैं पुरुष हूँ और मैं भी प्रताड़ित होता हूँ मैं भी घुटता हूँ पिसता हूँ टूटता हूँ, बिखरता हूँ भीतर ही भीतर रो नहीं पाता, कह नहीं पाता पत्थर हो... Hindi · पुरुष 1 190 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Aug 2024 · 1 min read मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ... मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी बन जाता है ... और अंततः हम आजाद हुए १५ अगस्त १९४७ को ... आजादी की ७९ वीं वर्षगांठ की बधाई ..! Hindi · Quote Writer 269 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 12 Aug 2024 · 1 min read छूटना जहां मिले बहुत सारा मिलना छूट गया वहां जितना मिले साथ में आया और बहुत सारा छूटा हुआ हवा में तिरता रहा घुला हुआ पत्तों पर बारिश की एक बूंद... Hindi · कविता 184 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Aug 2024 · 1 min read नारीत्व पिता से डरती बेटियों ने राजकुमारों के ख्वाब देखें जो उन्हें प्यार करेंगे ख्वाबों के राजकुमार आएं और बेटियों को पत्नी बनाकर ले गएं। पति बन गए राजकुमारों से डरती... Hindi · महिलाओं की स्थिति 200 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 23 May 2024 · 1 min read बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...) क्यों खड़ी की तुमने बारूद के ढेर पर हमारी दुनिया मुझे जीवन की आस है। मैं सावन को आँखों में भरकर बहारों में झूलना चाहती हूँ शाँति, ज्ञान, करुणा मेरा... Hindi · बुद्ध 2 1 275 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 May 2024 · 1 min read प्रेम को स्मृतियां पुरुष के लिए भी आसान तो नहीं होता अलगाव के दर्द से बाहर आ पाना...!! मगर फिर भी,वक्त गुजरने के साथ,धुंधली पड़ जाती हैं ,मुस्कुराती सुबहें खिलखिलाती दोपहरें !!ठंडी पड़... Hindi · स्मृति 184 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 May 2024 · 1 min read इश्क की गहराई जानते हो तुम मुझे जीवन के उस मोड़ पर मिले थे जब कही कुछ दबी ख्वाइशें रह गई थी अंतर्मन में जब कुछ शौक बचे थे बनने संवरने के, आईने... Hindi · स्मृति शेष 301 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Apr 2024 · 1 min read जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती जन्मदिन विशेष : अशोक की कहानी से उभरने वाला पहला सत्य "आत्म-निरीक्षण स्वयं को अच्छे और अच्छे से बेहतर बनाने की क्षमता रखता है।" यदि अशोक ने अपने पिछले कार्यों... Hindi · जन्मदिन विशेष 272 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Mar 2024 · 1 min read वो चिट्ठियां गईं वो चिठ्ठियाँ जिसमें “लिखने के सलीके” छुपे होते थे “कुशलता” की कामना से शुरू होते थे। बडों के “चरण स्पर्श” पर खत्म होते थे...!! नन्हें के आने की “खबर”... Hindi · चिट्ठी 1 313 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 29 Feb 2024 · 1 min read बंदिशे . एक दीवार है , ईंटों की नहीं... बंदिशों की,नियमों की,रिवाजों की बड़ी सख्त सी जिसके एक ओर तुम हो और दूसरी ओर मैं,, हम सुन सकते हैं महसूस कर... Hindi · दीवार 1 344 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 Feb 2024 · 1 min read मिडिल क्लास राजकुमार देखिए हमारा ये कहना है कि ! मिडिल क्लास के राजकुमारो तुम पैदा हुए हो युवा अवस्था में गुलामी की तरह मेहनत करने के लिए ! जिससे तुम गृहस्थी के... Hindi · युवा पीढ़ी 1 281 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 21 Feb 2024 · 1 min read प्रेम कहानी एक कदम दो चार कदम फिर कदम कदम मंजिल फिर भी ना मिली सोच रहे अब कदम कदम एक नजर दो चार नजर फिर नजर नजर अपना साया नजर ना... Hindi · प्रेम कहानी 1 238 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 17 Feb 2024 · 1 min read बसंत हो फूल को यदि उड़ना आता तो नि:संदेह उड़कर जाता और खोज लाता रूठी तितली को जो अब तक नहीं आई, और बसंत उसकी राह तककर चला भी गया. ख़त को... Hindi · बसंत और पतझड़ 1 371 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 13 Feb 2024 · 1 min read अफसाने ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर, बारिशें हों तो भीग जाया कर!! काम ले कुछ हसीन होंठों से, बातों बातों में मुस्कुराया कर!! दर्द हीरा है दर्द मोती है,... Hindi · ग़ज़ल 1 341 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 10 Feb 2024 · 1 min read मन ... कभी कभी समझ ही नही आता कि मन क्या चाहता है, कभी भीड़ में खुश है तो कभी तन्हाई पसंद , कभी किताबों में खोया, तो कभी दर्द भरे गीतों... Hindi · मन का समंदर 1 406 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Feb 2024 · 1 min read मेरी लिखावट मै लिखता हूं महज एहसासों को, मुझसे कल्पना नहीं की जाती, मुझे सोचकर लिखना पसंद है, मैं कहानियों में खुद को नही उतार पाता, कहानियां कभी सत्य है तो कभी... Hindi · एहसास 2 386 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Jan 2024 · 1 min read खालीपन कुछ भी तो ख़ाली नहीं था जहां कुछ नहीं था वहां हवा थी वो जगहें जो ख़ाली लगती थी वहां भी भरी होती थी हवा । गिलास आधा भरा है... Hindi · Hindi 1 329 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jan 2024 · 1 min read बेचैन स्मृतियां एक अरसा बीत गया शून्य में निहारते हुए मैं कब शून्य बन गया पता ही नही चला अब तो एक वर्ष और बीत गया नए साल भी पुराने हो जायेंगे... Hindi · स्मृति कविता 1 335 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jan 2024 · 1 min read 🍁यादों का कोहरा🍁 सुनो💞 कोहरे की सर्द हवा मेरे मन को, तुम्हारे ख़यालो से पहले से जायदा गर्म रखेगी । ये बढ़ती ओस की धुंध ढक लेगी मेरे रंगहीन चेहरे को जो सिर्फ... Hindi · मन का मौसम 1 283 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 29 Dec 2023 · 1 min read मायने रखता है मायने रखता है ज़िन्दगी से ज्यादा, उसे जीने की चाह मायने रखती है जब अंत हो आसान, तब भी, शुरुआत की आस रखना, मायने रखता है। सब कुछ हार जाने... Hindi · कविता 2 671 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Nov 2023 · 1 min read प्रियवर ..... तुम मेरी सम्पूर्ण रात्रि हो, और मैं तुम्हारी एकमात्र प्रहर। होते ही उजास हम, भोर के तारे हुए । ......🕊️🌟 Hindi · शेर 395 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 12 Nov 2023 · 1 min read चाहत चाहनाएं बहुत रहीं जीवन में .. कभी चाहा तारों भरे आसमान में खेलना तारों के साथ कभी चाहा चिड़ियों का हाथ पकड़ चलना हवाओं में कभी चाहा रोक लूं भाग... Hindi · चाहत 1 460 Share Page 1 Next