aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid aparna thapliyal ( अपर्णा थपलियाल " रानू " 5 Sep 2017 · 1 min read आँसू आँसुओं की अपनी ही जुबान होती है, हर आँसू के दिल में छिपी इक दा्स्तान होती है, माँ की आँख से ढलhके ममत्व का सागर, बहन के नयन से छलके... Hindi · मुक्तक 396 Share