Vandaana Goyal 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vandaana Goyal 8 Mar 2017 · 2 min read महिला दिवस पर विशेष कविता ___ मनभावन कुछ भी नहीं, जो मिला वही संजोया मैंने आंँसू अंतर्मन प छिड़के पर आंचल नहीं भिगोया मैंने जब नदिया बही बनी मैं धारा बहती रही छोड अपना किनारा... Hindi · कविता 750 Share Vandaana Goyal 20 Feb 2017 · 1 min read गजल गजल कौन यादों में यूँ बसी सी है क्यों निगाहों में खलबली सी है चांदनी पूछती दरिंचो से रात दुल्हन सी क्यों सजी सी है रोक लेता पकड़ तिरा आंचल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 399 Share Vandaana Goyal 12 Feb 2017 · 1 min read गजल आप सबकी मोहब्बतों के हवाले दिल खोलकर समीक्षा कीजिए २१२२/२१२२/२१२२/२१२ जिंदगी से जब किसी दिन सामना हो जाएगा क्या हकीकत क्या फसाना फैसला हो जाएगा रास आने ही लगेगा आपको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Vandaana Goyal 10 Jan 2017 · 2 min read उस घर की बेटी उस घर की बेटी उस घर में मां नहीं है पर---------- उस घर की बेटी मां से कम भी नहीं है भोर होते ही उठ जाती है नन्हे नन्हे हाथों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1 3k Share Vandaana Goyal 9 Jan 2017 · 1 min read ख्वाबों को पलने दो published in buisness sandesh august edition ख्बाबों को पलने दो...... वंदना गोयल क्या बुरा किया था निगाहों ने जो देख लिया था उनको ख्बाबों में.... बस इतना गुनाह हो गया... Hindi · कविता 1 543 Share Vandaana Goyal 7 Jan 2017 · 1 min read गजल बहर १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ काफिया ई रदीफ मालूम होती है गजल नदी बरसो यहॉ कोई बही मालूम होती है सुनी थी जो कहानी, अब सही मालूम होती है है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 441 Share Vandaana Goyal 7 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक गुजरे वक्त के साये जब कदमों से लिपट जाते है यादों के कितने मौसम पल भर में पलट जाते हैं निगाहें लगती है तकने रस्ता अनजान से राही का गिरते... Hindi · मुक्तक 439 Share Vandaana Goyal 6 Jan 2017 · 1 min read कहां गया वो वक्त कहाॅ खो गया वो वक्त... जब खुषियों की कीमत माॅ के चेहरे से लग जाती थी आॅसू उसकी आॅख से टपकता था औ फफोले औलाद के दिल के फूट पडते... Hindi · कविता 497 Share Vandaana Goyal 6 Jan 2017 · 1 min read खुबसूरत हाईकु ??????जय माँ शारदे?????? -------------------------------------------------------------------- जपानी विधा हाइकु १ - नवसूरज उल्लासित मन अभिनंदन २ नई उम्मीदें बदलती तारीखें है शुरुआत ३ आस का पंछी उम्मीद दहलीज कशमकश ४ झुकता वृक्ष... Hindi · हाइकु 1 498 Share Vandaana Goyal 5 Jan 2017 · 1 min read गजल १२२२/१२२२/१२२२/१२२२ काफिया आम रदीफ होते हैं मतला वही अक्सर जमाने में सनम बदनाम होते हैं दिलों पर जो बिना सोचे समझे कुर्बान होते हैं शहीदों सी शहादत जब नहीं होती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 385 Share Vandaana Goyal 4 Jan 2017 · 1 min read एक स्वप्न सलोना इक स्वपन सिलौना...... वो स्वपन सिलौना दिल का खिलौना मोम की गुडिया आग का दरिया कागज की कश्ती सुनसान सी बस्ती तेरा खोना,मेरा खोना वो स्वपन सिलौना...... अँधेरी रातें वो... Hindi · कविता 547 Share Vandaana Goyal 4 Jan 2017 · 1 min read स्मृतियां स्मृतियाॅ लेने लगी हैं आकार मूरतों का स्मृतियाॅ वो....जो बह चली थी खुलते ही गाॅठ ओढनी की। इक इक कर दाने यादों के आज के आॅगन में गिरने लगे कुछ... Hindi · कविता 2 247 Share Vandaana Goyal 3 Jan 2017 · 2 min read खत के जवाब में खत के जबाब में..... पूछा था मैंने हालचाल इस ख्याल से चेहरा हसीं दिख जायगा आज फिर ख्बाब में मत पूछिये क्या भेजा उसने खत के जबाब में तमाम फूल... Hindi · कविता 297 Share Vandaana Goyal 3 Jan 2017 · 1 min read शेर हो मेरी आदतों में' शामिल तेरी" कोइ आदत दूँ' मैं भी मुस्करा कभी यों बेवजह तिरे लिय वंदना मोदी गोयल Hindi · शेर 290 Share Vandaana Goyal 3 Jan 2017 · 1 min read शेर हो मेरी आदतों में' शामिल तेरी" कोइ आदत दूँ' मैं भी मुस्करा कभी यों बेवजह तिरे लिय वंदना मोदी गोयल Hindi · शेर 268 Share Vandaana Goyal 2 Jan 2017 · 1 min read गजल गजल बहर १२२२/१२२२/१२२२/१२२२ काफिया आ रदीफ नही होता मतला खबर उसको अगर होती कभी पर्दा नहीं होता निगाहों में उतरता चॉद ये शिकवा नहीं होता उजाले रास आये ही नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share