Ankita Kulshreshtha Tag: ग़ज़ल/गीतिका 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ankita Kulshreshtha 24 Jan 2017 · 1 min read खिलौना जब बनाया खिलौना जब बनाया दिल किसी ने किसी का तब रुलाया दिल किसी ने किसी ने प्यार की थपकी लगाई . . ज़फाकर के दुखाया दिल किसी ने सभी मतलब परस्ती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 347 Share Ankita Kulshreshtha 9 Jan 2017 · 1 min read गीतिका 2,2,2,2,2,2,2,2, पदांत किया जाता है समांत आन ------------------------------ मन बलवान किया जाता है भय का दान किया जाता है हो जीवन में घोर निराशा प्रभु का ध्यान किया जाता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 409 Share Ankita Kulshreshtha 22 Oct 2016 · 1 min read गज़ल सभी राज हमसे छिपाए हुए हैं कभी जो थे अपने पराए हुए हैं लबों पे हमारे हंसी तुम ना देखो जमाने से' हम चोट खाए हुए हैं भले वो न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 817 Share Ankita Kulshreshtha 22 Jul 2016 · 1 min read "देश मेरा दिव्य पावन धाम है" >> देश मेरा दिव्य पावन धाम है >> गूंजता हर ओर इसका नाम है >> ~~~~~~ >> जन यहाँ के हैं सरल मन भाव के >> देखते कण कण में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 911 Share Ankita Kulshreshtha 20 Jul 2016 · 1 min read "मीत मेरे" गीतिका प्रीति मेरी मीत तेरे नाम है सुबह तुम से ही तुम्हीं से शाम है >> •~~~•~~•~• मैं विरहिनी गीत दुख के गा रही याद में जलना यही इक काम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 512 Share Ankita Kulshreshtha 28 May 2016 · 1 min read मेरे श्याम हाथ माखन होंठ मुरली . . से सजाया आपने .. नंद नंदन श्याम जग को . . है रिझाया आपने॥ ऐ मदन गोपाल सुनिए... मैं अकिंचन दीन हूँ दीन हीनों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 674 Share Ankita Kulshreshtha 27 May 2016 · 1 min read हमें जिद है... लगी है ज़िद तुझे हर हाल में दिल में बसाने की.... मनाने की तुझे तेरी वफा को आजमाने की ... झुकाने को करे चाहे जमाना हर सितम हम पर मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share Ankita Kulshreshtha 19 May 2016 · 1 min read विरहणी अक्षर अक्षर नाम तुम्हारे करती हूँ.. जब मैं इस जीवन के पन्ने भरती हूँ.. ~~~~~~~~~~~~~~~ कलियां हों या हों कंटक इन राहों में... बाधाओं से कब किंचित मैं डरती हूँ...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 787 Share