Manjusha Srivastava Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manjusha Srivastava 12 Nov 2018 · 1 min read माँ ******** जीवन की अरुणाई माँ है ,भीनी सी अमराई माँ है , त्याग तपस्या की मूरत सी,भावों की गहरायी माँ है | ग्यान मयी गीता गंगा है ,जीवन धन माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 38 1k Share Manjusha Srivastava 7 Jul 2018 · 1 min read माँ माँ जीवन की अरुणाई माँ है , भीनी सी अमराई माँ है , त्याग तपस्या की मूरत सी भावों की गहरायी माँ है | ग्यान मयी गीता गंगा है ,... Hindi · कविता 330 Share Manjusha Srivastava 7 Jul 2018 · 1 min read मैं हूँ माँ मन के भाव ……… माँ समाहित सकल ब्रम्हान्ड साँसों की गति ,लय ,ताल तू जीवन आधार | ममत्व की असंख्य लहरें , आलोड़ित हों मुझमें , भरती हैं प्राण |... Hindi · कविता 512 Share Manjusha Srivastava 7 Jul 2018 · 1 min read तुम से हम हम से सफल आराधना प्रीत पावन मधुर कर स्पर्श से, नेह शीतल कर दिया तापित बदन | कुन्तलों को आ पवन दुलरा गया , रात रानी सा महकता मन अँगन | एक तारा प्रेम... Hindi · कविता 308 Share Manjusha Srivastava 7 Jul 2018 · 1 min read तुम से हम हम से सफल आराधना प्रीत पावन मधुर कर स्पर्श से, नेह शीतल कर दिया तापित बदन | कुन्तलों को आ पवन दुलरा गया , रात रानी सा महकता मन अँगन | एक तारा प्रेम... Hindi · कविता 325 Share Manjusha Srivastava 22 Nov 2017 · 1 min read सर्दी प्रत्यावर्तन मानसून का मौसम में बदलाव हर ऋतु में सिहरन छायी सर्दी का ठहराव | एसी कूलर दुबक गये सब , कम्बल बाहर आये | जलने लगे अलाव घरों में... Hindi · कविता 512 Share