अश्क चिरैयाकोटी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अश्क चिरैयाकोटी 13 Feb 2022 · 1 min read खुशियों का तो महलों से याराना है... झोपड़ियों के हिस्से में क्या आना है, खुशियों का तो महलों से याराना है।। संकीर्ण विचारों का है अब भी राज यहाँ, मानवता तो केवल एक बहाना है।। आग लगाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 724 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Feb 2022 · 1 min read न रोटी, न कपड़ा, न कोई मकाँ..... लगे आजकल हर कोई मेहरबाँ है, सियासत की ऐसी अजब दास्ताँ है।। किसी रात फुटपाथ पर जा के देखो, न रोटी,न कपड़ा,न कोई मकाँ है।। गया ईद-होली पे मिलना गले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 490 Share अश्क चिरैयाकोटी 10 May 2022 · 1 min read ठोकर तमाम खा के.... ठोकर तमाम खा के सँभलते रहे हैं हम। हसरत लिये मुकाम की चलते रहे हैं हम।। आगे न ग़र्दिशों के झुका अपना सर कभी, आँखें मिला के उनसे निकलते रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 473 Share अश्क चिरैयाकोटी 5 Jun 2022 · 1 min read परख लो रास्ते को तुम..... ज़रूरी है सफ़र में पांव रखने से ज़रा पहले। परख लो रास्ते को तुम विचरने से ज़रा पहले।। न ऐसा हो कि सुनते ही किसी का टूट जाये दिल, बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 459 Share अश्क चिरैयाकोटी 1 May 2022 · 1 min read मेरे हर सिम्त जो ग़म.... मेरे हर सिम्त जो ग़म का तूफ़ान है, ये किसी की मुहब्बत का एहसान है।। अब सियासत की मंडी में चारों तरफ़, बिक रहा नफ़रतों का ही सामान है।। नाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 442 Share अश्क चिरैयाकोटी 13 Mar 2022 · 1 min read कौन जाने कौन किससे........ कौन जाने कौन किससे आज कितना दूर है? देखने में प्यार सबके दरमियाँ भरपूर है।। हो गया है मर्ज़ दिल का इसलिए अब लाइलाज़, ज़ख़्म हल्का सा रहा जो बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 382 Share अश्क चिरैयाकोटी 25 Apr 2022 · 1 min read गुफ़्तगू का ढंग आना चाहिए गुफ़्तगू का ढंग आना चाहिए, और लहजा शायराना चाहिए।। जिस किसी को रास्ते की हो समझ, हमसफ़र उसको बनाना चाहिए।। कौन क्या कहता है ये छोड़ो मियाँ, है सही क्या,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 367 Share अश्क चिरैयाकोटी 20 Mar 2022 · 1 min read दिलों से दिलों को मिलाती है होली दिलों से दिलों को मिलाती है होली, मुहब्बत की रस्में निभाती है होली।। युवा हों कि बच्चे कि नारी या बूढ़े, सभी के ही मन को लुभाती है होली।। गिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 334 Share अश्क चिरैयाकोटी 28 Feb 2022 · 1 min read वोट देने से पहले... आजकल बस उसी की शुहरत है, जिसको भी हाँकने की आदत है।। है सभी को तलाश मौके की, साफ़ किसकी यहाँ पे नीयत है।। फ़िक्र आवाम की यहाँ किसको, बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share