Dr. ADITYA BHARTI 87 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. ADITYA BHARTI 26 Nov 2023 · 1 min read ये मन रंगीन से बिल्कुल सफेद हो गया। ये मन रंगीन से बिल्कुल सफेद हो गया। जब तेरे मेरे विचार में एकदम से भेद हो गया।। Quote Writer 3 324 Share Dr. ADITYA BHARTI 3 May 2023 · 1 min read सपने बड़े हैं सपने भी बड़े हैं, सफ़र भी जारी है क्योंकि इस बार जीतने की हमारी पूरी तैयारी है ना मुश्किलों की फ्रिक करेंगे ना अपनी जीत का कभी भी जिक्र करेंगे... Hindi · कविता 3 5 254 Share Dr. ADITYA BHARTI 30 Apr 2023 · 2 min read "मन की बात" बनाम "जन की बात" "मन की बात"ही जनता को है सुनाते "जन की बात" पर आदरणीय कभी सामने नहीं आते "मन की बात" का क्या करेगी जनता मेरे जनाब "जन की बात" पर सरकार... Hindi 2 382 Share Dr. ADITYA BHARTI 30 Apr 2023 · 1 min read मैं "आदित्य" सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं। मैं "आदित्य" सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं। सोचा है दुनिया बदल दुंगा यही सोचकर ख़ुद बदल रहा हूं।। Quote Writer 4 2 384 Share Dr. ADITYA BHARTI 29 Apr 2023 · 2 min read "मन की बात " सुनिए तो जरा......... करने वाले करते हैं केवल "मन की बात" तो भला कौन करेगा "काम की बात"से रोज मुलाकात जो बीबी छोड़कर आया है वही कर सकता है "मन की बात" बीबी... Hindi 2 295 Share Dr. ADITYA BHARTI 29 Apr 2023 · 1 min read इस दौर में सुनना ही गुनाह है सरकार। इस दौर में सुनना ही गुनाह है सरकार। वरना जनता के सवालों से मोदीजी हो जाते अब तक सरोकार Quote Writer 473 Share Dr. ADITYA BHARTI 29 Apr 2023 · 2 min read जनता मांगती है मगर दिलाने का नई आंखों के सामने से गाड़ी निकलती है मगर स्टेशन पर रुकवाने का नई टेंगनमाड़ा से ट्रेन रोज चलती है मगर बैठने का सपना सजाने का नई जनता हर दिन घुट... English 1 807 Share Dr. ADITYA BHARTI 29 Apr 2023 · 1 min read मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं। मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं। मुझे देखना है ये ख्वाब मैं कैसे जीत पाता हूं।। Quote Writer 1 604 Share Dr. ADITYA BHARTI 20 Apr 2023 · 1 min read कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में। कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में। कि सवाल पूछना ही गुनाह हो गया है इस कातिल प्यार में।। Quote Writer 2 729 Share Dr. ADITYA BHARTI 14 Apr 2023 · 1 min read गर लिखने का सलीका चाहिए। गर लिखने का सलीका चाहिए। तो जाइए बेशुमार किताबों के चौखट खटखटाएंगे। Quote Writer 284 Share Dr. ADITYA BHARTI 6 Apr 2023 · 2 min read नहीं चली रेल, सरकार है साली फेल नेताजी ने कहा -अरे अज्ञानीयों, महामूर्खों, अंधभक्तों,बेवकुफों हम रेल नहीं चलायेंगे तुम्हारे बाप भी हमारा कुछ नहीं कर पायेंगे सारे के सारे हमारे पांव में गिर जायेंगे गिड़गिड़ायेंग बार-बार रो... Hindi 2 2 404 Share Dr. ADITYA BHARTI 19 Jun 2022 · 2 min read पिता दिवस विशेष, भावना है अभी भी शेष पिता पर लिखने को तो मैं बहुत लिखा बहुत सारे लोगों ने लिखा पर ये मसला नहीं कि किसने क्या लिखा ? कितना लिखा ? कहां तक लिखा ? असल... Hindi 5 4 277 Share Dr. ADITYA BHARTI 12 Jun 2022 · 3 min read पिता यत्र,तत्र, सर्वत्र विराजमान है पिता के कथा की यात्रा का आरंभ अपनी इस कविता से कर रहा हूं पिता पर कविता सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है मैं डर रहा हूं आप सभी का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 26 20 636 Share Dr. ADITYA BHARTI 28 May 2022 · 1 min read पिता को मैं क्या लिखूं ? पिता का पराक्रम लिखूं, शौर्य लिखूं,साहस लिखूं या लिखूं पिता के पुरुषार्थ की कहानी पिता का त्याग लिखूं, बलिदान लिखूं, फ़र्ज़ लिखूं या लिखूं जिसने खत्म कर दी अपनी जवानी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 14 367 Share Dr. ADITYA BHARTI 26 May 2022 · 2 min read पिता लिख रहा हूं हर शब्द में ही मुझे पिता का अस्तित्व दिख रहा है ये कौन कलमकार है? ये कौन लिख रहा है? ये कौन लिख रहा है? तुम सुनाते हो पिता की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 16 21 537 Share Dr. ADITYA BHARTI 19 May 2022 · 1 min read मेरे पेड़ की चाह,अरण्य को बचाने की राह मेरे घर के पेड़ ने मुझसे कहा जब उसका दिल,अजी खामोश नहीं रहा मैं कितना खुशनसीब हूं जो तेरे आंगन में हूं हर वक्त आजाद हूं चाहे कितने भी बंधन... Hindi · कविता 18 16 342 Share Dr. ADITYA BHARTI 19 May 2022 · 1 min read पिता का सार, खड़ा है जिस पर संसार जिसके बीज ने दिया है इस धरा पर मेरे अस्तित्व को पूर्ण आकार ऐसे पिता के ऋण से भी मुक्त नहीं हो सकता स्वयं श्रवण कुमार मां के गर्भ ने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 27 15 651 Share Dr. ADITYA BHARTI 16 May 2022 · 1 min read पिता रूप एक, स्वरूप अनेक पिता एक शब्द मात्र नहीं है पिता एक असिमित भाव है पिता एक सृजनकर्ता है पिता से ही नवीन जन्म का होता प्रादुर्भाव है पिता एक अनुवांशिक गुण है पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 30 45 597 Share Dr. ADITYA BHARTI 15 May 2022 · 1 min read वो कोई और नहीं पिता है जिसे हर चीज़ का हर वक्त रहता है ध्यान जिसका कोई नहीं ले सकता है स्थान जिसके हाथों में होती है परिवार की कमान जो अपने सहज कर्मों से बनता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 51 83 1k Share Dr. ADITYA BHARTI 15 May 2022 · 2 min read पेड़ से स्वप्न वार्तालाप एक पेड़ मेरे सपने में आया मुझे देखा तो थोड़ा मुस्कुराया मुस्कुराकर मुझसे पूछा-और क्या हाल है? मैंने कहा मत पूछिए-यहां की गर्मी फटेहाल है आदमी बेहाल है लगता है... Hindi · कविता 1 321 Share Dr. ADITYA BHARTI 15 May 2022 · 2 min read अरण्य की रक्षा,मानव की परीक्षा कोयले के लिए लाखों पेड़ों को मौत की नींद सुला रहे हो अरण्य के जंगल को अपनी आरी और कुल्हाड़ी से डरा रहे हो विकास की राह में पर्यावरण की... Hindi · कविता 1 327 Share Dr. ADITYA BHARTI 5 Jun 2020 · 2 min read पर्यावरण है तो हम हैं। आप सभी बुद्धिजीवी वर्ग के इस धरा पर उपस्थित उच्च स्तरीय स्तनपायी जीवधारियों को मेरी ओर से पर्यावरण दिवस की अनेक अनेक अशेष शुभकामनाएं सादर सम्प्रेषित है।विलंब के लिए क्षमा।आशा... Hindi · कविता 2 2 423 Share Dr. ADITYA BHARTI 24 May 2020 · 3 min read मैं तुम्हें जगाने आया हूँ हे हिंदुस्तान के सभी इंसान जागो करोना का आया है तूफान जागो जा रही है लोगों की यहाँ जान जागो मिट जायेगा हमारा हर निशान जागो मैं आदित्य करोना के... Hindi · कविता 2 597 Share Dr. ADITYA BHARTI 21 May 2020 · 2 min read वो भी एक पुलिस वाला था। वैसे तो मैं लिखता रहता हूँ पटल पर दिखता रहता हूँ अपनी हर बात आपसे कहता रहता हूँ और आप जानते हैं कि मैं टेंगनमाड़ा में रहता हूँ सब तरफ... Hindi · कविता 5 2 456 Share Dr. ADITYA BHARTI 17 May 2020 · 1 min read तुम साथ हो। जो तुम साथ हो तो मुझे गम नहीं चाँद हो तुम अगर तो चाँदनी कम नहीं जिंदगी भी गुजर जायेगी इसी सोच में तुम मिले मुझसे तो वो खुदा कम... Hindi · कविता 3 1 445 Share Dr. ADITYA BHARTI 11 May 2020 · 3 min read टेंगनमाड़ा का करोनामय वातावरण करोना ने कुछ इस कदर मारा है मेरे गाँव का भी बदल गया सारा नजारा है सोचता हूँ क्या से क्या हो गया, क्या अभी जारी है? टेंगनमाड़ा की सड़कों... Hindi · कविता 5 1 489 Share Dr. ADITYA BHARTI 10 May 2020 · 3 min read हर दिन मातृदिवस हो जाये सबसे पहले भारत की सीमाओं में और भारत की सीमाओं से परे विश्व की सभी माताओं को सर्वप्रथम सादर चरण स्पर्श उनके श्रीचरणों में अर्पित करता हूँ उनके चरणों की... Hindi · लेख 5 3 655 Share Dr. ADITYA BHARTI 9 May 2020 · 1 min read कविता, गीत, प्यार तू एक प्यार का गीत है, मैं तेरा कलमकार हूँ तू जीवन का संगीत है, मैं तेरे संगीत की झंकार हूँ तुझ बिन मैं नहीं, हाँ नहीं, कुछ नहीं तू... Hindi · कविता 4 368 Share Dr. ADITYA BHARTI 6 May 2020 · 1 min read जब से ख्वाबों में जब से ख्वाबों में तेरा आना हुआ सारी दुनिया से मैं बेगाना हुआ दिल मेरा आजकल लगता नहीं बस तेरे प्यार में मैं दिवाना हुआ दिल ये मेरा तुझको ढूंढें... Hindi · कविता 6 2 534 Share Dr. ADITYA BHARTI 28 Apr 2020 · 1 min read प्यार चाहिए फार्मल वाला मुझे उस से इश्क हुआ था एकदम रियल वाला मेरी आंखों में वफ़ा भी था ओरिजिनल वाला मैं उसके मोहब्बत में डूब ही जाता यारों लेकिन उसे तो बस प्यार... Hindi · कविता 6 397 Share Dr. ADITYA BHARTI 23 Apr 2020 · 1 min read एक मन जो आधा था ऐसा भी एक मन था जो आधा रह गया प्यार में सफ़र का बाकी मेरा इरादा रह गया मन से मन मिलकर भी बेमन हो गया बिना निभाये जहां में... Hindi · कविता 5 1 528 Share Dr. ADITYA BHARTI 16 Apr 2020 · 1 min read सुना है आपको ही ताजमहल कहते हैं आपके खिलते हुए इस संजीदा चहरे को खुबसूरत कमल कहते हैं सौंदर्य की जीती जागती सूरत आपको एक ताजमहल कहते हैं आपके रुप को यहां शायर का इतराता हुआ ही... Hindi · कविता 3 367 Share Dr. ADITYA BHARTI 2 Apr 2020 · 1 min read जनाब ये करोना है जान जायेंगे तो जान बचायेंगे नहीं जान पायेंगे तो जान से जायेंगे इससे ज्यादा कुछ नहीं होना है मर रहे अपनों के लिए आंखों में सिर्फ रोना है क्या करिएगा... Hindi · कविता 4 2 542 Share Dr. ADITYA BHARTI 1 Apr 2020 · 3 min read हम कहां मूर्ख है? आज मूर्ख दिवस है मैंने सोचा क्यों न मूर्खता पर लिखा जाए फिर मुझे याद आया कि इस पर लिखने की क्या आवश्यकता है? क्योंकि वैसे भी हम तो मूर्ख... Hindi · लेख 3 2 662 Share Dr. ADITYA BHARTI 30 Mar 2020 · 2 min read करोना, फिर तुम मत रोना। सावधान! कहीं हमारे हाथ में तो नहीं है मौत का सामान चारो ओर करोना ही चल रहा है मानव घर से बाहर नहीं निकल रहा है देश की सिमाओं को... Hindi · कविता 4 583 Share Dr. ADITYA BHARTI 29 Mar 2020 · 2 min read वक्त से एक मुलाकात मैंने वक्त से कहा तु ये बता तु कितना बदल गया वक्त बोला, वो वक्त कुछ और था जो निकल गया तेरी आंखों में चकाचौंध की दुनिया छायी है वक्त... Hindi · कविता 5 5 415 Share Dr. ADITYA BHARTI 26 Mar 2020 · 3 min read करोना, तुम कुछ मत करो ना एक दिन मेरे सपने में करोना आया मैं देखा तो मुझे साक्षात् काल नजर आया मैं करोना से बचकर वहां से भाग रहा था मैं सोया था मगर सपने में... Hindi · कविता 9 9 677 Share Dr. ADITYA BHARTI 23 Mar 2020 · 3 min read कहो ना,कोरोना है बहुत दिन बिते बिना किसी बात के आपसे हुई मुलाकात के और अपने दिखाये जज़्बात के देवी और सज्जनों से आगे परम आदरणीया नारायणी और परम आदरणीय नारायणों हे भारत... Hindi · लेख 5 2 426 Share Dr. ADITYA BHARTI 14 Feb 2020 · 2 min read मैं हवा हूं मैं हवा हूं कभी रुकता ही नहीं तू खुशबू है तो मेरे संग चल। मैं सूरज हूं कभी थकता ही नहीं तू रौशनी है तो मेरे साथ निकल।। आरज़ू कई... Hindi · कविता 5 8 644 Share Dr. ADITYA BHARTI 14 Feb 2020 · 2 min read प्रेम एक अनुबंध प्रेम मदमस्त मधुशाला है,प्रेम एक मधुबाला है प्रेम बंद कक्ष का ताला है,प्रेम मादकता का हाला है। प्रेम अत्यंत निर्मल है,प्रेम पुण्य गंगाजल है प्रेम सुंदरता का काजल है,प्रेम प्रिय... Hindi · कविता 4 2 968 Share Dr. ADITYA BHARTI 15 Jan 2020 · 1 min read चुनाव यानी तनाव जिधर देखिए बस चुनाव ही चुनाव हैं मत पूछिए साहब शहर में कितना तनाव है। प्रजातंत्र के मंदिर में"पंच"के आज"परमेश्वर"होने के लिए यहां"प्रपंच"हो रहा है सड़क तो सड़क मोहल्ला,गली, चौपाल... Hindi · कविता 2 379 Share Dr. ADITYA BHARTI 15 Oct 2019 · 2 min read आओ बनायें एक और कलाम मैं कलाम का आशिक हूँ।दिवाना हूँ और अपनी प्रेरणा का मुख्य किरदार इस महान शख्स के भीतर ही पाता हूँ।मेरे शब्द असक्षम हैं पर भावना अत्यंत प्रबल है।सच पुछिए तो... Hindi · कविता 4 2 535 Share Dr. ADITYA BHARTI 8 Oct 2019 · 1 min read आइये दशहरा मनायें आओ इस बार एक नये रूप में दशहरा मनायें राम से प्रेरणा लेकर जीवन में राम ही हो जायें रावण का पुतला तो हर साल जलाते हैं खुशी में चलो... Hindi · कविता 1 666 Share Dr. ADITYA BHARTI 2 Oct 2019 · 3 min read स्वच्छता मेरे जीवन का अभियान आज फिर आप सभी के समक्ष उपस्थित हूँ।सबसे पहले आप सभी को स्वच्छता दिवस की स्वच्छ मन से हार्दिक शुभकामनाएं सादर अर्पित हैं साथ ही साथ गांधी जयंती और शास्त्री... Hindi · लेख 1 535 Share Dr. ADITYA BHARTI 2 Oct 2019 · 1 min read बापू तुम अमर हो गए। अहिंसा की लाठी चलाकर तुम अंग्रेजों पर जैसे कहर हो गए मैं हैरान हूँ ये सोचकर, बिन पीये अमृत, बापू तुम अमर हो गए जब भारत का स्वर्णिम इतिहास लिखाया... Hindi · कविता 1 393 Share Dr. ADITYA BHARTI 15 Sep 2019 · 4 min read वाह रे हिन्दी दिवस तू धन्य है। मैं भारत का लाल और आप हरे, पीले, नीले, गुलाबी, नारंगी।सबसे पहले आप सभी भारत के माननीय, आदरणीय, सम्माननीय, सभ्य, शिष्ट, विशिष्ट, श्रेष्ठ, जेष्ठ, सर्वश्रेष्ठ जनमानस को मेरा करबद्ध सादर... Hindi · लेख 2 1 707 Share Dr. ADITYA BHARTI 14 Sep 2019 · 1 min read हिंदी भारत माँ की बिंदी हिंदी मधुयामिनी का श्रृंगार है हिंदी भावनाओं का प्रतिपल प्रसार है हिंदी जीवन में बैकल बहार है हिंदी भाषा की पुण्य पतवार है। हिंदी अति शीतल बयार है हिंदी मकरंद... Hindi · कविता 3 768 Share Dr. ADITYA BHARTI 2 Sep 2019 · 1 min read माँ और केवल माँ माँ के तुल्य दूसरा कोई कभी पा नहीं सकता भगवान भी स्वयं माँ के पहले आ नहीं सकता माँ हैं तो जीवन में अंधकार छा नहीं सकता जिसकी माँ खड़ी... Hindi · कविता 3 535 Share Dr. ADITYA BHARTI 4 Jun 2019 · 1 min read विराट अब विराट रूप दिखाओ भारतीय टीम के लिए समर्पित एक कविता एक-एक किरदार के अनुसार भारत को चाहिए अब "विराट"कप का सम्मान जीत से ही शिर्ष"शिखर"पर होगा विराजमान "रोहित"की राह नहीं रहेगी इतनी ज्यादा... Hindi · कविता 1 694 Share Dr. ADITYA BHARTI 14 May 2019 · 1 min read सफलता कभी अंतिम नहीं होती जीवन के संघर्ष का मुस्कान से उत्तीर्ण करो हर कठिन इम्तिहान ध्वस्त करो पथ में जो आये चाहे जितना भी विकट व्यवधान समय से स्वयं ही लड़कर तुम जहाँ में... Hindi · कविता 5 2 547 Share Page 1 Next