आनंद बिहारी 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आनंद बिहारी 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियां हैं तो आँगन है... बेटियां हैं तो ये आँगन है, बेटियां हैं तो घर है बेटियां जग में ना हों, तो कौन नहीं बेघर है।1। मेरी बेटी, तेरी बेटी, सबकी बेटियां इक जैसी बेटियों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 747 Share आनंद बिहारी 4 Jan 2017 · 1 min read मुझे तुमसे ही उल्फ़त हो गई है मुझे तेरी अब आदत हो गई है। मुझे तुमसे ही उल्फ़त हो गई है।1। तेरे सिमरन बिना सांसें नहीं अब मेरी जां,जां पे आफ़त हो गई है।2। रहो जब सामने,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 505 Share आनंद बिहारी 30 Dec 2016 · 1 min read साकार हो स्वप्न अच्छे दिन के नए साल में मन मस्त हो, तन स्वस्थ हो, बुद्धि सकुशल नए साल में आएं ना किसी भी प्रकार, किसी वायरस के जाल में.... व्यक्तिगत उन्नति पर्वत सदृश, परिवार में सबसे मेल रहे... Hindi · गीत 1 502 Share आनंद बिहारी 18 Dec 2016 · 1 min read आपने देखा मुझे और दिल दीवाना हो गया आपने देखा मुझे और दिल दीवाना हो गया हर गली तेरा औ मेरा आम चर्चा हो गया।1। दिल तेरे यादों में डूबा, आँखें तेरे सपनों में दिल दीवाना यूँ हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 491 Share आनंद बिहारी 10 Dec 2016 · 1 min read तू ले ले बाँहों में अपने तो मैं जल जाऊंगा तू ले ले बाँहों में अपने, तो मैं जल जाऊंगा बना हूँ मोम से मैं, फिर तो पिघल जाऊंगा।1। तुम मेरे जागी आँखों के सपन में आते हो तुम्हें ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 587 Share आनंद बिहारी 20 Nov 2016 · 1 min read पहाड़ों के दरमियाँ एक नदी बहती हुई ?हिमाचल की यादें ताज़ा करती रचना? पहाड़ों के दरमियाँ, एक नदी बहती हुई हिरणी-सी चलती गई सर्दियां सहती हुई-1 पानी की लहरें हो, या छलकता पैमाना शायद दिल की लगी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 763 Share आनंद बिहारी 14 Nov 2016 · 1 min read काले नोटों का कारोबार बंद हुआ काले नोटों का कारोबार बंद हुआ.... नकली नोटों का भी बाजार बंद हुआ। सोना,मकां चुटकी में खरीद लेते थे कालेधन का काला व्यापार बंद हुआ। बस इक ख़ालिस लीडर की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 745 Share आनंद बिहारी 7 Nov 2016 · 1 min read अब मुझे ज़िन्दगी भी दे साहिब अब मुझे जिंदगी भी दे साहिब इक हसीं आशिक़ी भी दे साहिब। कोई सितमगर भी मुझसे प्यार करे कोई ज़ालिम हसीं भी दे साहिब। मैं भी, बंदनवाज़, तेरा हूँ......... हाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 731 Share आनंद बिहारी 26 Oct 2016 · 1 min read वो आगे और जाना चाहता है वो आगे और, जाना चाहता है मुकाम ऊँचा, बनाना चाहता है।1। लोगों के काम आए, ताज़िन्दगी किरदार, यूँ निभाना चाहता है।2। प्रेम बढे, शांति, ख़ुशहाली भी कुछ, ऐसा कर जाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 1k Share आनंद बिहारी 16 Oct 2016 · 1 min read छवि सांवली सलोनी लगते हो सबसे प्यारे छवि सांवली सलोनी, लगते हो सबसे प्यारे जीवन में रंग भर दो, अब तक हैं हम बेचारे।1। बेताब दिल की धड़कन, अब ढूंढती सहारे भवरों में घिर गया हूँ, पतवार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 871 Share आनंद बिहारी 8 Oct 2016 · 1 min read माँ दुर्गा-वंदना माँ दुर्गा-वंदना तेरी चरणों में दुर्गेश्वरी हम आ गए तेरी शरण में परमेश्वरी हम आ गए... हमें ज्ञान दो, स्वाभिमान दो, वरदान दो भाविनी, भवमोचनी, भवप्रीता गल-गान दो मातेश्वरी, सुरेश्वरी,... Hindi · गीत 7 1k Share आनंद बिहारी 30 Sep 2016 · 1 min read बलिदान शहीदों का बेकार नहीं होगा हर बार हुआ जो भी इस बार नहीं होगा बलिदान शहीदों का बेकार नहीं होगा।1। जब तक बाहुबल का व्यवहार नहीं होगा हो चीज भले अपनी,अधिकार नहीं होगा।2। उनींदे शेरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 854 Share आनंद बिहारी 24 Sep 2016 · 1 min read क्यूँ हम वीरों की शहादत भूल जाते हैं? ग़ज़ल (23.09.2016) हर बार उसकी नापाक, आदत भूल जाते है क्यूँ हम अपने वीरों की,शहादत भूल जाते हैं? घड़ी बस दो घड़ी कुर्बानियों को याद करते है ज़िन्दा सैनिकों की,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 1k Share आनंद बिहारी 19 Sep 2016 · 1 min read शर्म आती क्या राजधानी को??? #उरी के शहीदों को समर्पित... कौन भूलेगा इस कहानी को शहीदों को, उनकी क़ुर्बानी को।1। सुर्ख़ केशर है शहीदों के खूं से ना भुलाना है खाद-पानी को।2। बूढ़े माँ-बाप, लाचार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 657 Share आनंद बिहारी 17 Sep 2016 · 1 min read मेरी बिगड़ी भी तू ही बना श्यामलं अच्युतं केशवं कृष्णं वल्लभं स्वागतं स्वागतं स्वागतं स्वागतं.... मथुरा और वृन्दावन में करिश्मा किया होनी अनहोनी अनहोनी होनी किया एक अंगुली पे गोवर्धन धरे माधवं... जयद्रथ वध हुआ उसका तारण... Hindi · गीत 3 538 Share आनंद बिहारी 10 Sep 2016 · 1 min read जगह दिल में बनाना जानते है जगह दिल में बनाना जानते है याराना भी निभाना जानते हैं।1। पूछो कुछ; बताते कुछ हैं यारों फ़कत बातें बनाना जानते हैं।2। कोई महफ़िल नहीं जिसमें नहीं वो वो खुशबू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 526 Share आनंद बिहारी 1 Sep 2016 · 1 min read दिल में यारों रब की इबादत रहे ताज़ी ग़ज़ल (31.08.2016) दिल में यारों रब की इबादत रहे मुझसे तुझसे बहुत दूर आफ़त रहे।1। सुबह शाम सुमिरन भी होता रहे ये अच्छी भली अपनी आदत रहे।2। तह लगाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 639 Share आनंद बिहारी 21 Aug 2016 · 1 min read जब वो मुझसे जुदा हो जाएगा जब वो मुझसे जुदा हो जाएगा फिर तो बड़ा फ़ासला हो जाएगा।1। ख़ुशी भी जाएगी उसी के साथ कि ग़म मुझपे फ़िदा हो जाएगा।2। दीद की सोंच भी मुनासिब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 644 Share आनंद बिहारी 18 Aug 2016 · 1 min read दुआ उसकी क़ुबूल करता है दुआ उसकी क़ुबूल करता है कांटे-कांटे को फूल करता है।1। सालों बहन दुआएं करती है भाई राखी से वसूल करता है।2। वो बहन है या अप्सरा कोई भाई उसका तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 683 Share आनंद बिहारी 6 Aug 2016 · 1 min read दिल उसपे आया सवेरे-सवेरे मैं सो कर उठा था, सवेरे-सवेरे कि दिल उसपे आया सवेरे-सवेरे रज़ के नहाये वो सजधजके आये और मैं भी नहाया ..सवेरे-सवेरे बड़ी लज्जतें हैं चेहरे पे उसके गेसू अधखुले-से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 882 Share आनंद बिहारी 3 Aug 2016 · 1 min read हम इतने दीवाने निकले लोग हमें समझाने निकले हम इतने दीवाने निकले नज़रें मिली,बात इतनी थी किस्से कई अफ़साने निकले जब भी मिले यारों से अपने दिल का हाल बताने निकले देखके उनको लट्टू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 538 Share आनंद बिहारी 1 Aug 2016 · 1 min read जो कहोगे-जो करोगे वापिस मिलेगा सौ-गुना खुद के बनाए ज़ाल में यूँ उलझकर रह गए दर्द सारे दिल के मेरे अश्क बनकर बह गए हम खड़े रह भी गए घाट पर तो क्या हुआ वक्त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 523 Share आनंद बिहारी 30 Jul 2016 · 1 min read कुछ मुक्तक आनंद बिहारी के-1 ?कुछ मुक्तक आनंद बिहारी के? ★1★ तुझे आँखों की पुतलियों में छुपा रखा है ऊपर से पलकों का भी पहरा लगा रखा है। तुझे सोती नहीं...जागी आँखों से देखा है... Hindi · मुक्तक 1 1k Share आनंद बिहारी 26 Jul 2016 · 1 min read तन्हाई अब कातिल हो गई है ये तन्हाई अब कातिल हो गई कि अब मेरे लिए मुश्किल हो गई है तुम ख्वाबों में अब आते हो इतने कि गमगीं दिल की महफ़िल हो गई है तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 9 751 Share आनंद बिहारी 26 Jul 2016 · 1 min read कैसे कहूँ कि तेरे बिना ग़म नहीं हुआ कैसे कहूँ कि तेरे बिना, ग़म नहीं हुआ जो भी हुआ, जितना हुआ कम नहीं हुआ। औरों की तरह मैं भी तन्हा जी गया तो क्या सच कहूँ जीने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 9 1k Share