Ajit Kumar "Karn" Tag: मुक्तक 117 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 17 May 2022 · 1 min read "इच्छा" "इच्छा" ====== मन में इच्छाएं पालना बहुत ही अच्छी बात है। पर सबकी सारी इच्छाएं पूरी न होती आज है। पूरा जिसे करने की ज़िद भी ठानना ठीक नहीं, इच्छाओं... Hindi · मुक्तक 4 235 Share Ajit Kumar "Karn" 10 May 2022 · 1 min read "क़तरा" "क़तरा" °°°°°°°°° लहू का क़तरा क़तरा मातृभूमि को अर्पित कर दूॅंगा। मगर अपने देश पे तनिक ऑंच न कभी आने दूॅंगा। हम सब भारत माता के सच्चे वीर सिपाही जो... Hindi · मुक्तक 5 676 Share Ajit Kumar "Karn" 10 May 2022 · 1 min read "सुकून" "सुकून" ====== करें कुछ ऐसा, खुद के साथ औरों को भी सुकून मिले। जीवन में कोई भी शख़्स अपने कर्त्तव्य-पथ से न हिलें। तभी इस मतलबी दुनिया की ख़ास पहचान... Hindi · मुक्तक 4 334 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Apr 2022 · 1 min read "अल्फ़ाज़" "अल्फ़ाज़" !!!!!!!!!!!!!! सारी दुनिया है मीठे अल्फ़ाज़ का दीवाना। सुनकर जिसे मिज़ाज हो जाता शायराना। ये अल्फ़ाज़ ही है जो जन क्रांति ला सकती, पर एक दायरे में सिमटकर तू... Hindi · मुक्तक 4 384 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "सघन" "सघन" ^^^^^^^ सघन भावों से बनती जो शब्दों की माला, वो रचना होती भावपूर्ण, खूबसूरती वाला। सारगर्भित तथ्यों को रसों से सराबोर कर, सृजित रचना होती सुखद एहसास वाला। (... Hindi · मुक्तक 4 262 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Apr 2022 · 1 min read "चाहत" "चाहत" >>>>>> चाहत जब होती कभी हद से ज़्यादा। रहते उसे पूरा करने पर सब आमादा। गर बीच रास्ते में समंदर गहरा आ जाए, पार करने में उसे न लगेगा... Hindi · मुक्तक 4 356 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "निर्झर" 🌷निर्झर🌷 >>>>>>>>> पर्वत, पठार हो, झील हो या निर्झर। ये सारे ही प्राकृतिक दृश्य हैं मनोहर। निर्झर गिरता झर-झर कर पर्वतों से, अवनि की शोभा बढ़ाता जो निरंतर। ( स्वरचित... Hindi · मुक्तक 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "अंजन" "अंजन" >>>>>> 'अंजन' से अंधेरे में भी कभी धैर्य ना खोना। जीवन में सुख, दु:ख के हर भाव तू संजोना। फूलों के सेज संग काॅंटों का चुभन सहकर , कर्तव्य... Hindi · मुक्तक 4 211 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Apr 2022 · 1 min read "परछाई" "परछाई" ~~~~~~ पिता के बताए मार्ग पे ही चलते हो । उनके हरेक संस्कार लिए दिखते हो । कार्यशैली हू-ब-हू पिता की ही जैसी , बिल्कुल पिता की परछाई दिखते... Hindi · मुक्तक 4 292 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Apr 2022 · 1 min read "नेह" 🌹"नेह"🌹 🌷🌷🌷🌷 नेह की धुरी पे ही सारा संसार टिका है , जीवन जीने का हर इक सार टिका है , क्यूॅं ना नेह के फूल हम यूॅं बरसाते चलें... Hindi · मुक्तक 5 237 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "विहग" 🐦 "विहग" 🐦 🐦🐦🐦🐦🐦 विहग की तरह पर मुझे भी होते। तो आसमान में हम उड़ रहे होते। स्वच्छंद, उन्मुक्त उड़ान के जरिए , हमारे ख़्वाबों में पंख लग रहे... Hindi · मुक्तक 6 2 561 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "जुनून" "जुनून" !!!!!!!!!!! दिल में हो जोश, जुनून व जज़्बा। तो सफलता है निश्चित हर मर्तबा। लक्ष्य चाहे कितना भी कठिन हो , मिलकर रहेगा ज़िंदगी का फलसफा। © अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 5 244 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Apr 2022 · 1 min read "दुआ" 🙌 "दुआ" 🙌 ************* हे ईश्वर ! सबको दे दो तुम ऐसी दुआ । किसी को लगे ना किसी की बददुआ । प्रेम, विश्वास, संवेदना हो सबके लिए , सबके... Hindi · मुक्तक 4 254 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Apr 2022 · 1 min read *मजबूर* *मजबूर* °°°°°°°°° सबका ही आदर सत्कार करें। ना कभी किसी का दुत्कार करें। ना करें किसी को इतना मजबूर, कि वो आपका ही अपकार करे। © अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 6 2 281 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "अमिट" "अमिट" """""""""" कर्तव्यपरायणता हर नागरिक का धर्म व ईमान है। पर अनेकों इस नेक कार्य से बिल्कुल ही अंजान है। उचित व सात्विक भाव से जिसने थामा इस डोर को,... Hindi · मुक्तक 4 194 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "आत्मा" "आत्मा" ====== हर मानव का शरीर नश्वर है । परंतु आत्मा अजर, अमर है । तन पंचतत्व में विलीन होता , पर आत्मा तो रहता प्रखर है । ©अजित कुमार... Hindi · मुक्तक 4 256 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "प्रफुल्लित" "प्रफुल्लित" ???? ऐसा इक जहाॅं, हो मन सबका प्रफुल्लित , भूल कर गिले-शिकवे , रहें सब आनंदित । सत्कर्म, सदाचरण व विश्वास की डगर हो , शांति व समृद्धि में... Hindi · मुक्तक 4 536 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "परिमल" "परिमल" ??? अपने ज्ञान का परिमल जग में इतना डालो। एक अलग खूबसूरत सी दुनिया बना डालो। सुरभित हो हर चमन , उपवन इस जहाॅं में , हर चमन का... Hindi · मुक्तक 4 429 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Mar 2022 · 1 min read "बिनाई" "बिनाई" ??? हो नज़र-ए-इनायत ही हरेक दृष्टि , करुणा रूपी बिनाई की अतिवृष्टि , ख़ुलूस-ए-दिल हो जनमानस का , तो बाग बाग खिल उठे ये प्रकृति। ~अजित कुमार "कर्ण" ✍️... Hindi · मुक्तक 4 282 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Feb 2022 · 1 min read "ऋतुराज वसंत" "ऋतुराज वसंत" ????? माघ मास आए जब ऋतुराज वसंत। हो जाए सर्दी व शरद ऋतु का अंत । हरियाली युक्त धरा सजी दुल्हन सी , तरु नव किसलय सरसों टेसू... Hindi · मुक्तक 7 4 778 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "नुमाइश" "नुमाइश" ??? नुमाइश इतनी ना हो कि हकीकत ही बदल जाए । आते-जाते, अपने पराए सबके दिल से उतर जाए। नक़ाब चेहरे का जिस दिन उतारने को मजबूर होंगे, उस... Hindi · मुक्तक 7 4 367 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" "वरदान" ##### ??"वरदान"?? ??????? माॅं "सरस्वती" हमें "वरदान" ऐसा दीजिए। हर अज्ञानी को "प्रसाद"' ज्ञान का दीजिए। सच्चाई की राह पे जगत का कल्याण हो, ऐसी ही युक्ति जन-जन में... Hindi · मुक्तक 5 381 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Feb 2022 · 1 min read "फुर्क़त" "फुर्क़त" ??? कुछ पल की फुर्क़त है झेलना मुश्किल । जब एक ही धड़कन में धड़कते दो दिल। तलाशती रहती है निगाहें अपलक तुम्हें ; जब तक फिर से ना... Hindi · मुक्तक 6 2 557 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) "नौ मुक्तक" : ( पतंग ) ############# ??"पतंग"?? (१) सुन ''पतंग'' का नाम, उमड़ते दिल में अरमान। हर जन का मन विचरे कि वो छू ले आसमान। परस्पर सहयोग और... Hindi · मुक्तक 7 4 628 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) "मुक्तक" : ( यूॅं किसी की भावनाएं.... ) ?️??️??️??️??️??️ आजकल कोई भी किसी को न पूछ रहे ! बस, सदैव अपनी ही हित उन्हें सूझ रहे ! यूॅं किसी की... Hindi · मुक्तक 6 385 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jan 2022 · 1 min read "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) "मुक्तक" : ( कड़ाके की ठंड ) ?️?️?️?️?️?️?️?️ पर रही है इस सर्दी में कड़ाके की ठंड । हल्की रजाई से ना हो रही इसकी अंत । दिन में नभ... Hindi · मुक्तक 5 2 404 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jan 2022 · 1 min read "अच्छी सीरत नहीं" "अच्छी सीरत नहीं" ?????? लोगों के बात की उतनी कीमत नहीं । सदैव होती उनकी कम फजीहत नहीं । ना दिखती सुधार की कोई भी प्रवृत्ति , सूरत से सुंदर... Hindi · मुक्तक 4 414 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jan 2022 · 1 min read आज कुछ ऐसा हुआ ! आज कुछ ऐसा हुआ ! ?????? आज कुछ ऐसा हुआ ! वो मुझपे गुस्सा हुआ ! निरंतर यह सोच रहा.... ऐसा क्यों किस्सा हुआ ?? स्वरचित एवं मौलिक । अजित... Hindi · मुक्तक 4 430 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) "मुक्तक": ( मेरी समझ में.... ) ???????? मेरी समझ में ये नहीं आ रहा ! वो मुझे इतना क्यों समझा रहा ! उसे तो ये पता ही नहीं होगा.... कि... Hindi · मुक्तक 8 5 522 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read भले कोई भी विजेता हो जाए... भले कोई भी विजेता हो जाए.... ????????? हर कोई मैदान में कूद पड़े हैं ! इरादे पे अपने वे ख़ूब अड़े हैं ! भले कोई भी विजेता हो जाए... पर... Hindi · मुक्तक 6 318 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) "मुक्तक" : ( सबकी आशाएं.... ) ????????? सबसे ही जुड़ी सबकी आशाएं हैं ! पूरी गर ना हों तो होती निराशाएं हैं ! सभी एक दूसरे का ख़्याल जो रखें...... Hindi · मुक्तक 7 528 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) "मुक्तक": ( कोई मेहनत से हासिल....) ??????????? मुझे तो बहुत ही खुशी हो रही है ! उन्हें भी खूब खुशी जो मिल रही है ! कोई मेहनत से हासिल कुछ... Hindi · मुक्तक 6 6 311 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ ऐसा करते हैं ) ????????? चलो आज हम कुछ ऐसा करते हैं । सबकी अपेक्षाओं पे खड़े उतरते हैं । ख़्वाब जो दिल में उमर -... Hindi · मुक्तक 4 410 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) "मुक्तक": ( जीवन में मिलना बिछुड़ना.... ) ####################### जीवन में मिलना बिछुड़ना तो लगा ही रहता ! इससे किसी को कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता ! सच है कि कुछ... Hindi · मुक्तक 5 286 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) "मुक्तक": ( नव वर्ष का आगमन है ) ################### देखो , नव वर्ष का आगमन है । खिलने को आतुर हर चमन है । गिले - शिकवे सारे ही भूलकर...... Hindi · मुक्तक 4 368 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Dec 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) "मुक्तक" : ( जो नियति है वो.... ) ????????? जो नियति है वो होकर ही रहेगा ! भले किसी को ये अजूबा लगेगा ! भले ही लाख प्रयत्न कर लें... Hindi · मुक्तक 5 513 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Nov 2021 · 1 min read किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया ! ????????? किसी ने ब्रह्मास्त्र ही चला दिया । मुझे बहुत नुक़सान दिला दिया । चाहकर भी करूॅं तो क्या करूॅं ? इक प्रतियोगिता... Hindi · मुक्तक 5 4 542 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read वरना हार स्वीकारना होगा ! वरना हार स्वीकारना होगा ! ???????? देश को खोखला कर रहे तत्वों को पहचानना होगा । ऊंच नीच का भेद करनेवालों को ललकारना होगा । वरना इस महान देश की... Hindi · मुक्तक 6 6 574 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read खुशी रो पड़ी ! खुशी रो पड़ी ! ???? माहौल कुछ ग़मगीन हुई, खुशी रो पड़ी ! बहना जो उसकी ससुराल को चल पड़ी ! भावनाओं को नियंत्रित किया था उसने , पर ,... Hindi · मुक्तक 7 2 545 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read उदय हो रहा क्षितिज पार.... उदय हो रहा क्षितिज पार.... ???????? प्रकृति कर रही इंतज़ार ! उदय हो रहा क्षितिज पार ! छठ पर्व की ये खुशियाॅं हैं.... कर जल्द ही सूर्य नमस्कार !! स्वरचित... Hindi · मुक्तक 6 6 415 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) "मुक्तक": ( कुछ दोस्त यूॅं ही.... ) ????????? कुछ दोस्त यूॅं ही बकवास करते हैं । पर कुछ ऐसे हैं जो ख़ास करते हैं । ख़ास लोगों से ख़ास बातें... Hindi · मुक्तक 5 447 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read ज़रूरी है क्या....?? ज़रूरी है क्या....?? ?????? बर्थ डे की कोई पार्टी ज़रूरी है क्या ? पश्चिम की ये परिपाटी ज़रूरी है क्या ? ये तो पैसे और वक्त की बर्बादी है..... औरों... Hindi · मुक्तक 6 4 370 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) "मुक्तक" : ( कुछ लोग लगते अच्छे हैं ) ??????????? कुछ लोग लगते अच्छे हैं । कुछ दिल से बड़े सच्चे हैं । जिन्हें कुछ समझ ना आता, वे अक्ल... Hindi · मुक्तक 5 300 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 1 min read "दीपक को बनाकर हथियार"? ?"दीपक को बनाकर हथियार"? ?????????? दीपक को बनाकर हथियार । करता जा रहा सब पर वार । खामखा इल्ज़ाम लगा करके , खुद जीतता जा रहा संसार ।। स्वरचित एवं... Hindi · मुक्तक 6 246 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( ऐसा मेरा स्वभाव है ) "मुक्तक"- ( ऐसा मेरा स्वभाव है ) ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अपनी ज़िद हम सदैव पूरी करते हैं ! कोई ख़्वाब हम ना अधूरा रखते हैं ! बचपन से ही ऐसा मेरा... Hindi · मुक्तक 4 541 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( कैसा रुख़ यह लेता है ) "मुक्तक"- ( कैसा रुख़ यह लेता है ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कोरोना का तांडव फिर से बढ़ता जा रहा ! संक्रमितों व मृतकों का ग्राफ चढ़ता जा रहा! पता नहीं इस... Hindi · मुक्तक 5 1 551 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read दुआ करो तुम उस रब से ! दुआ करो तुम उस रब से ! ••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अब क्या रह गया छुपा है तुझसे । सब कुछ तो दिया बता है तुझसे । फिर भी तुझे गर विश्वास... Hindi · मुक्तक 4 445 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Sep 2021 · 1 min read आज की दुनिया एक तमाशा है ! आज की दुनिया एक तमाशा है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज की ये दुनिया एक तमाशा है। नहीं कुछ भी ख़ास इससे आशा है। कुछ लोगों की नीयत यहाॅं ठीक नहीं।... Hindi · मुक्तक 5 2 448 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ) "मुक्तक"- ( बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जो चीज बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ! उस चीज़ पर निगाहें कभी नहीं टिकते हैं ! एक... Hindi · मुक्तक 5 2 369 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( हल्के में ही ले रहे थे ) "मुक्तक"- ( हल्के में ही ले रहे थे ) •••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कुछ लोग मुझे हल्के में ही ले रहे थे ! बात - बात पर ताने मुझे दे रहे थे... Hindi · मुक्तक 4 393 Share Page 1 Next