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30 Jan 2024 · 1 min read

लगाव

लगाव

मुझे लगाव अपने सपनों से
अपनी किताबों की अलमारी से
रिश्ते नातों की स्नेह डोर से
लगाव अड़ोस पड़ोस में रहने वालों से
अपने घर के पेड़ पौधों फूलों से
लगाव है ईश्वर के नाम से
तारों भरी रात में चांद के उजाले से
मुरली की तान से राधा नाम से
लगाव है प्रकृति की धरोहर से
गांव की भोर से गायों के शोर से

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