अनिल कुमार निश्छल Tag: ग़ज़ल/गीतिका 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार निश्छल 9 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल शहर आया तो गाँव बुलाने लगा बुजुर्गों की बातें याद दिलाने लगा अब सबके सब समझदार हो गये सबको यूँ ही अकेलापन खाने लगा छोटी-छोटी बातों पे रूठने लगे हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 295 Share अनिल कुमार निश्छल 9 Feb 2020 · 1 min read दोहा ग़ज़ल मन से होते काम हैं,मन से ही नाकाम। मन ही है सारी व्यथा,मन ईश्वर का धाम।। मन अपना हित साधता,घूमत चारों ओर। मन में ही यदि ठान लो,होते सारे काम।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share अनिल कुमार निश्छल 13 Jun 2019 · 1 min read अरे जाने दो छोड़ो भी ऐसे मुस्कुराना छोड़ो भी अब यूँ शरमाना छोड़ो भी रूप-रंग है चार-दिनों का इसपे इतराना छोड़ो भी मान लिया तुम अच्छे हो गाल बजाना छोड़ो भी रिश्तों का कोई मोल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 464 Share अनिल कुमार निश्छल 21 Nov 2018 · 1 min read गजल काश मेरा भी एक फ़साना हो दिल मेरा उसका आशियाना हो दो जिस्म एक रूह हैं हम आजमा ले जिसे आजमाना हो मुस्कुरा दे गर देख वो मुझको लबों पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 356 Share अनिल कुमार निश्छल 16 Nov 2018 · 2 min read क्यों नहीं मिलते इन बेशकीमती आँसुओं के खरीदार नहीं मिलते न जाने क्यों पहले जैसे अब दिलदार नहीं मिलते ************************** 1.इस आबोहवा इस फ़िजा में किसने ज़हर घोला है न जाने क्यों पहले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 483 Share अनिल कुमार निश्छल 17 Jan 2018 · 1 min read राज जिंदगी का हमसे छिपा गयी जिंदगी *राज जिंदगी का यूं हमसे छिपा गयी जिंदगी, सरे राह महफ़िल में यूं मूर्ख बना गयी जिंदगी। देखते रहे हम अपनी मौत का तमाशा, मालूम नहीं हमको, किस जन्म का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 694 Share अनिल कुमार निश्छल 16 Jan 2018 · 1 min read वो वादा निभाते रहे प्यार करने का वादा वो हमसे निभाते रहे, रूठे हम गर तो वो हमें मनाते रहे। हम तो सदा किस्मत की ठोकरें खाते रहे, गम में भी खुद के लुटने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share अनिल कुमार निश्छल 14 Jan 2018 · 1 min read जिंदगी से क्या सीखा तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं; नसीहतों के साथ मे कभी चाहतें भी खिलीं। जिंदगी की राह में दर-दर भटके कभी-कभी; जिंदगी की आपाधापी में कहीं अटके कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 586 Share