'अशांत' शेखर Tag: कविता 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 'अशांत' शेखर 21 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️ओढ✍️✍️ ✍️✍️ओढ✍️✍️ ....................................................// पुन्हा श्रावणात भिजल्या आठवणी गर्द हिरवळीची हुरहुरली वाट देखणी डोळ्यात भरून आल्या सरी, गहिवर मनी ऋतुंची करावी मनधरणी... चिंब पावसाला एकच विनवणी माझ्या गावा बरसुन जा... करुन एकांत... Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 231 Share 'अशांत' शेखर 21 Jun 2022 · 1 min read ✍️हिटलर अभी जिंदा है...✍️ ✍️हिटलर अभी जिंदा है...✍️ .......................................................// यदि,सपने सच होते है,तो मैं बहोत डरा हुवा महसूस कर रहा हूँ... हिटलर की प्रतिआत्मा अपने झूठे संघर्ष की सच्ची कहानी बयां करते हुए मैं... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 4 240 Share 'अशांत' शेखर 20 Jun 2022 · 1 min read ✍️प्रकृति के नियम✍️ ✍️प्रकृति के नियम✍️ ...............................// ये कैसी विपदा है मैं, मैं नहीं... तू, तू नहीं... अब हम कही नहीं... मैं, तू नहीं... तू, मैं नहीं... विश्वास नहीं, तो खोजले अपने आपको... Hindi · कविता 2 224 Share 'अशांत' शेखर 20 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेरी कलम...✍️ ✍️मेरी कलम...✍️ .............................................................// आज मेरी कलम मुझसे खुद खफ़ा है । कुछ कहने के कोशिश में वो कही दफ़ा है । हरेक लफ्ज़ो का वो मांग रही है हिसाब। पूछती... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 380 Share 'अशांत' शेखर 19 Jun 2022 · 1 min read ✍️इंसान के पास अपना क्या था?✍️ ✍️इंसान के पास अपना क्या था?✍️ .........................................................// धर्म और मज़हब से पहले इंसान के पास अपना क्या था? ये धरती थी खुला आसमान था इंसान सिर्फ यहाँ एक मेहमान था।... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 234 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️अग्निपथ...अग्निपथ...✍️ ✍️अग्निपथ...अग्निपथ...✍️ .............................................................// भाई,रोटी के लिए छिड़ गयी है जंग युवा जल रहा,देश की हालात है तंग फूटे रहे है सर,खून से है लथपथ... रोको अग्निपथ...अग्निपथ... भाई,पिट पर हो वार तो... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 6 586 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️अश्क़ का खारा पानी ✍️ ✍️अश्क़ का खारा पानी ✍️ .......................................................................// अब नहीं होता बर्दाश्त मुझ से घुट घुटकर जीना और जीते जी मरना। अब नहीं साहा जाता मुझसे जित जित हारना और हारकर पिछडना... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 2 321 Share 'अशांत' शेखर 16 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️लफ्ज़✍️✍️ ✍️✍️लफ्ज़✍️✍️ ...........................................// कभी किसी का आत्मसम्मान कट के हो जाये चूर... कभी किसी का स्वाभिमान फट के हो जाये गुरूर... अपने तीखे लफ्ज़ो में निर्मान ना हो कभी ऐसी पैनी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 234 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️कोरोना✍️ ✍️कोरोना✍️ .................................// कल चाँद सूरज के अनबन में धरती और आसमान का तलाक हो गया। आसमान ने अपने चहीते रिश्तेदार वापस बुला लिये । धरती ने अपने हिस्से के खुशनसीब... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 182 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️झूठा सच✍️ ✍️झूठा सच✍️ ................................// किसीने खूब कहाँ "भगवान के घर देर है अंधेर नहीं"। यहाँ इंसान के महलों में आँखे चकाचौन्ध रोशनी में भी अंधी है, और हर नेक काम में... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 1 238 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read .✍️कबीर-मुर्शिद मेरा✍️ ✍️कबीर-मुर्शिद मेरा✍️ .......................................................// "पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।" इस युद्धजन्य स्थिति में कबीर कितने समर्पक है। काश इस... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 225 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️सुर गातो...!✍️ ✍️सुर गातो...!✍️ ..............................................// तो न बरसताच डोळ्यात अश्रुंचा पुर येतो....! तो ढगाळताच पुन्हा अंधार क्रूर होतो...! चंद्र वाट अडवताच तो प्रकाशतारा दूर जातो...! कंठात वेदनेचा मी कन्हत कन्हत सुर गातो...!... Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 283 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️तो सूर्य✍️✍️ ✍️✍️तो सूर्य✍️✍️ ...............................................// तो सूर्य माथ्यावर, अन धगधगला अंतरीचा जाळ, ती युगाची पिळ राख झाली...! तो सूर्य जात्यावर, अन भरडला जातिप्रथेचा जोंधळा माणुस कसा आंधळा मुका जगला...! तो सूर्य हातावर,... Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 193 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं परिंदा...!✍️ ✍️✍️ मैं परिंदा...!✍️✍️ .............................................................// वक़्त के इस हालात का हूँ मैं परिंदा । फिर भी उड़ने का रखता हूँ मैं इरादा ।। उलझा हूँ मैं,जो तेरा बिछाया है जाल ।... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 4 6 949 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 2 min read ✍️तो ऐसा नहीं होता✍️ ✍️तो ऐसा नहीं होता....✍️ ----------------------------// तो ऐसा नहीं होता.... यदि इतिहास में दफ़न वो सच फिर से उजागर नहीं होता और ना उखाड़ते वो गढ़े मुर्दे जो आपके प्रगतिशील वर्तमान... Hindi · kavita/ashantshekha · कविता 1 338 Share 'अशांत' शेखर 10 Jun 2022 · 1 min read ✍️मातम और सोग है...!✍️ ✍️मातम और सोग है...!✍️ -----------------------------------// वो फूंक कर चिंगारी शहर में, पूछता है किसने आग लगाई ? सारे चूल्हों की बुझाकर आँच , पूछता है किसने भूख सुलगाई ? कल... Hindi · kavita/ashantshekha · कविता 1 4 383 Share 'अशांत' शेखर 9 Jun 2022 · 1 min read ✍️क्रांतिसूर्य✍️ ✍️क्रांतिसूर्य✍️ ------------------------// माझ्या कफल्लक लेखनी ने निर्मिकाला भाषेचे ज्ञान मागीतले, भाषेने शब्दाचे दान मागीतले, शब्दाने अर्थाचे ऋण मागीतले, अर्थाने आयुष्यभर व्याज फेडण्याचे कबूल केले जरीही... तरीही... तुझ्या अगाध कीर्तिवर तुला... Marathi · कविता 3 343 Share 'अशांत' शेखर 9 Jun 2022 · 1 min read ✍️बस इतनी सी ख्वाईश✍️ ✍️बस इतनी सी ख्वाईश✍️ ------------------------------------// यहाँ तक चलते चलते कई पाँव थक जाते है...! बड़ा लंबा है जिंदगी का एक छोटा पड़ाव, हम ढूँढ रहे बसर, जिंदगी कहाँ ठहरी होगी...?... Hindi · कविता 2 3 251 Share 'अशांत' शेखर 9 Jun 2022 · 1 min read ✍️किसान की आत्मकथा✍️ ✍️किसान की आत्मकथा✍️ ------------------------------------// जोत के रखा उसने खेत सारा, बच्चोकी रोटी के वास्ते... और पानी का एक कतरा भी न था सुखी आँखों में नमी के वास्ते... --------------------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️... Hindi · कविता 2 2 486 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 1 min read ✍️सुकून✍️ ✍️सुकून✍️ -----------------------// उसकी बातों पर यकीन था उसने कहाँ 'ये जिंदगी बड़ी ही रंगीन है"। मैंने अपने जिंदगी के कोरे "कैनवास" पे इंद्रधनु के सारे रंग उँडेल दिये... हरा,लाल,पिला, गुलाबी,जामुनी,निला... Hindi · कविता 3 4 390 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 2 min read ✍️वो "डर" है।✍️ ✍️वो "डर" है।✍️ ------------------------// एक अनचाहा अंजानासा थोड़ा जाना पहचानासा..! मुझे वो बचपन से ही मिलता था, दादा दादी के कहानियों में नाना नानी की जुबानियो में, माँ के लाडली... Hindi · कविता 2 8 522 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 1 min read ✍️घुसमट✍️ ✍️घुसमट✍️ -----------------------// नदीचा तो काठ आज मनात डोहाळला अन आसवांचा पुर लोचनात भरून आला..! तुझ्या भेटीस हा जिव कसा अधिरला बघ हुंदक्याना ही श्वास किती जड झाला..! ह्या वेदनेचा सुखाशी... Marathi · कविता 1 734 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 1 min read .✍️साथीला तूच हवे✍️ ✍️साथीला तूच हवे✍️ ------------------------// जसे...! परतीच्या सांझेला पाखरांचे थवे । डोळ्यांच्या वाटेला स्वप्न उमेदीचे नवे ।। क्षितिजा पल्याड खोल गर्भाचा अंधार मावळेना । वाटते...! निराशेच्या दारात एकदा प्रकाश दिव्यांना उजळून... Marathi · कविता 1 262 Share 'अशांत' शेखर 8 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️जरी ही...!✍️✍️ ✍️✍️जरी ही...!✍️✍️ --------------------------------// गर्द तिमिर उतरी वाटेला दिशाच उणा होई । उरी आशा पहाटली उजेडाची जरी ही...! वर्तमान अनवाणा येई ।। -----------------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 07/06/2022 Marathi · कविता 1 386 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️पुन्हा..!✍️✍️ ✍️✍️पुन्हा..!✍️✍️ ------------------------------// पुन्हा..! कातरवेळी क्षुद्र काळजात उजळी स्वप्नदिवा । आयुष्याचे अग्निदिव्य पेलतांना पायात येई अग्निनिवा ।। --------------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 07/06/2022 Marathi · कविता 554 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ------------------------------// तू सृष्टि,कलुषित उत्पत्ती है मानव । तू दृष्टी पापहीन वृत्ती है दानव..।। तू अधीर लोभ चित्त मोह है मनुष्य । तू हृदयी भावनाहीन लिन भोग... Hindi · कविता 4 9 259 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️कालचक्र✍️ ✍️कालचक्र✍️ -----------------------------// आसवांचे ओझे डोळ्यांनी पेलले डोळ्यांचे दुःख काळजांनी झेलले काळजात घाव मनाने केलेत मनाला जखमा काळाने दिल्यात काळाला वेदना जगाने दिल्यात जगात हिंसा मानवाने केल्यात मानवाच्या डोळ्यात आसवे दुःखांची... Marathi · कविता 1 2 324 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ -----------------------------------------------------------// यदि आप अपने जीवनी के आरंभ को याद करोगे तो सबसे पहले उँगली थामे हुए पिता को पाओगे नन्हें नन्हें झकोलते कदमो के प्रारंभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 8 331 Share Previous Page 2