फुटकड़ रचना @ खूब रची करतार नै, या दुनिया मतवाली, कैसी चक्र मै डाली || टेक ||
दीपचंद, हरदेवा, बाजे, उनका भी घर गाम देख्या फेर चल्या जा सिरसा जांटी, धोरै जमना धाम देख्या चन्द्र, धनपत, सुल्तान, ब्यास, मांगेराम देख्या लख्मीचंद नौटंकी, मीराबाई का बणाया सांग मांगेराम...
Hindi · कविता