अनिल कुमार Tag: कविता 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनिल कुमार 8 Jul 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसाँ...नदियों को खाकर वो फूला नहीं समाता है नदियों को खाकर वो फूला नहीं समाता है, ख़ुद खारा है मगर हंसता, नाचता, गाता है। अपनी मिठास भले ही समा दें सारी नदियाँ उसमें, उसकी फितरत में तो मीठा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 3 110 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है शाम का ये आसमाँ आज़ कुछ धुंधलाया है, इसमें मेरे प्यार का ढ़का हुआ सा साया है। बादलों की टोलियाँ बड़ी भागदौड़ हैं कर रहीं, क्या इनमें यार का चेहरा... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 2 227 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है, कई नज़रों का उस पे निशाना ठहरा हुआ है। एक क़दम भी गर वो चलती है मेरी गली में तो, उसके पैरों... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · चाहत · नज़्म · प्यार 2 171 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है जब अहसासों में तू बसी है, तेरी ही मुझमें मदहोशी है, कैसे कह दूँ के तू यहाँ नहीं है, कैसे कह दूँ के ख़ामोशी है। जब अहसासों में तू बसी... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · गीत · चाहत · नज़्म 2 114 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 2 min read ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं, उसकी हर नज़ाकत में चमत्कार बहुत हैं। उसके जज़्बात भले ही हैं अनकहे से पर, उसकी झुकी पलकों में समाचार बहुत हैं।... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 211 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया, किसी की बदनामी से किसी का नाम हो गया। जिसकी वफाओं पर था नाज़ हमें बहुत, ज़रूरत में वो यार ख़ुद बेनकाब हो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · जज़्बात · नज़्म · मुक्तक 1 2 168 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा के नज़र झुकाने की, हमको भी आदत लग गई इज़हार-ए-प्यार समझ जाने की। उसका अक्स आकर बैठने लगा आँखों के दरवाजों पे, हमको लत... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 269 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया, और बार-बार ताश के पत्ते सा ढ़ह गया। इज़हार-ए-प्यार ना कर पाया उससे कभी, यूँ ही ज़माने की दुश्वारियों को सह गया। उसके... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 162 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है, इस दिल की धड़कनों में ये स्पन्दन सा क्यूँ है। अपनी मुलाकातों की ये पहली ख्वाहिश तो नहीं, बरसों... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार और खलिश 1 163 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था एक दिन खुद में बड़ा सा मैं जहां जोड़कर आया था, अपने दिल की धड़कनों का मैं आसमाँ जोड़कर आया था। पास आने की मनुहार की थी हौले से हाथ... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 127 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी ये हर दिन और हर रात हमारी होगी, चुपचाप बैठे-बैठे बात भी सारी होगी। भरभरा कर गिरेगी वो जब मेरी बाहों में, एक दूसरे में सिमटने की तैयारी होगी। पता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 142 Share अनिल कुमार 7 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म -- सिरफिरा आशिक (ग़ज़ल/नज़्म -- सिरफिरा आशिक) ये प्यार-व्यार का तो, बस एक बहाना है, मुझे सच में तो तुझे, मेरे पास बुलाना है । क्या पता मुझसे मिलने, तू आए ना आए,... Hindi · कविता 1 298 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है, मुझे तेरे नाम से उनका गाली देना पसन्द आता है। एक तू ही तो है जिसे मैं तनहाईयों में भी सुनता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 160 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है, सच में तो मुझे बस तुझे पास बुलाना है। क्या पता मुझसे मिलने तू आए ना आए, मेरी बदनामियों का जो खुला... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 107 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या? सच को झूठ से आईना दिखाना, अच्छा है क्या? देश और अवाम वास्ते हो सियासत, तो अच्छी लगे, हाकिम का अवाम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · मुक्तक 1 243 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ वो यारों के जत्थे साकियों की अठखेलियाँ, वो मयकशों की अदब वो उनका अपना जहाँ, वो प्यालों में महबूब को नजर आते यार के निशाँ, वो अमन चैन की होती... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नज़्म · मधुशाला · मुक्तक 1 143 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा, पल में जो चुरा ले गया है चोर कैसा। खामखाँ के इल्ज़ाम लगते भले इसपे, खूब नाचे हंसकर जो ये है मोर... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 145 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए, क्यूँ ना अपनी आपबीती सबको बताई जाए। बार-बार मुस्करा के जिसने मेरा क़त्ल किया, क्यूँ ना उस हसीना पे एक FIR... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · प्यार 1 120 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ, मैं किसी के प्यार का कुछ असर छोड़ रहा हूँ। जागती आँखों वास्ते वसीयत लिखी है मैंने, मैं नींदों से उसका... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · प्यार · शायरी 1 154 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर इश्क़ के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर, ना जीत की ललक जिसे ना हार की पीर। अंगारों पर चल सके जो हो कर नंगें पैर, मिटने को तैयार... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 323 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर हुस्न से तू तकरार ना कर, रुसवा सरे बाजार ना कर। इश्क़ आग है ख़तरनाक बड़ी, इसमें घी की बौछार ना कर। कुछ कारण होगा बेवफ़ाई का, अपनी वफ़ा का... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़म · प्यार 1 280 Share