Language: Hindi
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यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
Anand Kumar
आखिर किसमें "दोष" था
Anand Kumar
तुम मेरे हम बन गए, मैं तु्म्हारा तुम
Anand Kumar
हां वो तुम हो...
Anand Kumar
तेरे सिंदूर की शहादत का, दर्द नहीं मिट रहे हैं…
Anand Kumar
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
Anand Kumar
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
उल्लू नहीं है पब्लिक जो तुम उल्लू बनाते हो, बोल-बोल कर अपना खिल्ली उड़ाते हो।
Anand Kumar
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
Anand Kumar
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
ईश्वर नाम रख लेने से, तुम ईश्वर ना हो जाओगे,
Anand Kumar
राम संस्कार हैं, राम संस्कृति हैं, राम सदाचार की प्रतिमूर्ति हैं...
Anand Kumar
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
Anand Kumar
कृपया सावधान रहें !
Anand Kumar
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
Anand Kumar
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
Anand Kumar
महाराष्ट्र की राजनीति
Anand Kumar
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है…
Anand Kumar
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
Anand Kumar
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
Anand Kumar
मन रे क्यों तू तड़पे इतना, कोई जान ना पायो रे
Anand Kumar
बेटी ही बेटी है सबकी, बेटी ही है माँ
Anand Kumar
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
Anand Kumar
हे नारी मुझे घाघ न कहना, इस रिश्ते का बस लाज तू रखना
Anand Kumar
"शर्म मुझे आती है खुद पर, आखिर हम क्यों मजदूर हुए"
Anand Kumar
"सुरेंद्र शर्मा, मरे नहीं जिन्दा हैं"
Anand Kumar
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
सच में कितना प्यारा था, मेरे नानी का घर...
Anand Kumar
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
Anand Kumar
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
Anand Kumar
चाँद कुछ इस तरह से पास आया…
Anand Kumar
मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी...
Anand Kumar
हाँ मैं किन्नर हूँ…
Anand Kumar
तलाक़ का जश्न…
Anand Kumar
माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं
Anand Kumar
है वही, बस गुमराह हो गया है…
Anand Kumar
माशूका नहीं बना सकते, तो कम से कम कोठे पर तो मत बिठाओ
Anand Kumar
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
Anand Kumar
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम।
Anand Kumar
कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा,
Anand Kumar
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन...
Anand Kumar
अरे शुक्र मनाओ, मैं शुरू में ही नहीं बताया तेरी मुहब्बत, वर्ना मेरे शब्द बेवफ़ा नहीं, जो उनको समझाया जा रहा है।
Anand Kumar
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
Anand Kumar