amod srivastava 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read आखिर कोई क्यू आखिर कोई क्यों मुझे पढ़ना चाहेगा????? अपने अमूल्य जीवन का निर्धारित वक्त क्यों मुझमें व्यर्थ करेगा????? कई बार कलम ... ठिठक जाती है ज्ञान कोष निरुत्तर हो जल सी निकली... Hindi · कविता 1 1 600 Share amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read एक बाप की औलाद सूखा पीपल हवा का झोका आया और खर खर खर कु आवाज से पीपल के पत्ते जमीं पर बिखर गए अब न मालूम पड़ रहा था कौन किस फ्लोर का... Hindi · कविता 1 567 Share amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read मै शीशा हूँ की पत्थर हूँ मुझे तुमसे मुहब्बत है कभी झुठला नही सकता/ कोई भी छीन कर मुझसे तुम्हे ले जा नही सकता// तू मेरी जिंदगी है इस कदर की क्या बताऊ मै/ कलेजा चिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 463 Share amod srivastava 19 Jul 2016 · 1 min read दो बह्र पर एक प्रयास दो बहरी गजल:- 1बह्र:-2122-1122-1122-112 2बह्र:-2122-2122-2122-212 बेसबब रिश्ते -ओ-नातों के लिए बिफरे मिले।। जब मिले मुझको मेरे सपने बहुत उलझे मिले।। ज़िन्दगी जिनसे मिला सब ही बड़े नम से मिले।। मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 816 Share