Radha Bablu mishra Tag: मुक्तक 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Radha Bablu mishra 27 Mar 2022 · 1 min read जरुरत हमारी प्रेम को प्रेम कि जरुरत है, झूठे वादे और सपनों कि नहीं, हम यूं हि गुजार लेंगे मेहफिल ज़िन्दगी के, तेरे सच्चे मोहब्बत के सहारे , हमें झूठे शान... Hindi · मुक्तक 2 511 Share Radha Bablu mishra 27 Jun 2020 · 1 min read मुक्तक रित से प्रित करो कबहो ना, फूल खिलन मुरझाए जाएं, अगर अंधा प्रेम जो करत फूल से, बेचारा गंवा जाएं जिवन से, रित से प्रित करो कबहो ना, सांझ धरी... Hindi · मुक्तक 5 289 Share Radha Bablu mishra 7 Apr 2020 · 1 min read भाग जाएगा कोरोना ज़्यादा भीड़ भाड़ करो ना, बरना आ जाएगा कोरोना, धरा को तंग करो ना, बरना आ जाएगा क्या, आ गया कोरोना। अपने परिवार को संकट में डालो ना, उनको मौत... Hindi · मुक्तक 338 Share Radha Bablu mishra 8 May 2019 · 1 min read खुदा , मंजिल है खुदा एक मंजिल है, राहे हजार है, मजहब एक सिढ़ी है, बस चढ़ने कि दरकार है।। नियम , कानुन सब चुनौतियां है, करने हमें पूरा है, सहायक दिमाग है, बस... Hindi · मुक्तक 1 245 Share Radha Bablu mishra 1 Dec 2018 · 1 min read कम हो जाए ग़म में ही सही, जरा मुस्करा कर तो देखो सायद ग़म कम हो जाए।। कोई नहीं तो मूर्ति से ही बातें कर लो, सायद तान्हा कम हो जाएं।। बत्ती नहीं... Hindi · मुक्तक 1 467 Share Radha Bablu mishra 26 Mar 2018 · 1 min read इंतजार आसमान के नीचे मैं इंतजार कर रही तुम तो भूल गए हमको परन्तु अब भी मैं राह देख रही Hindi · मुक्तक 454 Share Radha Bablu mishra 5 Mar 2018 · 1 min read संसार कि उल्टी चक्कर लकङी के अर्थी में फूल हजारे जाते हैं, दुनिया के दस्तूर तो देखो, जब हम हंसते, तब गम मनाते जाते हैं, संसार कि उल्टी चक्कर में, हमारे गम में खुशी... Hindi · मुक्तक 411 Share Radha Bablu mishra 2 Mar 2018 · 1 min read निगाहों से देखा कि निगाहों से देखा कि, तिर चल गई। लगी जो दिल में , कि आह निकल गई। देखा जो घायल दिल, कि बाह फैल गई।।। Hindi · मुक्तक 252 Share