Atul "Krishn" 114 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Atul "Krishn" 20 Mar 2024 · 1 min read फलसफ़ा फलसफ़ा जिंदगी का है यही लिखी जो इबादत, पैग़ाम हो, सच हो - या इश्क़ का हो इज़हार सागर की रेत पर मिटा देतीं है वज़ूद लहरें एक पल में Quote Writer 33 Share Atul "Krishn" 20 Mar 2024 · 1 min read शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव ही परम साध्य भी , शिव जीव भी, शिव बह्मा, शिव ही आराध्य हैं !! शिव भोग, शिव त्याग, शिव ही तत्व ज्ञान हैं !... Quote Writer 89 Share Atul "Krishn" 20 Mar 2024 · 1 min read उफ्फ्फ उफ्फ्फ जो गुलाब यूँ तोड़ा एक काँटा चुभा जोर से बूँद लहू की चमकी उँगलियों की पोर पर कहा धीरे से फूलों ने क्या बिगाड़ा जो तोड़ा , और किया... Quote Writer 41 Share Atul "Krishn" 20 Mar 2024 · 1 min read निलय निकास का नियम अडिग है तन तो बस है एक घरोंदा मिट्टी का "साँस " के वास का अल्प ठिकाना नए कुछ घर हैं मज़बूत खड़े समय के जल - और हलचल से कुछ हैं... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 46 Share Atul "Krishn" 13 Mar 2024 · 1 min read वो ऊनी मफलर सर्दी के हैं ये कुछ महीने कस्तूरी की खुश्बू , मेरे साथ होती है पूछते हैं कुछ लोग, कुछ अटकलों में रहते हैं उलझे- उलझे उन्हें क्या पता है वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read बूँद बूँद याद बूँद बूँद याद टपकती रही रात भर ज़ेहन में जमीं बर्फ़ से तन - मन गीला हो गया सीलन सी भर गयी कमरे में हर तरफ़ साँसें रुक गईं हैं... Quote Writer 71 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read सफर कितना है लंबा सफर कितना है लंबा होते रास्ते ख़तम कभी नहीं मुड़ जाते हैं हर छोर पर मील का पत्थर तो बस निशाँ हैं लिखा है जहां अभी सफ़र और बहुत बाक़ी... Quote Writer 75 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read राख के ढेर की गर्मी राख के ढेर की गर्मी देती है बता जलती थी आग वहाँ कभी सर्दियों की रात की थी वो राहत सेकें थे जहां हाथ कइयों ने रात भर . .... Quote Writer 62 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read कठिन समय रहता नहीं कठिन समय रहता नहीं हर वक़्त हर समय जीवन में दम हो जो जीवट आदम में रहता है काबिज़ हर पल - हर समय .......... अतुल "कृष्ण" Quote Writer 82 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है ये सर्दी - ये धुंध भी ना मेरी दुश्मन है औरों की तरह- ये खुशगवार नहीं है किसी ना किसी तरह , तेरी याद ताज़ा रखती है पहाड़ी पगडंडियों पर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read चाँद सबको अच्छा लगता है जब बड़ी अठखेलियां करता है ताल में अपनी छवि देख क्यों इतना इतराता है ना जाने किसे रिझाता है ? हर बार सिर्फ एक ही रूप... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 43 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read "कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है सिर्फ ये मेरी ही बात नहीं हैं ये उतनी ही तेरी भी है कथा व्यथा की लिखना मुश्किल है क्या कहूँ ? कितना कहूँ ? अनुभव के अथाह से चंद... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 62 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read भोग कामना - अंतहीन एषणा भोग कामना - अंतहीन एषणा व्याकुल मन की बात करें क्या कलियुग की यही माया है चाह बढ़ी ऐश्वर्य की जैसे बस विवेक मर जाता है वित्तोषणा बढ़ जाती है... Quote Writer 1 66 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read सर्दी के हैं ये कुछ महीने सर्दी के हैं ये कुछ महीने कस्तूरी की खुश्बू , मेरे साथ होती है पूछते हैं कुछ लोग, कुछ अटकलों में रहते हैं उलझे- उलझे उन्हें क्या पता है वो... Quote Writer 1 86 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ तलाशता हूँ हर शाम उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ बेखयाली में अभी भी सागर की उस नरम रेत पर आज भी जाता ही हूँ तलाशने तुम्हारे पैरों के निशाँ सालों... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 52 Share Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read बड़ा ही अजीब है बड़ा ही अजीब है रिश्ता हमारा - तुम्हारा कमल के पत्ते पर चमकती पानी की इक बूँद की तरह साथ हो कर भी एक नहीं हुए कभी हुए जरा अलग... Quote Writer 91 Share Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read कांटें हों कैक्टस के कांटें हों कैक्टस के या हो टूटे कांच के टुकड़े चुभन इनकी है बर्दाश्त के काबिल ज़ख़्म आपकी बेवफ़ाई का नाक़ाबिले बरदाश्त है .......... अतुल "कृष्ण" Quote Writer 51 Share Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read क्या अजीब बात है क्या अजीब बात है सपनें और यादें बंद आँखों से ही "नज़र" आते हैं .......... अतुल "कृष्ण" Quote Writer 59 Share Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना इतना आसाँ नहीं है अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना एक भरम है -... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल सच्चा रिश्ता - प्रेम भाव अब ऑर्गेनिक हो गया मिलता भी है बड़ा मंहगा ( ग़र ठगे नहीं गये तो) . पर आकर्षक पैक में कॉन्टामिनेटेड रिश्ते नये - नये... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read देखते देखते मंज़र बदल गया देखते देखते मंज़र बदल गया धूप भी सिमट गयी बादलों के आग़ोश में पता नहीं पहाड़ों के बर्फ़ कब पिघलेंगे देवदार के पेड़ भी बर्फ़ की परतों से हैं बोझल... Quote Writer 2 77 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read वक़्त के वो निशाँ है वक़्त के वो निशाँ है चेहरे पर हमारे लिखे हुए हर हर्फ़ बारीक़ हैं पढ़ें ज़रा ग़ौर से कुछ ख़ुशियों के इज़हार हैं तो कुछ हैं ग़मज़दा आँखों का समन्दर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 64 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read और मौन कहीं खो जाता है दर्द -एक आम आदमी का एक आम आदमी का - दर्द गीली लकड़ी में लगी आग सा होता है लपट तो कम होती है घर सारा धुआँ -धुआँ सा होता... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 48 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं बदलते वख़्त के मिज़ाज़ के साथ बसेरा बहुत दूर वतन से हो तो जाता है पर जड़ों में की घर की याद और सोच में मिट्टी की महक बाकी है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 51 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read किरणों का कोई रंग नहीं होता किरणों का कोई रंग नहीं होता Quote Writer 1 85 Share Atul "Krishn" 28 Feb 2024 · 1 min read धुंध इतनी की खुद के धुंध इतनी की खुद के हाथ नज़र नहीं आते बेवफ़ाई ने उनकी भरी धुंध इतनी ज़िन्दगी में मेरी मेरी जिंदगी ही नज़र आती नहीं .......... अतुल "कृष्ण" Quote Writer 1 71 Share Atul "Krishn" 28 Feb 2024 · 1 min read जो हुआ वो गुज़रा कल था जो हुआ वो गुज़रा कल था वक़्त एक धुँआ है आज सिर्फ उस धुएं में कल की बस महक बाक़ी है अतुल "कृष्ण" Quote Writer 68 Share Atul "Krishn" 28 Feb 2024 · 1 min read क्या लिखते हो ? क्या लिखते हो ? पूछा जो उन्होंने गज़ल , कविता , मुक्तक या छंद ? दंग रह गए हम - ऐसे सवाल से पता ना था के जज़बातों के नाम... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल · शेर 44 Share Atul "Krishn" 28 Feb 2024 · 1 min read ख़ियाबां मेरा सारा तुमने ख़ियाबां मेरा सारा तुमने काँटों से भर दिया दग़ा रिश्ते में की तुमने इत्तिहाम हमारे नाम कर दिया मेरे चश्म-ए-तल्ख के आक़िबत से जान ले बहुत अनजान है तू ज़रर... Quote Writer 77 Share Atul "Krishn" 27 Feb 2024 · 1 min read बुझे अलाव की बुझे अलाव की गर्म राख का ताप ज़ख्म के जलने की उम्र बता देता है अतुल "कृष्ण" Quote Writer 50 Share Atul "Krishn" 27 Feb 2024 · 1 min read मन भर बोझ हो मन पर मन भर बोझ हो मन पर रुका हुवा समंदर का तूफ़ान आँखों के पीछे उस पर मुस्कुराने का दर्द समझना मुश्किल है ................ अतुल "कृष्ण" Quote Writer 74 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read बदलते वख़्त के मिज़ाज़ बदलते वख़्त के मिज़ाज़ के साथ बसेरा बहुत दूर वतन से हो तो जाता है पर जड़ों में की घर की याद और सोच में मिट्टी की महक बाकी है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 60 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read सितमज़रीफ़ी सितमज़रीफ़ी है अचानक यूँ लगा किसी ने फिर झरोखे से झाँकने की कोशिश की हो यह और कुछ नहीं बज़्मे-तस्व्वुरात की सितमज़रीफ़ी है हर लम्हा - हर घूँट हो ज़हराबा-ए-ह्यात... Hindi · कविता · ग़ज़ल 54 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read बस अणु भर मैं बस अणु भर मैं बस एक अणु भर पहचान है हमारी एक अणु ख़ुश्बू हूँ, एक झोंका हवा का, बारिश की पहली एक बूँद हूँ धुँये का छल्ला हूँ, ठहरे... Hindi · कविता · संस्मरण 78 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read बस अणु भर मैं बस एक अणु भर बस अणु भर मैं बस एक अणु भर पहचान है हमारी एक अणु ख़ुश्बू हूँ, एक झोंका हवा का बारिश की पहली एक बूँद हूँ धुँये का छल्ला हूँ, ठहरे... Quote Writer 113 Share Atul "Krishn" 25 Feb 2024 · 1 min read रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल सच्चा रिश्ता - प्रेम भाव अब ऑर्गेनिक हो गया मिलता भी है बड़ा मंहगा ( ग़र ठगे नहीं गये तो) . पर आकर्षक पैक में... Hindi · कविता · संस्मरण 66 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read आइये झांकते हैं कुछ अतीत में आइये झांकते हैं कुछ अतीत में पोंछते हैं आईने की धूल को कड़वा है - पर सच है - बस हम ही सहारा झूठ का लेकर बहलाते हैं मन को... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 89 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं साँस लेता आग हूँ राख के परत में दबा हुआ जल जल के रात भर ओढ़ा राख का ये चादर तन - मन तुम्हारे सर्द हो गये हैं अगर तपिश... Hindi · कविता · संस्मरण 1 80 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read क्षितिज के पार है मंजिल क्षितिज पार है मंजिल चौराहे पर आज जब आकर थम सी गई है जिंदगी फिर हम तलाशते हैं वो नामुमकिन रास्ते फिर लौटने को "उस समय" में गुँजाइश लौटने की... Hindi · कविता · संस्मरण 1 99 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read क्षितिज पार है मंजिल क्षितिज पार है मंजिल चौराहे पर आज जब आकर थम सी गई है जिंदगी फिर हम तलाशते हैं वो नामुमकिन रास्ते फिर लौटने को "उस समय" में गुँजाइश लौटने की... Quote Writer 84 Share Atul "Krishn" 24 Feb 2024 · 1 min read उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है सुन सुन यादों की गोश-बर आवाज़ हर शाम जैसे हो शामे-हिज्राँ पर तसव्वुर में तो आज भी और अय्यामे-गुल का ख़्वाब है यादे-रफ्तगां... Quote Writer 1 69 Share Atul "Krishn" 23 Feb 2024 · 1 min read अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ फ़ुरसत में हर शख़्श अपनी यादों की दराजों को एक बार खोलता जरूर है अपने गुजरे उम्र के हर अलग “शेल्फों” में रखीं हुई... Hindi · Quote Writer 1 68 Share Atul "Krishn" 23 Feb 2024 · 1 min read अतीत - “टाइम मशीन" अतीत के “टाइम मशीन" में बैठ फ़ुरसत में हर शख्श एक बार अपनी यादों की दराजों को एक बार खोलता जरूर है "मन की लाइब्रेरी" के एकांत कोने में छुप... Hindi · कविता · संस्मरण 1 57 Share Atul "Krishn" 23 Feb 2024 · 1 min read प्रकृति का बलात्कार समय है अपनी चेतना जगाने का प्रकृति का बलात्कार आदम ने बहुत किया हर शतक के विकराल काल के संकेत को हमने अनदेखा तो कर दिया कलियुग का यह अदृश्य... Hindi · कविता 1 79 Share Atul "Krishn" 23 Feb 2024 · 1 min read काल के काल से - रक्षक हों महाकाल सच में - असुर स्वरभानु ने रूप देव का क्या बदला एक बूँद अमृत का पा के बस अमर ही हो गया कट के दो भाग में जैसे दुगना हो... Hindi · कविता 2 91 Share Atul "Krishn" 22 Feb 2024 · 1 min read तेरी यादों के आईने को तेरी यादों के आईने को टुकड़े टुकड़े के सोचा छूट जाऊंगा यादों के जाल से कम्बख़्त हर टुकड़े में तेरा अक्स नज़र आया अतुल “कृष्ण” Quote Writer 69 Share Atul "Krishn" 22 Feb 2024 · 1 min read स्याही की स्याही की बस इक बूँद सी तुम्हारी दख़ल ने मेरे जिंदगी के साफ़ पानी का रंग बदल दिया अतुल “कृष्ण” Quote Writer 78 Share Atul "Krishn" 22 Feb 2024 · 1 min read वायदे के बाद भी वायदे के बाद भी तुम्हारा ना आना तेरे आने से है बेहतर कम से कम तुम्हारी याद "बेवफ़ा" नहीं आती ही रहती है Quote Writer 65 Share Atul "Krishn" 22 Feb 2024 · 1 min read आसमाँ इतना भी दूर नहीं - आसमाँ इतना भी दूर नहीं - के छू ना सकें - बस - इरादे और हौसले बुलंद होने चाहिए सीढ़ी क्यों लगाएं उस आसमाँ तक क्यों ना खींच लाएं उस... Quote Writer 55 Share Atul "Krishn" 22 Feb 2024 · 1 min read उन कचोटती यादों का क्या उन कचोटती यादों का क्या यादों के घड़े भर मीठे पानी को जैसे एक मुट्ठी नमक ने खारा कर दिया ये यादें भी ना एक अजीब शय है Quote Writer 85 Share Page 1 Next