Ashwani Kumar Jaiswal Tag: ग़ज़ल/गीतिका 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwani Kumar Jaiswal 19 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी समंदर मचल जाते धारायें बदल जाती पराये कहां अपनो की नियत बदल जाती सुंदरता ढल जाती तस्वीरें धुंधला जाती जीवन नही रह जाता सांसे नही चल पाती कड़वी बातें मीठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 338 Share Ashwani Kumar Jaiswal 5 Mar 2022 · 1 min read कागज की कश्ती कौन गया और ये कौन आया दुनियां फानी यही समझ पाया आइना क्या दिखाएगा सूरत मेरी आंखो मे देख लो साया थोड़ा प्यार हमें भी करने दो गुनाह होगा उन्होने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 253 Share Ashwani Kumar Jaiswal 19 Jan 2022 · 1 min read सूर्य अवतरण सूर्य देवता आ गये दिशायें प्रकाशित हुई गुंज हुई जीवन जागा तमी विनाशित हुई प्रातःप्रफुल्लित हरियाली बहती मंद पवन पंछी करें कलरव झूमे मतवाला मस्त मन केतकी गुलाब जूही चम्पा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 237 Share Ashwani Kumar Jaiswal 14 Jan 2022 · 1 min read कुछ मायने नही चल अकेला अगर हमसफर नही चलने का जज्बा ठहरने का नही चार कदम हौसला होते हैं चालीस रहबर मुस्कुराओ तिरछीनजर नही रुको नही चलते रहो बनेगा कारवां मंजिल मिलेगी और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 226 Share Ashwani Kumar Jaiswal 29 Dec 2021 · 1 min read साल नये खुशियां लाओ बड़ा रंगीन रहा ये- साल, हर शै ने दिखाए कमाल। जिंदगी से खुद हो रुबरू, संभले - जब हुए बेहाल। शामे गम वस्ल की रात, मिले जो समझो निहाल। गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 200 Share Ashwani Kumar Jaiswal 26 Dec 2021 · 1 min read गीतिका करीब इतनी कि फासले न रहे फासले इतने कि दूरियां न रहे दिन हवा रात धुआं शाम नदारत जब से वो लम्हे दरमियां न रहे लगा कई बार फासले मिट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 365 Share Ashwani Kumar Jaiswal 8 Dec 2021 · 1 min read कैसे रहती हो याद करता हूं क्या तुम भी करती हो अनेकों यादें यहां वहां कैसे रहती हो तन्हा न छोड़ा अब अकेले रहती हो साथ वर्षों का अब जुदाई सहती हो सात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 341 Share Ashwani Kumar Jaiswal 29 Oct 2021 · 1 min read तुम कहां कह रहा प्रियतमा दंभ नहीं बेपनाह प्यार किया घनेरी जुल्फो मे कभी आखों मे डूब इजहार किया बिंदिया सजे ललाट ज्यों चमके सूरज दोपहर का काम कमान भंवे कजरारे नयनों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 405 Share Ashwani Kumar Jaiswal 9 Oct 2021 · 1 min read नजदीकियों मे दूरियां Reading time: 1 minute नजदीकियों मे दूरियां °°°°°°°°°°°°°°°° नजदीकियों मे दूरियां, दूर हो पातीं न तडपते न बिलखते न तुम जातीं। प्यार भरपूर था हम मे औ तुम मे भी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 222 Share