साहेबलाल दशरिये सरल Tag: घनाक्षरी 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid साहेबलाल दशरिये सरल 29 Mar 2021 · 2 min read वंदना गणपति वंदना 1 बालचंद्र! बालगनपति! बुद्धि के विधाता!, आनन्दकरन आभा आप अभिराम है।। अकृता! अमित! भीमा!, भूपति! भुवनपति!, देवा देवा! देवव्रत!, दुनिया में नाम है।। महागणपति जी! देवाधिदेव! मानते हैं,... Hindi · घनाक्षरी 1 1 593 Share साहेबलाल दशरिये सरल 21 Sep 2017 · 2 min read होली के छंद *होली के छंद* 1 मस्ती का त्यौहार आया, प्रेम की बहार लाया, देखो दिलवालों की है, गली गली टोली रे।। हरा पीला लाल लाल, हाथों में ले के गुलाल दिल... Hindi · घनाक्षरी 3 2 3k Share साहेबलाल दशरिये सरल 21 Sep 2017 · 3 min read सरल की घनाक्षरियाँ घनाक्षरी 1 बैठाता गोटी पे गोटी, चाहिये तुझे तो रोटी कामी क्रोधी लालची को, चेतना धिक्कारती।। गरीबों को हीरा मोती, आशाएं नहीं ही होती फ़टे फूटे कटे पिटे, गरीबी स्वीकारती।।... Hindi · घनाक्षरी 921 Share