Tarun Singh Pawar 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Tarun Singh Pawar 14 Feb 2021 · 1 min read पुलवामा की दुखद घटना पुलवामा के हमले में देश ने, जाबांजों का दल खोया था। वीरों के परिवार के संग में, ये पूरा भारत रोया था।।1।। कायरता से हमला करना, फितरत ये तेरी पुरानी... Hindi · कविता 1 9 271 Share Tarun Singh Pawar 22 Sep 2020 · 1 min read आचरण आपका दिल है कोमलता की, अद्भुत एक निशानी। पलभर में ही दे देतीं, रोते को हंसी सुहानी।।1।। घरवालों की सेवा और, स्कूल का साथ निभाये। कहें आपका कहना ही क्या... Hindi · कविता 518 Share Tarun Singh Pawar 11 Sep 2020 · 1 min read जल जल जीवन परिभाषा है जल, जीवन जीने की आशा है जल।।1।। निर्मलता की शक्ति है जल, परमात्मा की भक्ति है जल।।2।। जड़ है जल और चेतन है जल, जल शाश्वत... Hindi · कविता 2 2 309 Share Tarun Singh Pawar 5 Jul 2020 · 1 min read गुरुवर मेरी प्रार्थना हे गुरुवर ये प्रार्थना, मेरी दो कर जोड़। नैया है मजधार में , तुम साथ न देना छोड़।।1।। गुरु कृपा से ही होती , उज्ज्वलता भरपूर। गुरु की अलौकिक ज्योति... Hindi · कविता 1 1 408 Share Tarun Singh Pawar 5 Jun 2020 · 1 min read विनायकी केरल में एक निर्दोश हथिनी की निर्मम हत्या किए जाने से आहत मेरी स्वरचित भावपूर्ण कविता श्रदांजलि स्वरूप विनायकी को समर्पित मानवता की भेंट चढ़ गई, एक निरापराध गजरानी। अपने... Hindi · कविता 3 380 Share Tarun Singh Pawar 21 May 2020 · 1 min read जाने वो दिन कब आएंगे जाने वो दिन कब आएंगे कब हम मिलेंगे अपनों से, और दिल से दोस्ती निभाएंगे। खुशियों की होगी भोर कभी, जाने वो दिन कब आएंगे।।1।। माना हमसे सब दूर अभी,... Hindi · कविता 2 304 Share Tarun Singh Pawar 3 May 2020 · 1 min read आखिर कब तक कश्मीर के हंदवाड़ा सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए कर्नल मेजर सहित 5 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए इसपर दुःख प्रकट करते हुए मेरे द्वारा स्वरचित कविता *आखिर... Hindi · कविता 2 4 284 Share Tarun Singh Pawar 23 Apr 2020 · 1 min read अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि 16 अप्रैल 2020 महाराष्ट्र प्रान्त के पालघर में दो साधुओं की निर्मम हत्या किए जाने पर विरोध हेतु मेरी एक कविता इस पालघर की घटना से, संतों का ह्रदय बिलखता... Hindi · कविता 1 293 Share Tarun Singh Pawar 22 Apr 2020 · 1 min read इसी में जीवन पाओगे आज विश्व पृथ्वी दिवस पर मेरी स्वरचित कविता माँ भारती के चरणों में समर्पित आज न जाने देश ये मेरा, खड़ा है किस चौराहे पर। संकट के बादल हैं छाए,... Hindi · कविता 2 413 Share Tarun Singh Pawar 13 Apr 2020 · 1 min read एक बीमारी एक बीमारी हमने देखी, जिसके हाँथ न पांव। जन्म हुआ था चीन में, बड़े गहरे इसके घाव ।।1।। ये न देखे जात पात, ये धर्म न कोई जाने। न अमीर... Hindi · कविता 1 426 Share Tarun Singh Pawar 4 Apr 2020 · 1 min read साहस में शक्ति अपार हिम्मत से काम लेना, ये वक़्त बड़ा है भारी। कोहराम मचा दुनिया में, फैली है माहमारी।।1।। खुद को बचाये रक्खो, अपनो की करलो फिक्र। न जाने किस घड़ी में, आ... Hindi · कविता 289 Share Tarun Singh Pawar 23 Mar 2020 · 1 min read कोरोना महामारी से बचाव समझदारी विश्वव्यापी दैत्य कोरोना वायरस के तांडव को समाप्त करने की अपील करते हुए। मेरा स्वरचित गीत तर्ज (बता मेरे यार सुदामा रे बड़े धना दीना में आया) अरे जा भाग... Hindi · गीत 1 315 Share Tarun Singh Pawar 2 Oct 2019 · 1 min read राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सत्य अहिंसा अनुशासन का, हमें पाठ पढ़ाया बापू ने । सच्चाई से जीना कैसे, हमें सिखाया बापू ने।।1।। अन्याय को कभी न सहना, हमें समझाया बापू ने । स्वाभिमान को... Hindi · कविता 1 447 Share Tarun Singh Pawar 20 Jun 2019 · 1 min read नाम उसी का योग है.... अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर मेरी एक स्वरचित कविता राष्ट्र को समर्पित मानव को मानवता सिखाने, एक निष्ठा रूपी प्रयोग है। जिससे काया कल्पित होती, नाम उसी का योग है।।1।। स्वास्थ्य... Hindi · कविता 2 488 Share Tarun Singh Pawar 16 Jun 2019 · 1 min read पिता वही कहलाता है फादर्स डे पर मेरी एक स्वरचित कविता प्रत्येक पिता को समर्पित है खुद ज़हर दर्द का पीकर, बच्चों को शहद पिलाता है। जो अपने लिए नहीं जीता, बस वही पिता... Hindi · कविता 1 392 Share Tarun Singh Pawar 11 Jun 2019 · 1 min read कल करो सुरक्षित उग्र हो रहे सूर्य देवता, हवा भी अब चुभती है। भीषण गर्मी शोले बन, घाव सी अब दुखती है।।1।। यदि रहा ऐसा ही आलम, संकट प्राणों पर आएगा। होगी पृथ्वी... Hindi · कविता 1 617 Share Tarun Singh Pawar 10 Jun 2019 · 1 min read पॉलिथीन का नाम ज़हर है पॉलीथिन के विरोध में मेरी एक स्वरचित कविता पॉलीथिन है घातक इतनी, इसका दूसरा नाम ज़हर है। कोई न इससे बच पाया है, इससे प्रभावित गांव शहर है।।1।। है फैलती... Hindi · कविता 1 325 Share Tarun Singh Pawar 7 Jun 2019 · 1 min read श्रद्घांजलि समर्पित *कुछ दिन पहले ढाई साल की मासूम बच्ची की निर्मम हत्या किए जाने से मन दुःखी है उस अबोध बच्ची के लिए श्रद्घांजलि स्वरूप मेरी कविता समर्पित पाप धरा पर... Hindi · कविता 1 278 Share Tarun Singh Pawar 27 May 2019 · 1 min read श्रद्घांजलि _सूरत में एक शिक्षण संस्थान में अपने प्राणोत्सर्ग हुए युवा विद्यार्थियों को मेरी श्रद्घांजलि स्वरूप स्वरचित कविता समर्पित_ *श्रद्धाजंलि* सूरत में अपने प्राणों को, जिन बच्चों ने खोया है। उनके... Hindi · कविता 1 1 484 Share Tarun Singh Pawar 17 May 2019 · 1 min read नर सेवा नारायण सेवा समर्पण युवा संगठन के स्थापना दिवस पर मेरी ओर से एक स्वरचित कविता समर्पित है जनकल्याण की भावना रखकर, एक पवन संकल्प बनाया है। युवा की चेतना जागृत करने, हमने... Hindi · कविता 1 1k Share Tarun Singh Pawar 28 Nov 2018 · 1 min read मतदान करो मतदान करो, मतदान करो सब जाकर के मतदान करो। लोकतंत्र का पर्व ये पावन, इसका तुम सम्मान करो। प्रगति राष्ट्र की इससे ही है, इसको न अनजान करो।।1।। कौन सही... Hindi · कविता 4 2 279 Share Tarun Singh Pawar 29 Aug 2018 · 1 min read हम भारत के बच्चे हैं हम हैं सीधे साधरण से, नन्हे से हम बच्चे है। जननी हमारी भारत माता, हम भारत के बच्चे है।।1।। ज्ञान हमें धरती से आया, मान है पाया अम्बर से। शान... Hindi · कविता 1 866 Share Tarun Singh Pawar 16 Jun 2018 · 1 min read देश मेरा अलबेला देश मेरा अलबेला 16/06/2018 भारत भूमि पावन इतनी, पापों का सारे नाश करे। दुष्ट न कोई टिक पाए, ईश्वर धरती में वास करे।।1।। भिन्न यहां के रंग रूप है, अलग... Hindi · कविता 1 407 Share Tarun Singh Pawar 3 Jun 2018 · 1 min read किसान आंदोलन कृषक ही देता अन्न सभी को, खुद पर नही है उसे गुमान । अन्नदाता का मर्म न जाना, फिर क्यों कहते जय किसान।।1।। कड़ी धूप में खुद को तपाकर, वह... Hindi · कविता 1 390 Share Tarun Singh Pawar 29 May 2018 · 1 min read कल न होगा सुनो ध्यान से अवनि वालों, यदि धरा में जल न होगा। प्राण ह्रदय से उखड़ जाएंगे, तब तुम जानो कल न होगा।।1।। आधुनिकता में जीने वालों, यदि कृषक का हल... Hindi · कविता 1 372 Share Tarun Singh Pawar 20 May 2018 · 1 min read नशा देश का दुश्मन नशा देश का परम् शत्रु है, जो करता सब कुछ नाश। सम्हल जाओ समय अभी है वरना होगा फिर विनाश।।1।। काम करो इंसानो जैसे, है दुनिया को तुमसे आस। बिना... Hindi · कविता 1 268 Share Tarun Singh Pawar 2 May 2018 · 1 min read ज्ञान का प्रकाश इनकी वाणी में कोमलता , नित्य प्रति जहां वास है । सभ्य आचरण और नम्रता , इनका जहां निवास है।।1।। सत्य अहिंसा त्याग परखता, इनके ये जीवन श्वास हैं ,... Hindi · कविता 1 444 Share Tarun Singh Pawar 2 May 2018 · 1 min read दीपांजलि दीप जले प्रसन्नता के मन में, दीपों से होवे उल्लास। दीपों से बनते ये सारे, तुलसी कबीर और वेदव्यास।।1।। एक दीपक जो दे उजियारा, एक दीपक तम दूर करे। एक... Hindi · कविता 1 340 Share Tarun Singh Pawar 30 Apr 2018 · 1 min read प्रकृति का मूल्य क्या कुछ किताबें पढ़ लीं ,तुम्हे ज्ञान हो गया, मुड़ कर न कभी देखा, अभिमान हो गया।।1। अपनों को पीछे छोड़ तुम, आगे निकल गए, ग़ैरों को तुमने थामा, रिश्ते... Hindi · कविता 1 262 Share Tarun Singh Pawar 26 Apr 2018 · 1 min read अमर शहीद हम शहीदों की शहादत को मनाने आ गये, देश भक्ति है ख़ुदी में ये बताने जा गए।।1।। देश की खातिर मिटे माँ भारती की लाज को, है नमन मेरा सभी... Hindi · कविता 1 275 Share Tarun Singh Pawar 26 Apr 2018 · 1 min read ऐसा अपना गुजरात है सुगम सहज निर्मल और कोमल, हो नित्य प्रगति की बात है। धन्य धरा की पावन मिट्टी , ऐसा अपना गुजरात है।।1।। सुख शांति और समृद्धि की, होती पावन बरसात है।... Hindi · कविता 1 422 Share Tarun Singh Pawar 16 Apr 2018 · 1 min read नशा मुक्ति गीत तर्ज:- मिलो ना तुम तो हम घबराए मिलो तो आंख चुराएं हमें क्या हो गया है....... नशा न करना मेरे भाई, नशे में आग लगाई, संभल जाओ मेरे भाई। संभल... Hindi · गीत 1 5k Share Tarun Singh Pawar 16 Apr 2018 · 1 min read मेरा देश ये वो रौशन सितारा है, जिसे चमकाना पड़ता है। मेरे इस देश में देखो, भाई भाई से लड़ता है। यहां सो जाते है बच्चे पेट की भूख के मारे, गोदामों... Hindi · कविता 1 569 Share Tarun Singh Pawar 14 Apr 2018 · 1 min read आज़ादी की लिए पताका आज़ादी की लिए पताका, घर-घर अलख जगाये जा। वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्, बस इसको ही गाए जा।।1।। देख ज़रा कुछ देश को अपने, तू मन ही मन मुस्काए जा। राष्ट्र... Hindi · कविता 1 459 Share Tarun Singh Pawar 10 Apr 2018 · 1 min read आरक्षण आरक्षण का विरोध किया, तो मिली हमे आलोचना। हमने पूछा क्या हो तुम, ये खुद ही करो विवेचना।।1।। सभी मनुष्य सामान्य है, न कोई बड़ा न छोटा है। गीता में... Hindi · कविता 1 411 Share Tarun Singh Pawar 10 Apr 2018 · 1 min read बंद करो आरक्षण ध्यान लगाकर सुनो रे भाई, ये बात है बड़ी विलक्षण। इंसानो में भेद बड़ा एक, है जिसका नाम आरक्षण।। बंद करो आरक्षण भैया बन्द करो आरक्षण बड़ा हूँ मैं और... Hindi · कविता 1 696 Share Tarun Singh Pawar 9 Apr 2018 · 1 min read शिक्षक एक सम्मान शिक्षक दिवस मनाने का, अब मतलब हमने जाना है। है सम्मान सभी को देना, हमने जिनको गुरु माना है ।।1।। तभी हमें विद्या आएगी, हम आगे ही बढ़ते जाएंगे। जब... Hindi · कविता 1 342 Share Tarun Singh Pawar 9 Apr 2018 · 1 min read दोस्ती कौन कहता है मेरे पास नहीं हैं पैसे, मेरी दौलत तो हैं ये दोस्त नगीने जैसे।।1।। मुझे हर बार मुसीबत से निकला करते, मैं गिर जाऊँ तो मुझको हैं सम्हाला... Hindi · कव्वाली 2 425 Share Tarun Singh Pawar 8 Apr 2018 · 1 min read एक सैनिक की ललकार मातृभूमि के मस्तक ऊंचा, करने अब हम आये है। अपने प्राणों की भारत माँ, भेंट अनुपम लाये है।।1।। गर दुश्मन ललकारे हमको, तब खून हमारा ख़ौलेगा। सम्हल जाओ तुम देश... Hindi · कविता 2 2 506 Share Tarun Singh Pawar 8 Apr 2018 · 1 min read सरस्वती वंदना सरस्वती वंदना माँ शारदे दया का , अब दान हमें दे दो। पा जाएं तुम्हें अब हम, वरदान हमें देदो।। कर दो कृपा माँ ऐसी बालक हैं जानकर। आएं है... Hindi · कविता 1 493 Share Tarun Singh Pawar 7 Apr 2018 · 1 min read कीमत जानो तुम किसी की आंख में आये, हुए आंसू की कीमत क्या, कोई मेहनत करे इतनी की उन सांसो की कीमत क्या दो रोटी के लिए दिन रात मेहनत करे जो भी,... Hindi · कविता 1 298 Share Tarun Singh Pawar 6 Apr 2018 · 1 min read गुरु की महिमा गुरु की महिमा न्यारी, गुरु के हम आभारी। गुरु की पावन वाणी से, निकली है ज्ञान की धारा। पाकर ज्ञान को इनके अब, हुआ जीवन धन्य हमारा।।1।। गुरु सिखाते कष्ट... Hindi · कविता 2 2 600 Share Tarun Singh Pawar 22 Jan 2017 · 1 min read बेटियां एक सहस बेटी ही लाती है घर में, खुशियों का अनुपम उपहार। बेटी से ही होता निर्मल, पावन सकल ये घर संसार।।1।। मात-पिता की सेवा करना, उनके जीवन का आधार। बेटी है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1k Share Tarun Singh Pawar 18 Jan 2017 · 1 min read अखण्ड भारत स्वप्न न तीर से कटा है, न तलवार से कटा है। अपना ये देश देखो, अपनों से ही बंटा है।।1।। कितनो ने इसको रौंदा, कितनो ने इसको लूट। फिर भी ये... Hindi · कविता 1 609 Share Previous Page 2