Ajit Kumar "Karn" Tag: कविता 182 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 7 Jan 2024 · 1 min read धर्म बड़ा या इंसानियत? धर्म बड़ा या इंसानियत? गर कोई किसी की मदद करता है, उसके हालात पर तरस खाता है, थोड़ा इंसानियत दिखलाता है, तो क्या वह बुरा हो जाता है? माना किसी... Hindi · कविता 1 138 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jul 2022 · 2 min read कहीं पे तो होगा नियंत्रण ! कहीं पे तो होगा नियंत्रण ! !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! सोचता रहता हूॅं मैं ये हरदम... कि 'कहीं पे तो होगा नियंत्रण'! जिधर अपनी नज़रें घुमाओ... उधर ही हो रही कुछ अनबन!! हो... Hindi · कविता 8 4 448 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jul 2022 · 1 min read "रिश्ते" 🌹"रिश्ते" 🌹 ========== "ये रिश्ते" आज अपनी अहमियत खो बैठे ! वो तो बस निजी स्वार्थ तक ही सिमट बैठे ! रिश्तों में जो गर्माहट होती थी कुछ पहले... आज... Hindi · कविता 4 4 429 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jul 2022 · 2 min read "खुद की तलाश" 🌷खुद की तलाश🌷 ``````````````````````` ( छंद मुक्त कविता ) ============= खुद की तलाश में निकला जब मैं आज , मायूस सा हो गया ! कुछ भी नहीं था ऐसा ,... Hindi · कविता 6 4 707 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jul 2022 · 1 min read "योग करो" "योग करो" !!!!!!!!!!!!!!!! #योग_करो.... नित नए-नए प्रयोग करो । आरोग्य सुख प्राप्त होगा... काया का कुछ मोह करो । #योग_करो.... सतत ही अध्यात्म से जुड़ो । अंतर्मन संग काया अपनी...... Hindi · कविता 5 317 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jul 2022 · 2 min read "कल्पनाओं का बादल" #विषय_बादल ☁️☁️ #विधा_छन्द_मुक्त_काव्य #दिनांक :- 29 / 06 / 2022. ``````````````````````````````````` ☁️ कल्पनाओं का बादल ☁️ ☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ बादल शब्द की झलक पाते ही हरेक रचनाकार के मन में 'कल्पनाओं का... Hindi · कविता 6 442 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jul 2022 · 2 min read "कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें" 🌹कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें🌹 ======================= ना तुम आती अपनी आदतों से बाज, अनसुनी करते हम भी तेरी फ़रियाद , सच है, सच्चाई को छूती तेरी हर बात, पर... Hindi · कविता 9 2 873 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jun 2022 · 1 min read "बदलाव की बयार" 🌹बदलाव की बयार🌹 🐦🐤🐦🐤🐦🐤🐦 पहले नदी पारकर व पैदल जाते थे पढ़ने दूर तक, अब ऑनलाइन ही घर तक पहुॅंच जाते हैं पुस्तक। विद्यालय व अस्पताल आ चुका अब हर... Hindi · कविता 7 2 644 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2022 · 1 min read "समय का पहिया" "समय का पहिया" ============ "समय का पहिया" ना रुका है ना रुकेगा । यह तो सदैव अपनी ही रफ़्तार से चलेगा ।। क्यों परेशान रहते हैं हम सब यदा-कदा ।... Hindi · कविता 8 4 788 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2022 · 1 min read "याद आओगे" "याद आओगे" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!! अरे याद करो.... कभी हम अच्छे दोस्त हुआ करते थे ! किनारा तूने कर लिया , ज़ख़्म हृदय में भर दिया ! कहाॅं कोई ग़लती थी मेरी....... Hindi · कविता 6 2 754 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "आदर्श पिता" "आदर्श पिता" ========== पिता को पितृ कह लें या पापा , वे तो रहेंगे संतति के जन्मदाता । जो बच्चों में सर्वगुण है भर जाता, वो ही एक अच्छा पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 2 557 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" "पिता" !!!!!!!!!! किस परिस्थिति में एक "पिता" संभालते हैं घर-परिवार अपना ! एक पिता ही इसे समझ सकते , दु:ख-दर्द सहते वे रोज़ कितना!! दिन-रात मेहनत वे करते रहते ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 430 Share Ajit Kumar "Karn" 17 May 2022 · 1 min read "आपका बहुमूल्य योगदान" "आपका बहुमूल्य योगदान" ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;; गिले शिकवे भले हों कुछ पल के लिए ! पर अनवरत गले हम मिलते ही रहे ! बाधाऍं तो बीच डगर में आती ही रही !... Hindi · कविता 4 338 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "सुकून की तलाश" "सुकून की तलाश" ########## मुझे कब से है थोड़े से "सुकून की तलाश"। जो किंचित् ही है इस जहान में आसपास।। चाहे जाना पड़े जंगल में या दूर पहाड़ियों पे।... Hindi · कविता 6 4 966 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Apr 2022 · 1 min read "फूलों की तरह जीना है" 🌹🌹"फूलों की तरह जीना है"🌹🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 फूलों की खुशबू से महक उठती हवाएं, इंसान की ज़िंदगी भी ऐसी ही रंग लाए, किसी का भी वो कुछ नहीं बिगाड़ पाए, परोपकार... Hindi · कविता 5 2 220 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Apr 2022 · 1 min read "अफ़साना तेरा मेरा" 🌷अफ़साना तेरा मेरा🌷 ******************** ओहो ! कितना खूबसूरत था वो ज़माना , तेरे मेरे बीच जब बनता था कोई फ़साना। दिन - रात रहता था इंतज़ार बस तेरा ही ,... Hindi · कविता 4 223 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Apr 2022 · 1 min read "जब प्यार किसी से होता है" 🌹"जब प्यार किसी से होता है"🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 जब प्यार किसी से होता है , सब कुछ खोया सा लगता है , तन, मन बहका सा लगता है , चैन हर... Hindi · कविता 5 233 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Apr 2022 · 1 min read "मैंने दिल तुझको दिया" 🌹"मैंने दिल तुझको दिया"🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 तीरे नयन से तूने जो इतना घायल किया, ऑंखोंं से कुछ कहके नित पागल किया , इस ठहरे हुए दिल में कुछ हलचल किया, तभी... Hindi · कविता 5 522 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "सूखा गुलाब का फूल" 🌹सूखा गुलाब का फूल🌹 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 मेरी पुरानी किताब के पन्नों के बीच , रखा मिला मुझे "सूखा गुलाब का फूल"। रहा था जो अपनी ओर मुझे खींच , प्यारा, मुर्झाया... Hindi · कविता 7 802 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Apr 2022 · 1 min read "एक नई सुबह आयेगी" "एक नई सुबह आयेगी" ******************* एक नई सुबह आयेगी , अपने को अपनों से मिलाएगी, ना कोई वैर भाव होगा , ना कोई ईर्ष्या द्वेष होगा , ना कोई तिमिर... Hindi · कविता 5 704 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Apr 2022 · 1 min read "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" "साहित्यकार भी गुमनाम होता है" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! ज्यों मैंने आवाज़ उठाई , 'पर' ही मेरा कतर दिया । अपनी लाज बचाना चाहा, झट से लज्जित कर दिया। अरे , न्याय ही... Hindi · कविता 4 741 Share Ajit Kumar "Karn" 31 Mar 2022 · 1 min read "जब लगा वक्त थम सा गया" "जब लगा वक्त थम सा गया" !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! घर था मेरा जब एक छात्रावास , उस वक्त पढ़ता था, नौवीं क्लास , स्कूल नहीं जा सका,था जो उदास, यकायक शिक्षक आ... Hindi · कविता 5 233 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Mar 2022 · 1 min read "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 👁️👁️ "बोलती ऑंखें" 👁️👁️ 🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 ज़माने से जब इतना ऊब जाते हैं, अधिकार तक छीन लिए जाते हैं , हर बात पर ही ताने दिए जाते हैं , दिल में... Hindi · कविता 4 207 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Feb 2022 · 2 min read अगर तू ना होती ! ?अगर तू ना होती !? ??????? मेरी माॅं, अगर तू ना होती ; मेरा अस्तित्व भी ना होता ; तुझसे ही तो है वजूद मेरा ; तेरे बिन हम कुछ... Hindi · कविता 7 2 516 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Feb 2022 · 1 min read "वरदान" ?? "वरदान" ?? ??????? आज का विषय जब 'वरदान' है । लेते इसका शब्दार्थ हम जान हैं । देवता,ऋषियों आदि से प्राप्त वर; जो आते बहुत ही हमारे काम हैं।।... Hindi · कविता 5 386 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Jan 2022 · 2 min read "मजबूर" "मजबूर" ??? हिय ख्वाहिशें अनंत ही पलती हैं ! ख़्वाब भी तो हज़ारों में सजते है ! दिन-रात जो उड़ान हेतु विचरती है ! पर हक़ीक़त कुछ और ही होती... Hindi · कविता 4 350 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jan 2022 · 2 min read क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? क्या हम भी उनसे कुछ अपेक्षा करते हैं? ??????????? हम पर भरोसा तो सभी करते हैं.... हमारी राह सदा वे आसान करते हैं , हमारे लिए खुद ही कितने कष्ट... Hindi · कविता 7 2 367 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read चापलूसों का ही तो ज़माना है ! चापलूसों का ही तो ज़माना है ! ???????? चापलूसों का ही तो ज़माना है। चापलूसों ने हार कब माना है।। जहाॅं जाओ चापलूस मिल जाते ! किये कराए पर पानी... Hindi · कविता 6 6 662 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jan 2022 · 1 min read अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! अनुभव बड़े काम की चीज़ है! ???????? अनुभव बड़े काम की चीज़ है ! आप जितना भी ज्ञानी हो जाएं.... पर जो आपके पास अनुभव नहीं ! तो वे सारे... Hindi · कविता 6 4 453 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jan 2022 · 1 min read ग़म से कभी ना घबराएं ! ग़म से कभी ना घबराएं ! ??????? ग़म से कभी भी ना घबराएं , ये हमें आगे तक ले जाते हैं ! मन भटकाव से सदा दूर रख , कार्यों... Hindi · कविता 4 415 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read हुआ साहित्य का ह्रास ! हुआ साहित्य का ह्रास ! ?✍️?✍️?✍️? किसी प्रतियोगिता में लिया था भाग मैं आज ! सृजन करी थी मैंने दिए विषय पे कुछ ख़ास ! टकटकी लगा रखा था मैंने... Hindi · कविता 4 493 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Jan 2022 · 1 min read कल रहूॅं ना रहूॅं ! कल रहूॅं ना रहूॅं ! ========== बचपन से ही कितने , ख़्वाब संजोए थे हमने ! अपनों के संग मिलकर , अनेक सपने बुने थे हमने !! बड़ी ही शिद्दत... Hindi · कविता 4 4 473 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jan 2022 · 2 min read "पहचान" "पहचान" ====== शुरू होती जब कभी कोई नई कहानी , सभी पात्रों को पड़ती है पहचान बतानी । किरदार तो निभाते सभी उस रंगमंच में... पर अहम वो हैं जिसने... Hindi · कविता 7 4 546 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Jan 2022 · 1 min read हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! हर सपने इस वर्ष पूरे हों ! ??????? इक नया साल फ़िर आ चुका है , इक नई-सी शुरुआत ला चुका है ! बीते वर्ष से ख़ास सबक लेकर.... सबके... Hindi · कविता 5 2 454 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Dec 2021 · 2 min read किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! किस्मत में उतार-चढ़ाव ही तो जीवन है ! ??????????? माना कि ज़िंदगी से हैं आप परेशान ! नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान ! खड़े कर रहा कोई न कोई... Hindi · कविता 5 815 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Dec 2021 · 1 min read वक्त तो सबका ही आएगा.... वक्त तो सबका ही आएगा.... ???????? ऐ मेरे प्यारे दोस्तों ! यूॅं परेशान ना हों ! वक्त तो सबका ही आएगा.... यूॅं ही फिजूल में रोना धोना तो छोड़ो !... Hindi · कविता 8 2 412 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Dec 2021 · 1 min read "इज़्ज़त" "इज़्ज़त" ##### इज़्ज़त शब्द का महत्व है ख़ासा , यह सभ्यजनों का वजन है बढ़ाता , सबको इक नई पहचान है दिलाता ! संग में कितने सम्मान भी दिलाता !!... Hindi · कविता 6 4 573 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Dec 2021 · 1 min read हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! ?????? हे प्रभु ! मेरी भी सुनो ! अब तुम ही कुछ करो ! दुनिया में कितने दुखी हैं , तुम सबके कष्ट... Hindi · कविता 5 677 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Dec 2021 · 2 min read ये अनजाना सा डर कैसा ?? ये अनजाना सा डर कैसा ?? ???????? दिन रात करते हैं हम कर्म अपना ! औरों की सेवा है जब धर्म अपना ! ना कभी किसी का कुछ बिगाड़ते ,... Hindi · कविता 6 2 458 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Nov 2021 · 1 min read अंज़ाम की चिंता ना करें ! अंज़ाम की चिंता ना करें ! ??????? कई नफा-नुकसान का ध्यान रख , हम ज़ुल्म हर तरह के सहते जाते ! और समाज में पनप रहे सारे दरिंदे , ओछी... Hindi · कविता 6 2 566 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Nov 2021 · 1 min read कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! ???????? कभी ना सोचें कि ऐसा होता ! कभी ना सोचें कि वैसा होता ! हम जैसे भी हैं उसी में खुश रहें... Hindi · कविता 7 6 427 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Nov 2021 · 1 min read दिल से दिल का तार मिला लें ! दिल से दिल का तार मिला लें ! ????????? क्या रिश्ते नाते होते सारे इसी लिए हैं.... कि आपस में ही हम सब झगड़ पड़ते हैं ! ऐसी बातें तो... Hindi · कविता 7 4 513 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Nov 2021 · 1 min read मैं लिख जाऊं बारंबार.... मैं लिख जाऊं बारंबार.... ??????? कोई तो है जो करता है मेरा इंतज़ार ! उसकी एक ही जिज्ञासा पे मैं लिख जाऊं बारंबार.... ना करूं कभी उसकी भावनाओं का तिरस्कार... Hindi · कविता 7 6 442 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read भला कौन है खुश ? भला कौन है खुश ? ????? उसे भी है दु:ख , मुझे भी है दु:ख , उभय पक्ष है दुखी , भला कौन है खुश ?? दो पक्षों के बीच... Hindi · कविता 10 6 799 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 1 min read मनुष्य का जीवन ! मनुष्य का जीवन ! ????? बचपन से बुढ़ापा तक का सफ़र.... जीवन किसी कष्ट में ही गुजरता ! सुख के पल हैं कुछ क्षण के लिए.... फिर तो जीवन दु:ख... Hindi · कविता 5 4 548 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 2 min read सबकी अपनी-अपनी सोच है.... सबकी अपनी-अपनी सोच है.... ????????? जब किसी भी समारोह में जाता हूॅं , सबसे मिलकर बातें जब करता हूॅं , किसी मुद्दे पर राय उनकी लेता हूॅं , तब बड़े... Hindi · कविता 5 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 9 Nov 2021 · 2 min read कल पे ना छोड़ें.... कल पे ना छोड़ें.... ?????? कल पे कुछ भी ना छोड़ें.... हर काम आज ही कर डालें ! आपको तो ये पता ही होगा.... कि वैसा कल नहीं कभी आता... Hindi · कविता 9 6 584 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा ! ?????????? जो प्रेम के ऑंगन में ही जीना सीखा , उसने ही प्रेम पे कुछ सवाल उठाया ! ओह ! ये कैसी... Hindi · कविता 6 4 467 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Nov 2021 · 1 min read "ये रिश्ते" "ये रिश्ते" ??? ये रिश्ता नाता कुछ स्वार्थ वश है , ये सब तो वास्ते इक मकसद है , हर रिश्ते एक दूसरे पर निर्भर हैं , इसमें छुपे सबके... Hindi · कविता 7 8 796 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Nov 2021 · 2 min read "धरती माता" "धरती माता" ???? ये धरती माता है, क्या - क्या नहीं सहती ! एक माॅं की ही तरह हर दु:ख वो हैं सहती ! हर अच्छे-बुरे कर्मों का गवाह वो... Hindi · कविता 6 2 720 Share Page 1 Next