आकाश त्रिपाठी (जानू) Tag: ग़ज़ल/गीतिका 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश त्रिपाठी (जानू) 13 Sep 2022 · 1 min read नए साल की पहली शाम September 12, 2022 सोचा था इस साल ज़िंदगी, जिएंगे हम बिंदास ज़िंदगी। पर रब को ये मंज़ूर न था। होने को कुछ और ही था। उसकी नज़र मिली नज़रों से।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 132 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 13 Sep 2022 · 1 min read ये बात आख़िरी है। तेरी राहों में मैं पत्थर, अब और नहीं बनना चाहूं। तेरे सीने पर बन खंज्जर, अब और नहीं रहना चाहूं। मैंने तो बिन सोचे समझे, सिर्फ तुम्ही से प्यार किया।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 141 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 1 Jan 2022 · 1 min read नए साल की पहली शाम सोचा था इस साल ज़िंदगी, जिएंगे हम बिंदास ज़िंदगी। पर, रब को ये मंज़ूर न था। होने को कुछ और ही था। नज़र मिली, उसकी नज़रों से। कुछ बोली नाज़ुक,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 476 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 28 Dec 2021 · 1 min read जुर्रत ऐसा नहीं की उसने धोखा देने की, ज़ुर्रत न की। बस.. बदनाम न हो जाएं वो, इस बात से डरते हैं। उन्हें तो शायद रास न आई मोहब्बत मेरी, पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 7 Jun 2020 · 1 min read क्या बात कहूँ , क्या जाने दूँ .. है बात बहुत इस दिल में दबी , क्या बात कहूँ , क्या जाने दूँ .. आँखों से समझलो, तो अच्छा है, या बोलो तो, जुबाँ पर आने दूँ |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 282 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 7 Jun 2020 · 1 min read गुनाह हो गया है, इज़हार करना.. गुनाह हो गया है, इज़हार करना हुई है मोहब्बत , मुझे माफ करना समझा है सब ने, सच को भी झूठा क्योंकी सच ही जता कर, है लोगों ने लूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 375 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 7 Jun 2020 · 1 min read सच और झूठ सच और झूठ दो-दो अक्षर के पर मतलब अम्बर धरती का कभी दुखों के बहते आंसू कभी ख़ुशी के आंसू सा सच बोलो तो रूठे दुनिया झूठ से सबने लूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 494 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 7 Jun 2020 · 1 min read आप की हर बात का, इंतजार रहता है मुझे.. आप की हर बात का, इंतजार रहता है मुझे.. आप की हर बात का, एहसास रहता है मुझे | क्या करूँ तन्हाई में, अब दिल नहीं लगता.. हरपल तुम्हें बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 7 Jun 2020 · 1 min read मोहब्बत की कुछ बूंदें.. मोहब्बत की कुछ बूंदें, यूँ ही लुटा देता हूँ मैं। उसके हर सितम को, हस के भुला देता हूँ मैं । माना की उसे गुरूर है, अपने हसीं होने का।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 430 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 6 Jun 2020 · 1 min read रो पड़ता हूं ये सोच-सोच.. रो पड़ता हूं ये सोच-सोच, किस हाल में जीती होगी तुम होकर तन्हा, हो होकर हताश, मेरी याद में होती होगी गुम सुनो जान न रुठो ऐसे मैं तो हरपल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 262 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 6 Jun 2020 · 1 min read दिल धक् से धड़क ही जाता है.. ये दिल का भी दीवानापन, कुछ समझ नहीं मैं पाता हूं। कहने को बहुत है बात मगर, क्या बात कहूं, शर्माता हूं। न देखूं तुझे तो चैन नहीं, देखूं तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 422 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 6 Jun 2020 · 1 min read मैं ग़लत हूं, कुछ की नज़रों में.. मैं ग़लत हूं, कुछ की नज़रों में, क्यूं बयां करूं, मैं कैसा हूं मैं जानता हूं, मैं जैसा हूं। मुझे नहीं सफाई देनी है, मुझे नहीं गवाही देनी है, मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 520 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 4 Jun 2020 · 1 min read चलो मेरे साथ चलो मेरे साथ चलो मेरे साथ, अब दूर जाना नहीं। मैं सिर्फ़ तुम्हरा हि हूँ, ये भूल जाना नहीं। रूठो मगर, मान जाया करो। ये हक़ है तुम्हारा, न घबराया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 428 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 4 Jun 2020 · 1 min read था वहम मेरा.. था वहम मेरा, कि वो भी प्यार करते हैं। चाहत भरे दिल से, वो इन्त्ज़ार करते हैं। वो फ़िर जाएंगे फ़िर, ये सोचा नहीं मैंने, मतलब के बने लोग, कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 9 Jan 2020 · 1 min read ख़ामोश ही रहना अच्छा है.. मैं अपने जज़्बात लिखूं, या, मैं अपने हालात लिखूं। मैंने तो मोहब्बत दिल से किया, फिर मैं, क्यूं ? अपनी औकात लिखूं। मोहब्बत की शुरुआत लिखूं या उसकी बातें खास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 266 Share आकाश त्रिपाठी (जानू) 26 Nov 2019 · 1 min read खुश है वो देखो कितना... खुश है वो देखो कितना, मेरे टूटने के बाद, देखा भी न मुड के पीछे, मेरे रूठने के बाद आकाश त्रिपाठी (जानू) Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share