Comments (3)
25 Nov 2018 03:20 PM
सुंदर रचना। बधाई स्वीकार करें।
हर मिसरे को एक अलग पंक्ति में लिखें ताकि ग़ज़ल को समझने में सहूलियत हो।
21 Nov 2018 10:23 PM
बहुत सुंदर भाव व्यंजना… मेरी रचना पर भी दृष्टिपात करें सादर और अपना वोट भी प्रदान करें सादर नमन
Nice