Ashok Ashq 36 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Ashq 21 Oct 2022 · 1 min read रंग-ए-बाज़ार कर लिया खुद को यूँ गुनहगार कर लिया खुद को जैसे अखबार कर लिया खुद को मिट गया है वजूद ही मेरा इतना लाचार कर लिया खुद को जब नशा चढ़ गया अमीरी का... Hindi 145 Share Ashok Ashq 18 Oct 2022 · 1 min read बिखरे हम टूट के फिर कच्चे मकानों की तरह जीस्त में आया कोई आँधी तूफानों की तरह बिखरे हम टूट के फिर कच्चे मकानों की तरह रात दिन बेबसी है एक निवाले के लिए खुदकुशी कर न ले मजबूर... Hindi 272 Share Ashok Ashq 21 Oct 2021 · 1 min read अपनी ही खिड़कियों से अल्लाह बचाए हमको नाज़नीं की शोखियों से मुद्दत से झाँकती है अपनी ही खिड़कियों से ये बाग कैसे उजड़ा क्यों है उजाड़ बस्ती क्यों हाल ये हुआ है पूछो तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 222 Share Ashok Ashq 9 Oct 2021 · 1 min read नाज़नीं अब तेरी दोस्ती भी मिले नाज़नीं अब तेरी दोस्ती भी मिले ग़म मिले हैं बहुत कुछ खुशी भी मिले काट लूँगा अँधेरे में मैं ज़िन्दगी कुछ तो रुख़सार की रौशनी भी मिले जी रहा हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 517 Share Ashok Ashq 27 Sep 2021 · 1 min read कब तक कहो तुम्हीं कि सम्भाले तुम्हारे ख़त कब तक कहो तुम्हीं कि संभाले तुम्हारे ख़त सोचा है कर दूँ तेरे हवाले तुम्हारे ख़त पड़ते निगाह उस पे हुए ज़ख्म सब हरे जाने नहीं क्यों आज निकाले तुम्हारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 270 Share Ashok Ashq 3 Jun 2019 · 1 min read यूँ किस्तों में ये ज़िंदगानी लुटा दी यूँ किस्तों में ये जिंदगानी लुटा दी कहीं जाँ कहीं पे जवानी लुटा दी बड़े नाज से माँ ने पाला था मुझको नादानी में उनकी निशानी लुटा दी संभाला बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 297 Share Ashok Ashq 20 Apr 2019 · 1 min read तुमने पुकार कर देखा नही कभी मुझे तुमने पुकार कर मैं लौटता चढ़े हुए दरिया को पार कर है कैसी आग ये लगी उठता रहा धुआँ जाए कहीं नहीं मुझे ये खाकसार कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 302 Share Ashok Ashq 18 Apr 2019 · 1 min read रफ़्ता रफ़्ता हाथों से किनारा गया दस्तो सहरा में भी दिन गुजारा गया दर्द सीने में ऐसे उतारा गया शौके गौहर में हम ना जमी के रहे रफ़्ता रफ़्ता हाथों से किनारा गया स्याह रातें बची... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 421 Share Ashok Ashq 17 Apr 2019 · 1 min read दर्द दामन में दर्द दामन में छुपाना सीखिये चोट खाकर मुस्कुराना सीखिये मतलबी हर शै यहाँ पर जान तू खार से भी दिल लगाना सीखिये रौशनी को जो तरसते आ रहे दीप उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 533 Share Ashok Ashq 14 Apr 2019 · 1 min read जिस्म का बाज़ार है बस सजा फिर जिस्म का बाज़ार है बस भुला दे सब ख़बर, अखबार है बस ये दुनियाँ छोड़ दूँगा मैं उसी पल तुम्हारी ना की ही दरकार है बस भले ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 303 Share Ashok Ashq 14 Apr 2019 · 1 min read हमारी ईद हो जाए जरा ठहरो मुकद्दर आजमाकर देख लेता हूँ इन्हीं बंजर जमीं में गुल खिला कर देख लेता हूँ खुशी रहती नही आँगन मेरे ज्यादा दिनों तक तो खुदाया अब गमों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share Ashok Ashq 13 Jan 2018 · 1 min read वो नज़ाकत नही छोड़े हैं हर सितम सह मुहब्बत नही छोड़े हैं जग करे कुछ भी चाहत नही छोड़े हैं जग सताता रहा यूँ मुझे हर घड़ी देखिये हम शराफत नही छोड़े हैं वो गई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 539 Share Ashok Ashq 8 May 2017 · 1 min read देख क्या खूब मेरी चाहत है सच्च या झूठ ये इबादत है कह रहा तू जिसे मुहब्बत है फैसला कौन अब करे मेरा हर जगह तेरी ही हुकूमत है रौनके हुस्न कह रही मुझसे ये असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 287 Share Ashok Ashq 4 May 2017 · 1 min read लूटकर हक़ लिया कीजिये इश्क़ यूँ आप खरा कीजिये पत्थरों को ख़ुदा कीजिये हद तुम्ही हो नज़र की सनम यूँ न पर्दा किया कीजिये होश बाकी रहे ही नही इस कदर क्या नशा कीजिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 265 Share Ashok Ashq 3 May 2017 · 1 min read दर किसी के बजी शहनाई है जाम आंखों से यूँ पिलाई है लूटने फिर मुझे वो आई है गर सहारा नही दे सकता तू तो मिटा दे मुझे दुहाई है खाक करके गया मुझे जालिम दर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 306 Share Ashok Ashq 30 Apr 2017 · 1 min read हुस्न तेरा ख़ुदा हो जाना है हर कसम तोड़ पास आना है हुस्न तेरा ख़ुदा हो जाना है नाम बदनाम है मुहब्बत का डूब जा गर बड़ा दीवाना है हाल अपना अलग नही तुम से छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 508 Share Ashok Ashq 28 Apr 2017 · 1 min read एक से हम हो गए बाँहो में तेरे मचल कर एक से हम हो गए ख्वाब में तेरे उतरकर एक से हम हो गए हसरतें मुझमे बहुत है बस तुझे पा लें सनम आरजू में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 519 Share Ashok Ashq 27 Apr 2017 · 1 min read लिपट गेशुओं से गुजारा करेंगे तुम्हें हम कभी भी न रुस्वा करेंगे सुबह शाम तेरा ही सजदा करेंगे बड़े मन्नतों से मिला यार मुझको मुहब्बत ख़ुदा से भी ज्यादा करेंगे मुझे जाम दे दे मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 409 Share Ashok Ashq 25 Apr 2017 · 1 min read टूट कर शाख से गिरा कैसे बात दिल की न कर हज़ारों से ये जहाँ है भरी दिले बीमारों से चाह गुल की रही सदा लेकिन दिल लगाना पड़ा है खारों से टूट कर शाख से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share Ashok Ashq 24 Apr 2017 · 1 min read खुशी पल भर नही देखे जिगर पर चोट खा कर भी तेरे कूचे में आए है दवा दे या ज़हर दे दे तेरे सपने सजाए है खुशी का क्या ठिकाना हो अभी वो पास हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 437 Share Ashok Ashq 21 Apr 2017 · 1 min read आग मज़हब की लगाते कहने को इंसान है घर किसी के दो निवाले के लिए तूफ़ान है हाल से उसके हुजूरे आला क्यों अंजान है पत्थरों का ये शहर है जान ले तू भी इसे सब ख़ुदा के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 275 Share Ashok Ashq 18 Apr 2017 · 1 min read अलग पहचान रखते हैं दिवाने हैं हथेली पर हमेशा जान रखते हैं उबलते दर्द सीने में मगर मुस्कान रखते हैं उजाला बाँटते सबको मोहब्बत ही सिखाते हैं भले अपना घरौंदा ही सदा सुनसान रखते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 332 Share Ashok Ashq 7 Apr 2017 · 1 min read रहे फासले से रहे फासले से मिटी दूरियाँ ना बँधी इश्क़ की पाक वो डोरियाँ ना मयस्सर नही पायलों की ये छमछम झरोखे में दिल के बजी चूड़ियाँ ना - 'अश्क़' Hindi · मुक्तक 1 319 Share Ashok Ashq 5 Apr 2017 · 1 min read अता कर दे सजा मालिक अता कर दे सजा मालिक मुझे मेरे गुनाहों की मिटा दे तू निशां मेरा बना दे धूल राहों की मुझे आजाद कर दे अब भला घुट-घुट जिए कबतक असर कुछ... Hindi · मुक्तक 1 344 Share Ashok Ashq 5 Apr 2017 · 1 min read अता कर दे सजा मालिक अता कर दे सजा मालिक मुझे मेरे गुनाहों की मिटा दे तू निशां मेरा बना दे धूल राहों की मुझे आजाद कर दे अब भला घुट-घुट जिए कबतक असर कुछ... Hindi · मुक्तक 1 398 Share Ashok Ashq 4 Apr 2017 · 1 min read निशाने पर हवा के निशाने पर हवा के है मुहब्बत मेरी बचाएगी इसे कब तक इबादत मेरी उठा तूफां जहाने इश्क में ये कैसा सलामत रह रहेगी अब न चाहत मेरी गुमाँ था इश्क... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 466 Share Ashok Ashq 1 Apr 2017 · 1 min read जला हरपल मुहब्बत में जला हरपल मुहब्बत में मेरी साँसे महकती है खुमारी है अजब सी ये दिल मे शोला भड़कती है लगे हर शै नया अब तो मेरी नज़रों से तुम देखो तेरे... Hindi · मुक्तक 1 668 Share Ashok Ashq 1 Apr 2017 · 1 min read जला हरपल मुहब्बत में जला हरपल मुहब्बत में मेरी साँसे महकती है खुमारी है अजब सी ये दिल मे शोला भड़कती है लगे हर शै नया अब तो मेरी नज़रों से तुम देखो तेरे... Hindi · मुक्तक 1 304 Share Ashok Ashq 31 Mar 2017 · 1 min read छुआ जब से मुझे तूने लगी है आग तनमन मे छुआ जब से मुझे तूने बड़ी बेचैन है साँसे छुआ जब से मुझे तूने मनाया लाख दिल को मैं मगर ये बात माने ना निगाहें... Hindi · मुक्तक 1 465 Share Ashok Ashq 28 Mar 2017 · 1 min read है निवाला सामने पर तू नही है अधूरी ज़िन्दगी अब लौट आ बिन तुम्हारे क्या ख़ुशी अब लौट आ अब सताऊँगा नही माँ मैं तुम्हें कर रहा मैं वन्दगी अब लौट आ है निवाला सामने पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 482 Share Ashok Ashq 24 Mar 2017 · 1 min read मुझे फिर सताने मुझे कर इशारे लुभाने लगे है निगाहों से अपने बुलाने लगे हैं बहाने बना कर मुझे फिर सताने सजन जी मेरे पास आने लगे हैं - 'अश्क़' Hindi · मुक्तक 1 318 Share Ashok Ashq 23 Mar 2017 · 1 min read उँगलियाँ उठेगी वफ़ा पर तुम्हारी दिलों में उतरता नज़ारा नही है मगर ये सफ़र छोड़ आना नही है गुजर यार जाता बुरा दौर ये भी हो मगरूर तुमने पुकारा नही है सुनो ये डगर मुश्किलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 331 Share Ashok Ashq 22 Mar 2017 · 1 min read आबरू बच गई मुहब्बत की आग फिर इश्क़ की लगाया है बज़्म में यूँ मुझे बुलाया है आबरू बच गई मुहब्बत की कब्र पर वो मेरी जो आया है खाक मुझको जुदा करोगे तुम रब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 418 Share Ashok Ashq 20 Mar 2017 · 1 min read फासला भी हुआ है अदावत हुई फासला भी हुआ है वफ़ा का अभी सिलसिला चल रहा है कहें हाल कैसे खुदाया बता दे मुहब्बत यहाँ कब मुकम्मल हुआ है उतर जो गया इश्क़ के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 319 Share Ashok Ashq 11 Jun 2016 · 1 min read अभी बाकी निशाँ तेरा अभी बाक़ी निशां तेरा हमारे दिल पे है हमदम बसी हो धड़कनों में तुम कि जैसे धूप में शबनम अदावत लाख करलो तुम मगर तुमको ही चाहेंगे तुझे चाहा तुझे... Hindi · मुक्तक 1 1 538 Share Ashok Ashq 9 Jun 2016 · 1 min read राहें माँ देख रही होगी चाहत में थोड़े पैसे की गाँव मैं छोड़ आया हूँ मिट्टी की सौंधी खुशबू से बंधने तोड़ आया हूँ राहें माँ देख रही होगी छाँव में बैठ पीपल के न... Hindi · मुक्तक 1 1 306 Share