'अशांत' शेखर Tag: मुक्तक 112 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️मेरे अंतर्मन के गदर में..✍️ ✍️मेरे अंतर्मन के गदर में..✍️ ………………………………………// वो रहता है आमने वो रहता है सामने वो रहता है बाहर वो रहता है भीतर वो रहता है चारोओर खुद से... नजरअंदाज होकर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 181 Share 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ………………………………………………// जब परछाई के साये अपने वजूद को अंधेरो मे खोज रहे थे जहाँ को रोशन करने एक ख़ुर्शीद आया... अज्ञान के गहरे भंवर में फंसकर उम्मीदों... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 5 10 397 Share 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️पलभर का इश्क़✍️ ✍️पलभर का इश्क़✍️ .......…..............………...// उसका दिल उसका दर्द उसकी रूह उसकी जान वो किसी पर भी लुटा दे...! तुम्हारा क्यूँ कहाँ मानेगी..? जब तुमने कुछ कहाँ ही नहीं..! हो सकता... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 397 Share 'अशांत' शेखर 17 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक घना दश्त है✍️ ✍️एक घना दश्त है✍️ ………………………………………………// ये जो भीड़ है रोज सुबह भोर में जागती है कुछ हासिल ख्वाइशों में... और निकलती है कुछ पाने की तमन्नाओ में... एक घना दश्त... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 266 Share 'अशांत' शेखर 17 Jul 2022 · 1 min read ✍️तन्हा खामोश हूँ✍️ ✍️तन्हा खामोश हूँ ✍️ ……………………………………………………// कोई कैसे पढता मुझे मैं तो एक पुराना सा गुमनाम खत हूँ मैं पहुँचता कैसे उनके पते से अंजान हूँ कोई कैसे चाहता मुझे मैं... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 338 Share 'अशांत' शेखर 16 Jul 2022 · 1 min read ✍️चरित्र वो है…!✍️ ✍️चरित्र वो है…!✍️ ………………………………………// चरित्र कोई कैनवास पे उतारा गया चित्र नहीं है जो आप उसे सप्तरंगों से सजा दोगे चरित्र वो है अपनी लाख गलती में भी एक मित्र... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 5 278 Share 'अशांत' शेखर 16 Jul 2022 · 1 min read ✍️कल के सुरज को ✍️ ✍️कल के सुरज को ✍️ ……………………………………………// बाकी तो कुछ अब बचा नहीं.. यूँही हौसले समेटकर बैठे है.. के कोई फिर हमें ना गिरा सके.. कई दफा उठकर खड़े हुए है... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 4 251 Share 'अशांत' शेखर 15 Jul 2022 · 1 min read ✍️अच्छे दिन✍️ ✍️अच्छे दिन✍️ ………………………………………// हमने कहाँ मांगे थे बेबस लाचारी के ये अच्छे दिन लौटा दो हमें न कड़वे ना मिठे वो पुराने बीते दिन चूल्हें की बुझती लौ और टिमटिमाती... Hindi · मुक्तक 2 4 493 Share 'अशांत' शेखर 11 Jul 2022 · 1 min read ✍️"नंगे को खुदा डरे"✍️ ✍️"नंगे को खुदा डरे"✍️ ……………………………………// आप भला ये कहते आये हो "नंगे को खुदा डरे" और ज़िद कर बैठे है वाइज़ उसे जर्रे जर्रे में तलाशने की..! कभी दुनिया को... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 4 639 Share 'अशांत' शेखर 10 Jul 2022 · 1 min read ✍️'गंगा बहती है'✍️ ✍️'गंगा बहती है'✍️ ………………………………// कही मौसम की बारिशें सदियों से बाढ़ को बहाकर गुजरती है गांव से... शहर से... देश से... इस पूरी जगत से.. 'गंगा बहती है' महान संतो... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 242 Share 'अशांत' शेखर 10 Jul 2022 · 1 min read ✍️मैं अपने अंदर हूं✍️ ✍️मैं अपने ही अंदर हूं✍️ ………………………………// कभी मुझे मेरी आवाज़ मेरे दिल के गहराई से मेरे दिल तक पहुँची नहीं जो मेरे दिल को सुनाई देती..! तो शायद मैं अपने... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 372 Share 'अशांत' शेखर 10 Jul 2022 · 1 min read ✍️साँसों को हवाँ कर दे✍️ ✍️साँसों को हवाँ कर दे✍️ ………………………………………………// मुझे सजा के तू रख ले या कोई सजा देके रख ले दर्द को कुछ पल की रज़ा दे दे चाहे दिल को हमेशा... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 4 243 Share 'अशांत' शेखर 7 Jul 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी खुला मंचन है✍️ ✍️जिंदगी खुला मंचन है✍️ …………………………………………………// जिंदगी क्या है..? जिस्म के जीवित एहसासो का एक खुला मंचन है..! अपने ही कोशिशों से इस जीवन के रंगमंच को सजाना है खुशियों में... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 4 264 Share 'अशांत' शेखर 3 Jul 2022 · 1 min read ✍️हौंसला जवाँ उठा है✍️ ✍️हौंसला जवाँ उठा है✍️ ………………………………………// दिल में मेरे इरादों का एक सैलाब उठा है... तप्ती लावा का जलजला उठा है। बोल देता लफ्ज़ो से कुछ बज़्म में तेरे... जबाँ पे... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 2 188 Share 'अशांत' शेखर 3 Jul 2022 · 1 min read ✍️ख़्वाबो की अमानत✍️ ✍️ख़्वाबो की अमानत✍️ ………………………………………………// मेरी कलम के नोंक पर जमी एक बूंद सियाही भी तेरी नेकियां नवाझती गर अच्छाईयों की कुछ तो तुझमे बात होती। दो वक़्त की थाली का... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 4 254 Share 'अशांत' शेखर 2 Jul 2022 · 1 min read ✍️इत्तिहाद✍️ ✍️इत्तिहाद✍️ ……………………………………// एक आसमान है और एक चाँद... पीछे तारो का जमघट है। एक ज़मी है और एक मैं... बाकी मायूसी का मरघट है। मोहब्बत की भरी कहकशाँ में महफ़िल... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 368 Share 'अशांत' शेखर 1 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक कन्हैयालाल✍️ ✍️एक कन्हैयालाल✍️ ………………………………………………// कौन थे वो..? कहा के थे वो..? कहा से आये थे वो..? आदम थे वो..! नापाक धरती के थे वो..! गंदी सोच से आये थे वो..! एक... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 270 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️सिर्फ मिसाले जिंदा रहेगी...!✍️ ✍️सिर्फ मिसाले जिंदा रहेगी...!✍️ ……………………………………………………// वो आँखे मूँदने की सलाह देंगे आप अंतर्दृष्टि से देखना वो कर्ण बधिर रखने की राय देंगे आप अंतर्मन से सुनना वो जुबाँ बंद रखने... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 356 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️बेवफ़ा मोहब्बत✍️ ✍️बेवफ़ा मोहब्बत✍️ ………………………………………………………// सुबह मेरे मोहब्बत की झूठी कसमे खाई दोपहर एक ओर रूठी मोहब्बत रंग लाई शाम को तय हुई मोहब्बत की रस्मे निभाई रात को बची मासूम मोहब्बत... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 2 177 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️जश्न-ए-चराग़ाँ✍️ ✍️जश्न-ए-चराग़ाँ✍️ …………………………………// आज फिर लोकतंत्र की होली जलाकर वो जश्न-ए-चराग़ाँ मना रहे है...! …………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 30/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 325 Share 'अशांत' शेखर 29 Jun 2022 · 1 min read ✍️व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी✍️ ✍️व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी✍️ …………………………………………………………// आप व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी हो ? फिर तो… गहन विषयो के अध्ययन में हो अच्छे प्रोफाइल के जतन में हो सच या झूठ के फैसलों में... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 4 380 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️तंगदिली✍️ ✍️तंगदिली✍️ …………………..// ढाई अक्षर प्रेम के… ढाई अक्षर त्याग के… दोनों के लिए इंसान तंगदिली… करता है। ……………………………….// ✍️"अशांत"शेखर✍️ Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 173 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️आखरी सफर पे हूँ...✍️ ✍️आखरी सफर पे हूँ...✍️ ………………………………………………// बस आखरी सफर पे हूँ शायद मंझिल मिले ना मिले... पर कल काफ़िला रुक जायेगा... और कदम सुस्त पड़ जायेंगे हाथ ना उठ पायेंगे ये... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 210 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हौंसला✍️✍️ ✍️✍️हौंसला✍️✍️ …………………………………………// कितनी जिद्दोजहद की उसकी तलाश में... कुछ खामोशियाँ कुछ सन्नाटे कहने लगे वो तो अंदर ही रहता है ज़ेहन में... …………………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 28/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 197 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हादसा✍️✍️ ✍️✍️हादसा✍️✍️ ………………………………………// दिल के मर्ज़ का ना पूछो हाल उसकी कुछ चहेती यादो में थोड़ा सँवर जाता है अनचाहे हादसों की जरासी आहट में ओर ज्यादा ही चौकन्ना हो जाता... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 201 Share 'अशांत' शेखर 26 Jun 2022 · 1 min read ✍️दम-भर ✍️ ✍️दम-भर ✍️ ……………………// एक ख़्वाईश के बदले तेरे लाख इम्तिहाँ रहते है..! चंद साँसे दम-भर जीने के लिये, जिंदगी तूने उम्र भी तो घटा दी है...! ……………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 26/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 338 Share 'अशांत' शेखर 24 Jun 2022 · 1 min read ✍️पुरानी रसोई✍️ ✍️पुरानी रसोई✍️ ………………………………………// बचपन की रसोई मुझे याद है वो पितल की थालियां वो पितल की प्यालियां दीवाल पर टंगी लकड़ी के पाट पर सजी होती थी । थोड़े से... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 390 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️"अग्निपथ-३"...!✍️ ✍️"अग्निपथ-३"...!✍️ ....................................................// कल ओर एक फ़िल्म रिलीज़ हुई नाम है "अग्निपथ-३"...! उसकी भीषण वास्तविकता स्क्रीन के बजाय रास्ते पर थी... हमने पटरी पर जलती रेल देखी। इस बार "निर्माता" सरकार... Hindi · मुक्तक 1 225 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ................................................................// पुरे दिन की जहांन की हरकतें, मौसम की हलचल, करवट बदलता वक़्त, इन सबको निचोड़कर कुछ गंदगी को छानके कुछ अच्छाई को पिरोके लफ्ज़ो... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 281 Share 'अशांत' शेखर 17 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️ए जिंदगी✍️✍️ ✍️✍️ए जिंदगी✍️✍️ .......................................// तू नहीं जानती ए जिंदगी मुश्किल वक़्त कैसे गुज़रता है..! कड़ी धूप में अश्कों की गीली चादर सुखाने में ही दिन ढलता है..! फिर तन्हा दिल सूखे... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 198 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️चार कदम जिंदगी✍️ ✍️चार कदम जिंदगी✍️ ..........................................// कल जिंदगी की राह पर चार कदम चलके देखा... दो कदम पर 'दर्द 'जोर से टकराया । दो कदम पर 'ख़ुशी 'का सिर्फ साया... ............................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 241 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️दो पंक्तिया✍️ 1.✍️तंगदिली✍️ .......................// ढाई अक्षर प्रेम के... ढाई अक्षर त्याग के... दोनों के लिए इंसान तंगदिली... करता है। ...................................../ 2.✍️मुझे माफ़ कर✍️ ........................// इतना लाचार मैंने किसी को देखा नहीं...! थरथराते... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 202 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ............................................// कल नये साल के सौ मीठेबोल संदेश भेजें और बाकी है..! रोज किसी के जन्मदिन की बधाईयाँ... शादी वर्षगांठ की खुशियाँ... और किसीके पुण्यस्मरण की... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 380 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी✍️ ✍️जिंदगी✍️ ......................................// दोस्त चेहरे की क्या अहमियत वो बड़े कलंदर होते है। हम दिल में समंदर ढूंढते है। कभी वो फुर्सत में खुलकर मिली तो उसके भी चेहरे पर समंदर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 2 221 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️खुशी✍️ ✍️✍️खुशी✍️✍️ ......................................// कितना मेकअप ओढ़े घूमती फिरती है खुशी, यहाँ वहाँ और कहाँ कहाँ... जैसे गम की कोई बिसाद ही नहीं । कितनी भी परते हटा लो यहाँ वहाँ और... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 2 272 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ................................................// मैं जानता हूँ कल फिर यहाँ जिंदगानियाँ तरन्नुम होगी, फ़तेह की कहानियाँ नयी जुबाँ लिखेगी, खुशियों के मेले लगेंगे आदमियों की भीड़ सजेगी। क्या फर्क पड़ता है गर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 434 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ......................................// यहाँ हर कोई हर किसीका सुकून छीनने के फिराक में है। यहाँ कोई किसीका रंज-ओ-गम चुराने की हिमाक़त नहीं करता।। ..........................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 2 265 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ..............…........................// वो नासाज़ लुटेरा बड़ा ही दिल के दर्द का मरीज़ होगा...! मेरी खाली तिजोरी से सिर्फ अल्फाज़ो के पन्ने चुरा ले गया...! .......................................// ©✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhan · मुक्तक 1 4 349 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️रूपया✍️✍️ ✍️✍️रूपया✍️✍️ ...................................…..// कल धरा के उस बाजार में वो गिर गया और चर्चा-ए-आम हो गया। अब चर्चा-ए-खास ये है हर कोई उसे उठाने पर आमादा है अपनी खुशियां आबाद रखने... Hindi · Ashantshekhatlekhani · मुक्तक 1 2 646 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read .✍️आशियाना✍️ ✍️✍️आशियाना✍️✍️ ........................................// कलेजे को हाथ में रखकर जिस्म को तपाना पड़ता है नंगे धुप में, रूह को भिगाना पड़ता है धुँवाधार बेरहम बारिश में, और साँसों को ठिठुरना पड़ता है... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 365 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️नींद✍️✍️ ✍️✍️नींद✍️✍️ ................................…...// मेरी रूह से जाने की एक दफ़ा इजाजत क्या दी..! वो वापस लौटने का नाम ही नहीं लेती, कही अर्से हुए उसे मिले हुए...! वो आँखों से ओझल... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 2 367 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो मील का पत्थर....! ✍️वो मील का पत्थर....!✍️ ----------------------–----// रोज मेरे ख़्वाब में एक मील का पत्थर आता है और मुझसे मेरे शहर का पता पूछता है...! मैं हैरान परेशान मेरे जिस्म पर कोई... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 598 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️पत्थर✍️ ✍️पत्थर...!✍️ -----------------------------------// एक पत्थर तेरे हाथ में... एक पत्थर मेरे हाथ में... तू काँच की हवेली में खड़ा है मैं आँच की हथेली पे पला हूँ, आँधियों में भी बेख़ौफ़... Hindi · मुक्तक 729 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️चार बूँदे...✍️✍️ ✍️चार बूँदे...✍️ -----------------------------// आज फिर से बारिश चार बूँदे छिड़क गयीं दो बूँदे उसकी आँखों में नमी भर गयी। दो बूँदे दिल के तपिश को ठंडा कर गयी ।। -------------------------------//... Hindi · Ashantshekharlekhani · Muktakashantlekhani · मुक्तक 1 2 334 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेहरबानी✍️ ✍️मेहरबानी...✍️ -----------–------------------------// मैं बहोत दूर चला आया सिर्फ ये जानने के लिये खाली शहर कैसा लगता होगा, उजालो की बाते करनेवाला शहर क्या गुमसुम अंधेरो से लिपटा होगा ? आसमान... Hindi · Ashantshekharlekhan · मुक्तक 1 2 245 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ --------------------------------------------// क्या क्या पढ़ा है आपने ? रामायण,महाभारत,गीता खण्ड खण्ड अखंड पढ़ी है! क्या पाखंड पढ़ा है आपने ? क्या क्या पढ़ा है आपने... Hindi · मुक्तक 2 8 489 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं जब पी लेता हूँ✍️ ✍️मैं जब पी लेता हूँ ✍️ --------------------------------------// मैं जब थोड़ीसी पी लेता हूँ । अस्सल जिंदगी जी लेता हूँ ।। मुझे दुर तक कोई डर नहीं सताता है। मेरे पास... Hindi · मुक्तक 2 368 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैंने पूछा कलम से✍️ ✍️मैंने पूछा कलम से ✍️ --------------------------------------// मैंने पूछा कलम से किसके लिये क्या लिखूं ? कलम ने कहाँ राम के लिये "मर्यादा" सीता के लिये "अग्निपरीक्षा" कृष्ण के लिये "वरदान"... Hindi · मुक्तक 6 19 727 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ --------------------------------------// आप सभी को ऐसा लगता होगा के "सूरज" संध्या समय डूब जाता होगा । ये सच नहीं है... वो धरा की दुसरे हिस्से में बसे अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 3 6 416 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ------------------------------------// वो पलाश के फूल...! गहरे केसरी लाल जैसे जंगल में हो आग वो पलाश के फूल...! फ़ागुन का संकेत दर्शाते हैं बसंत का एहसास जगाते... Hindi · मुक्तक 4 7 1k Share Previous Page 2 Next