Arvina 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read मेरे हमदम मेरी हमदम मेरी पत्नी हरदम मुझ पर हरदम बरसती है सावन भादो की झड़ी भी मुझे कमतर लगती है घर में हर तरफ चकरी सी घूमा करती है शाम तक... Poetry Writing Challenge-2 322 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read माँ वो देखो तिरंगा मां वो देखो तिरंगा माँ हमारे घर तिरंगा आया है कितनी सज धज के साथ आया है कच्ची मिट्टी के घर की शोभा बढ़ाया है मेरा तो रोम रोम माँ... Poetry Writing Challenge-2 327 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read मित्रों सुनो मित्र सुनो मुझ मजलूम परिंदे की दास्तां ऐसा मंजर कहाँ से लाऊ जहां की रुत सुहानी हो दो पल का सुकून पा जाऊं जो हवा सुहानी हो तारों भरी रात... Poetry Writing Challenge-2 243 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read नाविक रोज समंदर की लहरों पर नौका अपनी चलाते हैं । फौलादी बांहों में चप्पू थामें तूफानों से भिड़ जाते हैं गहरे सागर की तलहटी में जाकर सागर की गहराई से... Poetry Writing Challenge-2 295 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read किसान किसान धरती पुत्र किसान सिर पर बांध कर पगड़ी बहुत ही गर्व महसूस करता है इस देश का हर किसान खेतों में करता है काम भोर के तारे के साथ... Poetry Writing Challenge-2 254 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read तुम ही हो तुम ही हो मेरे तन्हा सफर की साथी रिश्तों ने जब मुझे नकारा ज़िन्दगी से मुख मोड़ कर निकल पड़ी थी शांती तलाशने नाली के किनारे तुम सिकुड़ी तन्हा अपनों... Poetry Writing Challenge-2 244 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read सास बहू सपना एक सुहाना देखा सपने में एक सपना देखा हमारी सास बहू की अद्भुत जोड़ी एक दूजे पर थोड़ी थोड़ी सास कहे बहू भोर भई बहू कहे सूरज को खिड़की... Poetry Writing Challenge-2 301 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read बसंती हवा सरसराती चली बसंती हवा इसने मुझे मदहोश किया फूल ने फूलों के कानों में होले से कुछ कहा मुस्कुरा उठी हर पंखुड़ी हर शाख हर डाली डाली जहाँ तक हमने... Poetry Writing Challenge-2 336 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read संवरिया फागुन में हो गया रंगीला संवरिया टोपी पहन कर ढोलक बजाए ठगीला संवरिया एक ना माने बातियां सजीला संवरिया टोली में मिलकर रंग लगाए छबीला संवरिया नीले पीले लाल कर... Poetry Writing Challenge-2 260 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read नारी हे पुरुष तुम नारी के कब होगे आभारी । ये आधी आबादी पूरी आबादी की जननी है। स्त्री-पुरुष में बंटवारे की हमने ही खिंच दी रेखा है सच कहना सच... Poetry Writing Challenge-2 443 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read दीपोत्सव मन अंधियारा दूर करें जब दीपोत्सव के दीप जले दीप दीप से रोशन होती अयोध्या नगरी में द्वारे द्वारे जब राहों में झिलमिल दीप करें हे राम आपका हम इंतजार... Poetry Writing Challenge-2 187 Share Arvina 16 Feb 2024 · 1 min read आईना आईना ऐ उम्र तू आईने में ठहर जा । मुझे पता है कि तू झूठ नहीं बोलता। अब तो परछाईंयां बाकी है । उम्र किआईने में झाईयां बाकी सुनो बेहद... Poetry Writing Challenge-2 259 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read मैं कौन हूं मैं कौन हूं तुम ने कहा मैं कौन हूँ मैं बच्चों की माँ हूँ हर रिश्ते में समाई हूँ फिर भी प्रश्न है कि मैं कौन हूँ मैं घर का... Poetry Writing Challenge-2 221 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read तुम कविता हो तुम कविता हो लफ्ज़ में लिपटी कविता बहे मध्यम बयार सी ऊँचाईयों को छूकर गुज़रती कभी गुलाबो सी महकती पन्नों पर हाले दिल बया करती स्याही को माध्यम बनाकर बातों... Poetry Writing Challenge-2 224 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता भोर की नींद को त्याग एक कप चाय को सुड़क अखबार बांटते मेरे पिता उनके साइकिल चलाने से हमारा घर खर्च चलता था वह मुझे जगाते पढ़ने बैठा... Poetry Writing Challenge-2 206 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ पथ पर बढ़े चलो बढ़े चलो योद्धा हो तो अग्निपथ पर बढ़े चलो रुको नहीं डिगो नहीं नया सफर है रास्ता अंजान हो , सामने पडाड हो जौर... Poetry Writing Challenge-2 232 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read सावन झड़ी सावन झड़ी लागी उमड़ घुमड़ आए बदरा चहुं ओर छाए बदरा बिजुरी भी चमकन लागी आई भीगी ऋतु सुहावनी देखो कितनी मनभावन लागी सावन की झड़ी लागी गौरी झूलन को... Poetry Writing Challenge-2 187 Share Arvina 12 Feb 2024 · 1 min read हमसफ़र मेरे हमसफ़र तय किया जीवन का सफर ऐ मेरे प्यारे हमसफ़र जीवन मुल्य के साथ सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर कदम से कदम मिलाकर चलते रहे हमेशा साथ कुछ मीठे कुछ... Poetry Writing Challenge-2 202 Share Arvina 31 Jan 2024 · 1 min read माँ माँ तुम मेरे जीवन में नव अरुणोदय सी तुम ही जीवन की आशा हो तुम से ही सारा घर रोशन है सुख दुख की साथी हो पराई बेटी को अपनाया... Poetry Writing Challenge-2 303 Share Arvina 31 Jan 2024 · 1 min read झरते फूल मोहब्ब्त के झरते फूल मोहब्बत के प्रेम का बस्ता खोला हमने निकले ढाई अक्षर इनको पढ़ा तो घूम गया सर गणित का कैसा फैला जंतर-मंतर का जाल पढ़ू लिखूं लिखूं पढ़ू यह... Poetry Writing Challenge-2 294 Share Arvina 31 Jan 2024 · 1 min read बसंती हवा सरसराती चली बसंती हवा इसने मुझे मदहोश किया फूल ने फूलों के कानों में होले से कुछ कहा मुस्कुरा उठी हर पंखुड़ी हर शाख हर डाली डाली जहाँ तक हमने... Poetry Writing Challenge-2 370 Share Arvina 31 Jan 2024 · 1 min read रंगीला संवरिया रंगीला संवरिया फागुन में हो गया रंगीला संवरिया टोपी पहन कर ढोलक बजाए ठगीला संवरिया एक ना माने बातियां सजीला संवरिया टोली में मिलकर रंग लगाए छबीला संवरिया नीले पीले... Poetry Writing Challenge-2 367 Share Arvina 30 Jan 2024 · 1 min read लगाव लगाव मुझे लगाव अपने सपनों से अपनी किताबों की अलमारी से रिश्ते नातों की स्नेह डोर से लगाव अड़ोस पड़ोस में रहने वालों से अपने घर के पेड़ पौधों फूलों... Poetry Writing Challenge-2 256 Share Arvina 29 Jan 2024 · 1 min read नया साल नया साल नये साल तुम इतना क्यों इतरा रहे हो क्या खुशी है उसे क्यों छुपा रहे हो गोवा की बुकिंग करा रहे हो आंखों पर गोगल चढ़ा रहै हो... Poetry Writing Challenge-2 255 Share Arvina 25 Jan 2024 · 1 min read अलाव की गर्माहट अलाव की गर्माहट चौधरी की चौपाल पर सुलगते अलावा के चारों ओर बैठक हर दिन जम जाती है कंबल लपेटे हुए लोग सुलगते हुए सवालों पर बात करते शहर में... Poetry Writing Challenge-2 303 Share Arvina 14 Feb 2023 · 1 min read माँ सासू मां माँ तुम मेरे जीवन में नव अरुणोदय सी तुम ही जीवन की आशा हो तुम से ही सारा घर रोशन है सुख दुख की साथी हो पराई बेटी... Hindi · Poem 507 Share Arvina 8 Dec 2022 · 1 min read धूप सुहानी धूप सुहानी सर्दी की गुनगुनी धूप आंगन में बैठी इठला रही है दादी के अचार पर बैठी नींबू मिर्ची के चटखारे ले रही है माँ के स्वेटर बुनते हुए हाथों... Hindi · Dali Writing Chalange · कविता 330 Share Arvina 4 Dec 2022 · 1 min read 🌸हे लोहपथगामिनी 🌸🌸 🌸हे लोहपथगामिनी 🌸🌸 गंतव्य तक पहुंचाती । नीले लाल हरे रंग में नजर आती। तुम्हारे आने की संभावना को उद्घघोषिका पल पल की सुनाती हमारे दिल की धड़कनें बढ़ाती ।... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 4 663 Share Arvina 1 Dec 2022 · 4 min read जादुई कलम जादुई कलम शाम होने को थी सूरज की रोशनी भी मद्धम पड़ गई थी । आरव अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था । अपूर्वा लान में बैठी बच्चों... Hindi · Story · जादुई कलम 466 Share Arvina 1 Dec 2022 · 2 min read डेली पैसिंजर लघुकथा डेली पैसिंजर 20जनवरी 2022 सुबह का समय है ।आज लोकल ट्रेन में सफर के दौरान सामने की बर्थ पर बैठी एक लड़की ने बगल में बैठी महिला सहयात्री से... Hindi 1 320 Share Page 1 Next