kumar ashok3 Tag: कविता 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता सुपुत्र सूरज मल था जाटों की पहचान भयाक्रांत मुगलों में थी उसकी वीरता भी एक पहचान बदनसिंह डांगी का सुपुत्र सूरजमल जाटों की थी जान जहाँ आभाव भी गर्दिशों में दम घोट रहे थे गला अपना नयन... Hindi · कविता 1 345 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता रोती भारत माँ की सो गई क्यों देशभक्ति सीने में बेचारी है गुलाम हो गई नेताओं की क्यों राष्ट्रभक्ति संग ईमानदारी है फ़ना होता नहीं कोई चाहता नेता कोई अब... Hindi · कविता 3 637 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता चाहत की मंजिल चाहत की मंजिल लूटी है अपनी कोई दूकाँ तो नहीं रब ने कठपुतली बना के नचाया छीनी जुबाँ तो नहीं जिसे देखों घृणा से नादाँ परिंदों पर पत्थर उठाता है... Hindi · कविता 1 267 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता आज भी मेरे सपनों में आज भी मेरे सपनोँ में मेरी भारत माता आती है बेटे अशोक उठ कहकर मुझको माता जगाती है कहती कब बड़ा होकर करेगा चौकसी सीमा की खाद रूपी वीरता के... Hindi · कविता 1 247 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता तुझसे इश्क हुआ तो तुझसे इश्क़ हुआ तो सनम अब घाटे का है क्या रोना तूने ही कहा था शक़्ल अच्छी नहीं ,जाकर मुँह धोना खुमार इश्क़ का उतरता नहीं दिलो दिमाग़ से ऐसे... Hindi · कविता 1 203 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता । नब्बे प्रतिशत क्यो है नब्बे प्रतिशत क्यों है प्रिये तुझको मुझसे ही प्यार तेरे दर्पण देखने पर ही सदके मैं जाऊँ सौ सौ बार भूख अकाल महामारी प्रिय तुझे दर्पण नहीं दिखाता लूटपाट फसलों... Hindi · कविता 1 563 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता : कोरोना को हराने चला ये तेरा पापा कोरोना को हराने चला ये तेरा पापा ज्ञान नया बताने चला ये तेरा पापा छोड़ चला मेरी जां तो तुम रोना मत सन्सार को बचाने चला ये तेरा पापा मन... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 28 1k Share Previous Page 2