आचार्य सदानन्द पाल Tag: कविता 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 आचार्य सदानन्द पाल 3 Jun 2021 · 1 min read फ़ख़्त मेरी चाँद रात चाँद इतनी उदास थी कि आसमाँ से मुझे ही निहार रही थी; पर मुझे तो चाहिए धरती पर कोई चाँद, जो हो मेरी चाँद ! फ़ख़्त मेरी चाँद ! Hindi · कविता 2 2 424 Share आचार्य सदानन्द पाल 3 Jun 2021 · 1 min read धनुर्धर एकलव्य गुरु द्रोण नहीं मिले जब, तब एकलव्य ने खुद के भीतर टैलेंट पैदा करके क्या बुराई की ? क्या खुद की प्रतिभा को बाहर निकालना अपराध है? Hindi · कविता 2 271 Share आचार्य सदानन्द पाल 3 Jun 2021 · 1 min read टैलेंट की पहचान ? टैलेंट की यहाँ पहचान कहाँ हो रही है ? सिरफ़.... सुंदर कपड़े, मकान, गुंडई और तमाशा करनेवाले को ही लोग पहचान रहे हैं ! Hindi · कविता 2 213 Share आचार्य सदानन्द पाल 2 Jun 2021 · 1 min read दुःखी मानवों की सेवा करना हम यह जानते हैं कि जिसतरह सूर्य का धर्म है ताप देना, भाप देना। चंद्रमा का धर्म है शीतलता देना, ऊष्मा से राहत देना। धरती का धर्म अन्न देना, शांत... Hindi · कविता 2 232 Share आचार्य सदानन्द पाल 2 Jun 2021 · 1 min read बकरी और सनिच्चरी प्यारे अनुज के शब्दों में- मुझे मूक प्राणी से काफी प्यार है, जैसे- पशु, पक्षी आदि । बात उस समय की है, जब में दस वर्ष का होऊंगा ! मेरे... Hindi · कविता 2 385 Share आचार्य सदानन्द पाल 1 Jun 2021 · 1 min read लायक मन क्या हर चीज मन के अनुकूल हो सकती है ? नहीं न ! पर मन को उस चीज के लायक बनाया जा सकता है ! यह है मुकेश दर्शन । Hindi · कविता 2 318 Share आचार्य सदानन्द पाल 1 Jun 2021 · 1 min read दिग्गज जी हाथी का एक और नाम हस्ती है, लेकिन हाथी तो ठहरे जोकर, जो 'गधे' के थोड़े उछल-कूद से ही भाग खड़े होते हैं, दिग्गज जी ! Hindi · कविता · बाल कविता 2 283 Share आचार्य सदानन्द पाल 1 Jun 2021 · 1 min read आजीविकोपार्जन क्या आप बताएंगे ? अगर कोई बेरोजगार व्यक्ति 365 दिन और 24 घंटे समाजसेवा में हैं, तो वो आजीविकोपार्जन कैसे करेंगे ? कैसे करते होंगे ? Hindi · कविता 2 226 Share आचार्य सदानन्द पाल 1 Jun 2021 · 1 min read आइये, कुछ हँस लेते हैं ! ससुराल गेंदा फूल ! 'गेंदा फूल' जाड़े मौसम में होती है, इनका आशय है कि आप सिर्फ जाड़े ऋतु में ही ससुराल जाइये ! ....किन्तु जिनके ससुराल नहीं है, वह... Hindi · कविता 2 1 245 Share आचार्य सदानन्द पाल 31 May 2021 · 1 min read माँ की पुकार वीर नवयुवक ! माँ के रक्षार्थ, हो जा तैयार ! चल रे चल निकल-निकल सुन, जननी की पुकार ! सामने संकट कराल शपथ ले तू एक बार जाग तू अशेष... Hindi · कविता 2 414 Share आचार्य सदानन्द पाल 31 May 2021 · 1 min read वायुदूत अर्जन सिंह कई युद्धों में भारत को वायु नेतृत्व प्रदान करनेवाला, द्वितीय विश्वयुद्ध के सेनानी, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, कई देशों में भारत के राजदूत और उच्चायुक्त, दिल्ली के उपराज्यपाल, पद्म विभूषण से... Hindi · कविता 2 298 Share आचार्य सदानन्द पाल 31 May 2021 · 1 min read लोग गीता रखते हैं, पढ़ते कहाँ ? कर्मज्ञान समझाने से पहले लोग 'गीता' तो ज़रा पढ़ लें ! फिर प्रभारी प्राचार्य बनने में तब क्यों करें कोई लट्ठमारी ? नूर साहब ! बस यही तो अभी चल... Hindi · कविता 2 230 Share आचार्य सदानन्द पाल 31 May 2021 · 1 min read 19 सितंबर 2019 19 सितंबर 2019 एक विशेषता लिए है यानी यह तारीख 10 दिन पहले, 10 दिन बाद और 10 साल बाद आएगी, इनमें है 3 बार 9, जो है अधिकतम 6... Hindi · कविता · बाल कविता 2 214 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read मीठी दुश्मनी कुछ सहकर्मी अपना काम निकालने के लिए आपसे सटेंगे और दूसरे से दुश्मनी करा देंगे, फिर काम होने के बाद आपसे अलग होकर उनसे मिल जाएंगे ! Hindi · कविता 2 272 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read ब्रेनवाश वोटर उप चुनाव में हरबार सरकार ही हारती है.... किंतु मुख्य चुनाव आते-आते दोमुँहे मतदाता 'ब्रेनवॉश' होकर सत्ता को फिर सत्ता सौंप देते हैं ! Hindi · कविता 2 242 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read बेस्ट सेलर ऐसे अनगिनत लेखक और कवि हो गए हैं हिंदी में, जिनकी एक या दो किताब प्रकाशित होते ही वो अपने को महान बेस्ट सेलर कहलाने लग जाते हैं ! ऐसे... Hindi · कविता 3 255 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read स्वास्थ्यतेरस सोने-चाँदी, जेवर-जवाहरात तो भोग-विलास क्षणिक सुख है, आपके लिए स्वास्थ्य ही सर्वोत्तम धन है, इस धन को बचाइये, क्योंकि स्वास्थ्य ही धन है। धनतेरस से पहले स्वास्थ्यतेरस जरूरी ! Hindi · कविता 2 232 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read मुश्किलों से पीछा मत छुड़ाइये आप जिन मुश्किलों से बचेंगे, वो बार-बार पीछा छुड़ाने पर भी आएंगे ! अपनी सारी ऊर्जा ऐसे कार्यों में लगाइए कि लोगों को आपकी जरूरत हो ! बदलाव किसी चिह्नित... Hindi · कविता 2 233 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read शोहरत की लत शोहरत यानी स्टारडम की लत विनाशकारी होती है ! यह तब तो और जब आप खुद को स्टार समझें एवं उसकी चमक में खो जाएँ ! Hindi · कविता 2 435 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read बेहतर पति-पत्नी उत्तम पति-पत्नी वही है, जो आपसी समन्वय कर एक-दूसरे की स्वतंत्रता की कद्र करें ! उलझाव और बोझ अच्छे रिश्ते को बर्बाद करते हैं ! वैसा जीवन दुखदायी है यानी... Hindi · कविता 2 1 449 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read प्रेम और बदलाव किसी को बचना चाहिए प्रेम करने से, क्योंकि यह ज्यादा ही मुश्किल सवाल देती है, हल करने के लिए ! परिवर्त्तनशील जीवन यानी जीवन में बदलाव जरूरी है ! बदलाव... Hindi · कविता 2 467 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read आलसी आदमी का असंभव काम एक आलसी व्यक्ति ही किसी भी असंभव कार्य को संभव बना सकता है ! कैसे? कोई बताएंगे 'मानवतावाद' क्या है? वसुधैव कुटुम्बकम के परिप्रेक्ष्य में बताएंगे ! Hindi · कविता 2 287 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read माटी के दीये दीपावली की रात दस गुने प्रदूषित होते हैं ! "हमारा पर्यावरण" किन्तु मच्छरों और कीटों से भी हमें मुक्ति मिलती हैं ! नो बिजली बल्ब, नो मोमबत्ती ! सिर्फ़ सरसों... Hindi · कविता 2 483 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read निःस्वार्थ स्पर्श किसी ने कहा है- अकेले हम ही नहीं शामिल इस जुर्म में, नजरें जब मिली मुस्कुराये तुम भी थे ! हर वो स्पर्श पुण्य है जब हम किसी अनजान की... Hindi · कविता 2 259 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read जन्म लेना बेकार कैसे ? जन्म वृथा नहीं होती इसलिए आत्महत्या क्यों ? जो विज्ञान में तेज थे, उसे तो वैज्ञानिक बनना था ! फ़िल्म क्षेत्र क्यों ? रंगीन जगहों पर रंगीन रहा जाता है,... Hindi · कविता 2 636 Share आचार्य सदानन्द पाल 30 May 2021 · 1 min read पैसे से क्या-क्या खरीदोगे ? शब्द तुम्हारे स्वागत के लिए बने हैं मुलायमी स्वागत के लिए, जैसे- रूह को रूई से ढँक दिया गया हो या पत्ते पर रंग-बिरंगी चीटियाँ दौड़ लगा रहे हों कि... Hindi · कविता 2 467 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read सूअर वाली दृष्टि किसी से प्रेम इस कदर करो कि उसे तुम्हें खोने का हमेशा ही भय बना रहे ! 'सुंदरता' नाली में भी दिखाई देती है, बस दृष्टि 'सूअर' वाली होनी चाहिए। Hindi · कविता 3 2 285 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read गरीब का हॉर्लिक्स आन, शान और सम्मान 'सत्तू' खाते हुए.... दादा जी अक्सर कहा करते थे- इनमें सभी विटामिन भरपूर मात्रा में है चलिए, दिलासा ही सही ! किन्तु आप भी सप्ताह में... Hindi · कविता 1 453 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read ज़िंदगी बहुत छोटी है बहुत छोटी है ज़िंदगी और हमने ढेर सारे महँगे सामान खरीद रखे हैं ! संध्याकालीन नाश्ता करने की उद्धत हूँ कि मौसे ने समोसे लाए और साथ में जलेबीबाई भी....... Hindi · कविता 1 244 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read एक दिन संस्कृति का भी अंत है ! कोई भी संस्कृति एक लंबे समय तक अक्षुण्ण नहीं रह सकती ! अगर रह गयी, तो उनमें न चाहकर भी विसंगतियाँ आने लग जायेगी ! बकौल प्रेमचंद- मैं कलमकार हूँ,... Hindi · कविता 1 1 237 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read पूरे शरीर में व्हाइटनर चला दें पूरे शरीर में अगर हम 'व्हाइटनर' चला दें, तो कितने दिनों तक 'गोरे' रह सकते हैं हम ? मन में काला रखकर गोरे कैसे हो सकते हैं हम ? चमड़े... Hindi · कविता 1 323 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read प्रेम किसी से हो सकता है ! प्रेम किसी से भी हो सकता है, चाहे विवाहिता ही क्यों न हो ? क्योंकि प्रेम तो अपरिमेय है, यह किसी थ्योरम (प्रमेय) से बंधे नहीं है ! प्रेम के... Hindi · कविता 1 256 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read ऐवरेस्ट विजय दिवस 29 मई.... इस दिन धरती की सर्वोच्च चोटी यानी ऐवरेस्ट के अहंकार को प्रथमत: एक भारतीय तेनसिंह नॉरके ने मानमर्दन किए थे.... उसके साथ न्यूजीलैंड के 'एडमंड हिलेरी' भी थे... Hindi · कविता 2 269 Share आचार्य सदानन्द पाल 29 May 2021 · 1 min read अजीत जोगी देश के सुयोग्य आईएएस रायपुर के जिस कार्यालय में कलेक्टरी की, उसे ही सीएम हाउस भी बनाया गया छत्तीसगढ़ बनने के बाद तुरंत रायपुर में राजधानी में कांग्रेस के तेजतर्रार... Hindi · कविता 1 224 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read पापा सठिया गए हैं ठंढक सुप्रभात, रात बेरुखी, तपते दिवस, बारिश में स्कूल चले हम ! पर अब यह स्कूल दिवास्वप्न है कोविड के कारण ! स्कूल में जो खेलते कागज की नाव-नाव.... उसके... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 342 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read कुम्हार के बच्चे कब जिलेबी खाएंगे ? कुम्हार के बच्चे.... मेले में जांता-चकरी, सकोरे, साधू-संन्यासी, वकील, मसकबाजेवाले, बकरी-खिलौने.... बिके तो 'जिलेबी' खाएंगे, वे भाई-बहन.... चाचा नेहरू ने गुब्बारेवाले के सभी गुब्बारे खरीद लिए थे, इनके कौन खरीदेंगे,... Hindi · कविता 2 318 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read अधिनायक कौन ? 'गीता' को हम आदर्श मानते हैं । कर्म को सबका गूढ़ मानते हैं , दूसरी तरफ उस रचना में 'भाग्य' शब्द को क्या कहा जाय ? 'विधाता' जहाँ 'अधिनायक' के... Hindi · कविता 2 528 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read राजा को भावुक नहीं होना चाहिए रामायण में कई पात्र हैं.... पर दो मुख्य पात्र ये हैं- कि राम और भरत सौतेले भाई है, परंतु दोनों में अगाध प्रेम है । भरत भावुक है और राम... Hindi · कविता 2 259 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read आफ़तों का बारिशनामा दिन-रात की बारिश से यास चक्रवात से दो लाख से अधिक की पुस्तकें, पत्र-पत्रिकाएँ भींग गई.... घर की टीनवाली छत कई जगह से रिस रही है, चू रही है.... पुस्तकप्रेमी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 280 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read यह कैसी ज़िंदगानी ? पहले बरसात होती थी मस्त अब तो मानसून से पूर्व की बारिश ने ही इतनी उद्धम मचाई है कि दिल, घर, बाज़ार सब जगह ही पानी ही पानी.... पानी-पानी-पानी.... कि... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 287 Share आचार्य सदानन्द पाल 27 May 2021 · 1 min read बरसात में श्राद्ध सदाबहार सुबह खूब बरसो मेघा कि दिल प्यासी ही रह जाय.... लेकिन ये मेघा कहीं बहुत तबाही मचाने आयी है ! वैसे पूरी दुनिया ही तबाह हो चुकी है कोविड... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 286 Share आचार्य सदानन्द पाल 27 May 2021 · 1 min read झूठा दिलासा सबको खुश रखने की झूठी कोशिश मत कीजिए ! अन्यथा खुश रहनेवाले भी हमेशा नाखुश दिखेंगे ! Hindi · कविता 1 637 Share आचार्य सदानन्द पाल 27 May 2021 · 1 min read असली विधाता ! मिट्टी की प्रतिमाओं को लोग बड़ी तल्लीनता से खूब पूजा करेंगे, किन्तु प्रतिमा के सर्जक 'कुम्हार' की पूजा नहीं करेंगे ? Hindi · कविता 1 310 Share Previous Page 2