Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2022 · 1 min read

✍️सुर गातो…!✍️

✍️सुर गातो…!✍️
……………………………………….//
तो न बरसताच
डोळ्यात अश्रुंचा
पुर येतो….!

तो ढगाळताच
पुन्हा अंधार
क्रूर होतो…!

चंद्र वाट अडवताच
तो प्रकाशतारा
दूर जातो…!

कंठात वेदनेचा
मी कन्हत कन्हत
सुर गातो…!
…………………………………..//
✍️”अशांत”शेखर✍️
14/06/2022

222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
Shweta Soni
रिश्ते-नाते
रिश्ते-नाते
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सादिक़ तकदीर  हो  जायेगा
सादिक़ तकदीर हो जायेगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
SPK Sachin Lodhi
समय आयेगा
समय आयेगा
नूरफातिमा खातून नूरी
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
ruby kumari
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
gurudeenverma198
गेसू सारे आबनूसी,
गेसू सारे आबनूसी,
Satish Srijan
भरोसा
भरोसा
Paras Nath Jha
गलत और सही
गलत और सही
Radhakishan R. Mundhra
उपमान (दृृढ़पद ) छंद - 23 मात्रा , ( 13- 10) पदांत चौकल
उपमान (दृृढ़पद ) छंद - 23 मात्रा , ( 13- 10) पदांत चौकल
Subhash Singhai
संसद
संसद
Bodhisatva kastooriya
Muhabhat guljar h,
Muhabhat guljar h,
Sakshi Tripathi
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
Jyoti Khari
"ब्रेजा संग पंजाब"
Dr Meenu Poonia
संत गाडगे सिध्दांत
संत गाडगे सिध्दांत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
*जिंदगी की दौड़ में ,कुछ पा गया कुछ खो गया (हिंदी गजल
*जिंदगी की दौड़ में ,कुछ पा गया कुछ खो गया (हिंदी गजल
Ravi Prakash
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
मोहब्बत।
मोहब्बत।
Taj Mohammad
आग लगाना सीखिए ,
आग लगाना सीखिए ,
manisha
2628.पूर्णिका
2628.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सूनी बगिया हुई विरान ?
सूनी बगिया हुई विरान ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
*याद है  हमको हमारा  जमाना*
*याद है हमको हमारा जमाना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ना जाने सुबह है या शाम,
ना जाने सुबह है या शाम,
Madhavi Srivastava
Loading...