अरशद रसूल बदायूंनी Tag: कविता 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 अरशद रसूल बदायूंनी 28 Jul 2019 · 1 min read कम्प्यूटर कम्प्यूटर है इसका नाम करता है सब झटपट काम घर, बिजनिस या हो दफ्तर रहता सब में बढ-चढ़कर माथे पर नहिं आता बल मिनटों में सब करता हल पूरी करता... Hindi · कविता · बाल कविता 2 264 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Jul 2019 · 1 min read तितली रानी तितली रानी, तितली रानी निकली तुम तो खूब सयानी इतना तुम क्यों ललचाती हो आएं पास तो उड़ जाती हो भाती है सबको सुंदरता सीखें तुमसे हम तत्परता हमने सौ-सौ... Hindi · कविता · बाल कविता 2 372 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Jul 2019 · 1 min read देश का हक यह हरगिज़ न कहो कि मर गया कोई देश का हक़ था अदा कर गया कोई बिटिया के पीले हाथ कौन करेगा शहनाइयों का काम अब मौन करेगा दायित्वों का... Hindi · कविता 2 360 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Jul 2019 · 2 min read लहू के आंसू कौन रुख़सत हुआ है हिन्दुस्तान से लहू के आंसू गिरने लगे आसमान से देखे थे जो सपने सब चकनाचूर हुए तार-तार सब उनके शुभ दस्तूर हुए नहीं मिलेंगे वो हमको... Hindi · कविता 2 326 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Jul 2019 · 1 min read कारगिल शहीदों के नाम एक नहीं अब सौ-सौ बार करो, प्रतिदिन ऐसे ही पलटवार करो। सारा पाकिस्तान भस्म हो जाए, रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो। आज मत करना श्रृंगार की बातें नहीं करना... Hindi · कविता 2 219 Share अरशद रसूल बदायूंनी 18 Jul 2019 · 1 min read जूते की अभिलाषा माखनलाल चतुर्वेदी जी की कविता "पुष्प की अभिलाषा" की तर्ज पर मैंने देशद्रोहियों और राष्ट्र विरोधियों के लिए कुछ लाइनें लिखी थी। एक तरफ तो मुझे इस बात की खुशी... Hindi · कविता 2 1k Share अरशद रसूल बदायूंनी 17 Jul 2019 · 1 min read गुरु महिमा गुरु ने हमको ज्ञान सिखाया जग में कितना मान बनाया इतना भी मत समझो आसान गुरु की महिमा है इतनी महान गुरु ने चलना सिखलाया भवसागर से पार लगाया गुरु... Hindi · कविता · बाल कविता 2 519 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read प्यारे पापा मेरे पापा, प्यारे पापा लगते कितने न्यारे पापा सहते सारा बोझ अकेले थकते और न हारे पापा हम हंसते हो जाते ताज़ा गर हों जो थके-हारे पापा अम्मा हमको कितना... Hindi · कविता · बाल कविता 2 374 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read सुहानी बरसात को तरसोगे बाग बगीचे तुम खूब लगाना धरती को फिर स्वर्ग बनाना बारिश दाग धरा के धोती है खेती भी फिर अच्छी होती है पेड़ों से ही सबका जीवन है पेड़ लगाने... Hindi · कविता · बाल कविता 2 280 Share अरशद रसूल बदायूंनी 15 Jul 2019 · 1 min read बिजली बिजली रानी, बिजनी रानी करती तुम कैसी मनमानी बेहाल हैं गर्मी के मारे दर्शन दुर्लभ आज तुम्हारे गर्मी से हम लाचार हुए कूलर - पंखे बेकार हुए गुस्से में इक... Hindi · कविता · बाल कविता 2 330 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Jul 2019 · 1 min read धरा महकना आओ मिलकर पेड़ लगाएं धरती को हम साफ बनाएं फूलों के तुम पेड़ लगाना फिर खुश्बू से जग महकाना पेड़ अगर होते घर के पास मिलती है इनसे ताजा सांस... Hindi · कविता · बाल कविता 2 213 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Jul 2019 · 1 min read बच्चों की रेल छुकछुक करती आती रेल सबको खूब लुभाती रेल दूर नगर से आती रेल दूर तलक पहुंचाती रेल आओ आहिल और इमाद तुम भी आ जाओ दिलशाद लग जाओ आगे पीछे... Hindi · कविता · बाल कविता 2 598 Share अरशद रसूल बदायूंनी 13 Jul 2019 · 1 min read वीरों की जय पहले मन की गांठों को खोल राष्ट्र की अस्मिता बड़ी अनमोल बचाई है जिन्होंने देश की लाज कलम आज उनकी जय बोल आज कोई श्रृंगार मत लिखिए सावन गीत, मल्हार... Hindi · कविता 2 255 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Jul 2019 · 1 min read अंदर की बारिश एक अरसा हो चुका था सूखा-सूखा तन-मन आंखें भी सूख चुकी थीं किसी के इंतिजार में कुछ मज़ा नहीं गीत मल्हार में अधखुली खिड़की से एक हवा का झोंका आया... Hindi · कविता 2 466 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Jul 2019 · 1 min read बदरा कारे अब तो आ रे पंछी व्याकुल मत तड़पा रे धरती प्यासी मत तरसा रेे हर कोई आकाश निहारे बदरा कारे अब तो आ रे व्याकुल है रे मेरी गइया सूख रहे अब ताल तलैया... Hindi · कविता · बाल कविता 2 253 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read ख़ून नहीं बहने देंगे सेना की सूझबूझ पर गर्व है, जिसे युद्ध, क़ुरबानी, शांति और निर्माण अनुभव का। धिक्कार है उन पर जिन्हें अनुभव है... सिर्फ़ दंगा, हत्या, विध्वंस, और बदअम्नी का...। राजनीति चाहे...... Hindi · कविता 1 198 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read मेरे हमदम साथ निभाना मेरे हमदम साथ निभाना अपना वादा भूल न जाना आकाश की न सैर कराना धरती पर ही चलते जाना बातों में अब कड़वाहट है क्या दूरियों की आहट है भूलो... Hindi · कविता 2 546 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read दिल का ज़ख़्म कई पन्ने मुड़े मिले बरसों पुरानी डायरी के कई पन्नों के बीच-बीच गुलाबों की सूखी पत्तियां थीं या यूं भी कहा जा सकता है उन पन्नों के बीच में यादों... Hindi · कविता 2 546 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jul 2019 · 1 min read आज़ाद अल्फ़ाज़ आज़ादी का मतलब यह नहीं... किसी की इज्जत को उछाला जाए, या उसकी नाक में तीर डाला जाए सार्वजनिक गंदगी, आत्मिक मैलापन, दूषित होता देश का वातावरण, खतरे में है... Hindi · कविता 1 265 Share Previous Page 2