avadhoot rathore Language: Hindi 35 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid avadhoot rathore 23 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ठुमकत अँगना,तुतले-तुतले बोल, छम-छम पायल की छमक,छिन कितने अनमोल।१। जग में तीरथ बेटियाँ,तारत दो परिवार, है पहिला तो मायरा,दूजा है ससुरार।२। मनोयोग से बेटियाँ,सम्हाले घर-बार, रँग-बिरँगी राँगोलियाँ,साजत अँगना-द्वार।३। औलादों... Hindi · दोहा 2 441 Share avadhoot rathore 20 Aug 2018 · 1 min read ग़ज़ल रात गहराये डरो मत हौसले छोड़ा करो मत। दर्द जितना भी रुलाए सिसकियां प्यारे भरो मत। लोग जलते हों बला से आप पर जल के मरो मत। दिल रहा नाज़ुक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 427 Share avadhoot rathore 12 Aug 2017 · 1 min read विविधता अलग-अलग उदधि-लहरें,लगतीं हैं पर यार, हिल-मिल सब संग रहतीं,अलग नहीं है यार, विविध-विविध सा बहुत है,रंग,धर्म अरु जात, विविध-विविध गुलों से ही,शान बाग़ की यार।। Hindi · मुक्तक 1 433 Share avadhoot rathore 22 Jul 2017 · 1 min read फुटाने आठ से दस वर्षीय तीन बालक एक किराना दुकान पहुंचे।दूकानदार वृद्ध था। " क्या लेना है ? " " दो रूपये के फुटाने ।" दूकानदार ने कोने में टिकी सीढ़ी... Hindi · लघु कथा 1 635 Share avadhoot rathore 2 Jul 2017 · 1 min read मिलन मेघराज की बदरी रानी, मेघ-पिया ढूंढत पगलाय। ढूंढ-ढूंढ खुद आप हिरानी, मेघ-सजन कित गये हिराय। श्रम-जल भीगी सारी सारी, सारी तन से लिपटी जाय । सिहुर शीत जब सारी झटके,... Hindi · कविता 1 439 Share avadhoot rathore 18 Feb 2017 · 1 min read परिचय परिचय ख़ुद से कर मना,मिले ख़ुदी का भान । उससे नित हो सामना ,रमे उसी में ध्यान । रमे उसी में ध्यान,होय अजपा- जप अरचय। मिले परम-पद स्थान, किया जब... Hindi · कविता 1 808 Share avadhoot rathore 26 Jan 2017 · 1 min read माँ भारती माँ भारती की शान में, ग़ुस्ताख़ियाँ होने न दें। ग़ुस्ताख़ की ग़ुस्ताख़ियों, की माफ़ियाँ होने न दें।। हिंदुस्ताँ को तोड़ने की, भी साजिशें हो रहीं, मुस्तैद हों जाँबाजियों को, नींद... Hindi · मुक्तक 1 545 Share avadhoot rathore 23 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ठुमकत अँगना,तुतले- तुतले बोल, छम-छम पैंजन की छमक,छिन कितने अनमोल।१। जग में तीरथ बेटियाँ,तारत दो परिवार, है पहिला तो मायरा,दूजा है ससुरार।२। मनोयोग से बेटियाँ,सम्हाले घर-बार, रँग-बिरँगी राँगोलियाँ,साजत अँगना-द्वार।३... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 746 Share avadhoot rathore 21 Sep 2016 · 1 min read देशगान हर दिन उठाएँ ये क़सम, भारत के दिलो जान हम। यह दिलो जान से प्यारा, इसके तो दिलो जान हम।। ये महकता गुलशन रहा, महकता गुलशन रहेगा, बद नज़र डाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 753 Share avadhoot rathore 19 Sep 2016 · 1 min read गुलाब अश्को से सींचोगे दहकेंगे , यादों के गुलाब। यादों से सींचोगे महकेंगे , वादों के गुलाब। Hindi · शेर 294 Share avadhoot rathore 25 Sep 2016 · 1 min read मशविरा दुनिया में सब कुछ पाने की, ख़्वाहिशें जारी रखो, ज़मीं क्या है फलक छूने की, कोशिशें जारी रखो, दम लेना पहुँच कर अवधूत, चाही मंज़िल पर ही, ऐशो इशरत पर... Hindi · मुक्तक 279 Share avadhoot rathore 28 Sep 2016 · 1 min read क़तअ दर्द दिल का बढ़ा अब दवा दीजिए, अपने दामन की थोड़ी हवा दीजिए , मर्ज बढ़ता ही जाता है रफ्ता रफ्ता , अब दवा की ख़ूराकें बढ़ा दीजिए । Hindi · मुक्तक 324 Share avadhoot rathore 7 Nov 2016 · 1 min read माँ की अभिलाषा लाल तू भी काम आजा वीरता की जंग में। नाम तू अपना लिखा दे भारती की जंग में। ज़िंदगी तो मातृ-भू की नेमतों की देन है। क्यों न माँ पे... Hindi · मुक्तक 263 Share avadhoot rathore 28 Nov 2016 · 1 min read षडपदी बढ़ती जाय घड़ी की सुइयाँ, पल छिन घटत उमरिया हाय। तौ भी ऐश की फिक्र सतावे, मुफत का माल कब मिल जाय। दाँत बचे नहि मुँह में इक भी, तड़पत... Hindi · कविता 309 Share avadhoot rathore 6 Dec 2016 · 1 min read पैसा पैसे से ही जगत में, आन बान और शान। पैसे की ही जुगत में, फिरता है इंसान । फिरता है इंसान , बना यह काशी काबा। थका करत गुणगान ,... Hindi · कुण्डलिया 278 Share avadhoot rathore 19 Dec 2016 · 1 min read कलियुग-दंश हे श्याम तुम्हारे राज्य में, कंस ऐंठते मूंछ। सुनें सिंहश्री गीदड़-भभकी, रहें दबाए पूंछ। सज्जन दुर्जन के घर जाके, रोज़ दबाएँ पैर। कूकुर साहब को साहब श्री, भोर कराएँ सैर। Hindi · कविता 260 Share avadhoot rathore 30 Dec 2016 · 1 min read नववर्ष २०१७ सलाम करते हम सभी, तुझको ओ नववर्ष। सतरह तेरे राज्य में, सबका हो उतकर्ष। सबका हो उतकर्ष , न हो कोई भी ग़ुलाम। यूँ ना हो अपकर्ष , हम करें... Hindi · कविता 387 Share avadhoot rathore 31 Dec 2016 · 1 min read अनुरोध सोलह/सतरह से नमन करहिं नव बरस कहिं,अउर करहिं अनुरोध, सतरह तिहरे शासन हिं ,धन नहि करहिं अबोध।(१) बुरी गयी सोलह सदी ,छिने छिपे सब नोट , देखब कइसन चुनावाँ ,खरीदहिं मनइ वोट... Hindi · दोहा 246 Share avadhoot rathore 27 Aug 2016 · 1 min read ज़िंदगी ज़िंदगी के इतने सवाल क्यों हैं ? ज़िंदगी में इतने बवाल क्यों हैं ? तक़ाज़े तक़ाज़े और तक़ाज़े, इनमें यूँ इतने उछाल क्यों हैं? हैं मुहब्बतें ही फरमान रब का,... Hindi · गीत 1 315 Share avadhoot rathore 1 Aug 2016 · 1 min read कन्या भ्रूण संरक्षण कविता क्यों बिटिया तुम्हें रास आती नहीं ? क्यों ख़ुशियाँ तुम्हें यार भाती नहीं ? है बिटिया घरों में चहकती बुलबुल, क्यों बुलबुल तुम्हें यार भाती नहीं ? है पुरुष... Hindi · कविता 622 Share avadhoot rathore 2 Aug 2016 · 1 min read ""मनुजता"" (१) सुजनता और सुमनता,मनुजता के प्रमाण। मनुजता से हीन मनुज,समझो बस निष्प्राण ।। (२) कुंअर सुँअर में भेद है, समझे वही सुजान। इन दोनन में लुप्त है , कुमान और... Hindi · दोहा 280 Share avadhoot rathore 3 Aug 2016 · 1 min read यारब उस रब को तू याद कर , सुबह रहे या शाम। राम नाम सुरसरि बहे, प्रभु जी आठों याम। प्रभु जी आठों याम, भजन की लगन न टूटे। जग में... Hindi · कुण्डलिया 283 Share avadhoot rathore 7 Aug 2016 · 1 min read दोस्त मुक्तक अपनापन भरपूर दे,सनेह से दे सींच। दिलदारी भरपूर हो,कठिनाई के बीच। उलाहना ना दे कभी,हरे यार का दर्द। मिले तो आतुरता से,बहियों में ले भींच। Hindi · मुक्तक 1 486 Share avadhoot rathore 7 Aug 2016 · 1 min read जज्बा ए मर्दां मुक्तक,,, तुम्हारा इक इक बोल क़तरा है , शहद का। तुम्हारा इक इक बोल मिसरा है, अहद का। मंज़िल करेगी ख़ैरमक़दम देखना, अवधूत,। तुम्हारा इक इक बोल जजबा है, जहद... Hindi · मुक्तक 309 Share avadhoot rathore 8 Aug 2016 · 1 min read मशविरा खाने के मुआमलात में, ज़ुबान काबू रखना। कहने के मुआमलात में, ज़ुबान थामे रखना। बड़ी बेबाक है अवधूत, फिसलती यकायक। बेबाकी करे मनमानी, लगाम बाजू रखना। Hindi · मुक्तक 484 Share avadhoot rathore 9 Aug 2016 · 1 min read भगवद् गीता के श्लोकों से (१)अवनि अंबर अनिल अनल, अंतस व अहंकार। मिलकर आप: औ अकल, अपरा अष्ट प्रकार। --(आप:-पानी),(अकल-अक्ल बुद्धि) (२)अष्ट अकार से विरचित , नश्वर जग का ठाट। जीव बना मैं कर रहा... Hindi · दोहा 375 Share avadhoot rathore 17 Aug 2016 · 1 min read "श्रीपति दास" पति जैसे जीव का भैया, इस जग में कोई दूसरा सानी नहीं है। पत्नियों ने इसे आज तक, अनदेखा किया हक़ीक़तें मानी नहीं है। खड़ा बगुले सा एक टाँग, बजाने... Hindi · मुक्तक 452 Share avadhoot rathore 1 Aug 2016 · 1 min read मंहगी सब्ज़ियाँ दोहे (१)बैठ सब्जी बाज़ार में,अपनी आँखें सेंक। ख़रीदना मुमकिन नहीं ,ख़ाली नज़रें फेंक।। (२)सब्जी जी ही क्रुद्ध नहीं,जिंसों में भी उछाल। लञ्च डिनर पे टेबुल पर,मचता रोज़ बवाल।। (३)सब्जी अगर... Hindi · दोहा 2 325 Share avadhoot rathore 1 Sep 2016 · 1 min read ज़िन्दगी ज़िन्दगी बेवजह हो तो इल्जाम होती है, ज़िन्दगी बावजह हो तो इनाम होती है, जो बना रहे हैं ज़िन्दगी दोजख अवधूत, वो ज़िन्दगी बिलावजह बदनाम होती है। Hindi · मुक्तक 367 Share avadhoot rathore 2 Sep 2016 · 1 min read जीवन के धन जर जोरू और ज़मीन, जीवन के धन तीन, जिनको ये हासिल नहीं, जीवन उनका हीन। जीवन उनका हीन, चलाते चक्कर भारी। रह जाएं ना दीन, झौंकते ताक़त सारी। कहत अवध... Hindi · कुण्डलिया 583 Share avadhoot rathore 4 Sep 2016 · 1 min read मासूम क़ातिल क़ातिल कभी मासूम नहीं होता है, मासूम कभी क़ातिल नहीं होता है, मासूम कहीं हो जाए बिसमिल अगर, बिसमिल ख़ूनी,क़ातिल नहीं होता है। Hindi · मुक्तक 278 Share avadhoot rathore 6 Sep 2016 · 1 min read कृष्ण की मुरली मधुबन बजत मुरलि मधुर, सुनि सुनि सुधि बिसारी है। बजाय पुनि पुनि मधुर धुन, स्व वश करत मुरारी है। गृह तजि तजि धाय मोहन, मुरलिधर हाय किते लुके। मुरलि अधर... Hindi · मुक्तक 1 567 Share avadhoot rathore 7 Sep 2016 · 1 min read ग़मो ख़ुशी रहती नहीं मिठास,ज़ुबाँ पर देर तक, रहती मुई खटास,ज़ुबाँ पर देर तक, ग़मोख़ुशी का मेल,जो काश हो जाता, रहती ग़मोख़ुशियाँ,ज़ुबाँ पर देर तक । Hindi · मुक्तक 308 Share avadhoot rathore 8 Sep 2016 · 1 min read गुण त्रय हैं रंगत जग जीव सब, सत रज तम गुण तीन, ईष्टमन-गेवा--टेक्नी--, क्या है अदभुत सीन । क्या है अदभुत सीन , रोज़ ही खिलती होली। जीव तो --रंग हीन ,... Hindi · कुण्डलिया 368 Share avadhoot rathore 9 Sep 2016 · 1 min read समय समय बदलते देर न लगती, क्यों खोवे है आस ? नव प्रभात फिर से आवेगा, रख रे ऐसी आस । जब झेलेगा सिर पर अपने, श्रम-घन की तू मार। अवधूत... Hindi · मुक्तक 368 Share