आर.एस. 'प्रीतम' 1073 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read "शाम-सवेरे मंदिर जाना, दीप जला शीश झुकाना। "शाम-सवेरे मंदिर जाना, दीप जला शीश झुकाना। तिलक भाल पर नित्य लगाना, भजन आरती भी गाना।। पूजा पूरी मत मानो वह, नहीं देव गुण अपनाए; स्वाद वस्तु का पढ़े न... Quote Writer 1 598 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत की लबों पर रब सदा मुस्क़ान लिख देना जिऊँ मैं देश की खातिर यही अरमान लिख देना/1 क़दम पीछे हटाना ख़ून में शामिल नहीं मेरे ज़रूरत हो वतन ख़ातिर... Poetry Writing Challenge-2 2 53 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करे चुगली उजाड़े घर उसे इंसान मत कहना लिए दलदल गुनाहों का उसे मैदान मत कहना/1 बुराई कर किसी की हम अगर औक़ात भूले जो जलालत है हमारी ये इसे... Poetry Writing Challenge-2 1 45 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो उजाले हों चिराग़ों की अगर तक़दीर जानो तो/1 दुवाएँ भी दवाओं का सुनो तुम काम करती हैं असर होता तभी है... Poetry Writing Challenge-2 1 36 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 1 43 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करो पहचान ख़ुद की तुम सजाओ बाद में सपने नहीं पूरे कभी होते किसी की दाद में सपने/1 तरीक़ा जोश होना होश देता कामयाबी है मिले शोहरत सुनो यारों लगें... Poetry Writing Challenge-2 44 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी हक से हमें अपना कहो फिर प्यार देखो तुम अँधेरे को उजाले में बदल दें यार देखो तुम/1 नहीं शेखी बघारेंगे करेंगे कह दिया जो भी खिला गुलशन लिए... Poetry Writing Challenge-2 1 38 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 35 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी तो दीजिए मौका हमें भी यार ख़िदमत का सिला देंगे हुई दिल से रुहानी पाक चाहत का/1 रखूँ इक बात मैं जो याद दूजी भूल जाता हूँ कहूँ बे-फ़िक्र... Poetry Writing Challenge-2 1 48 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सुनाओ दर्द अपना तुम निकलकर हल भी आएगा अँधेरा आज है तो क्या उजाला कल भी आएगा/1 छिपाए राज बीमारी लगा देंगे छिपाओ मत लगा है नल अगर प्यारे कभी... Poetry Writing Challenge-2 41 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी सदा... Poetry Writing Challenge-2 1 37 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दीदार कर ज़नाब का आए मज़ा मुझे जिस पल रहूँ मैं दूर वही पल सज़ा मुझे/1 खिलते नहीं गुलाब बहारों के बिन कभी ये सोच के हुज़ूर गले से लगा... Poetry Writing Challenge-2 1 47 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी इतनी... Poetry Writing Challenge-2 54 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 40 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में गुज़ारो ज़िन्दगी चाहे यहाँ सारी कमाने में/1 विधाता ने लिखी क़िस्मत इबादत कर सदा इसकी मगर कर कर्म ऐसा तू... Poetry Writing Challenge-2 1 54 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Feb 2024 · 1 min read नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में गुज़ारो ज़िन्दगी चाहे यहाँ सारी कमाने में/1 किसी का ग़म अगर ख़ुद का लगे लगने समझ लो फिर ख़ुशी बढ़ने... Quote Writer 2 60 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ख़िरद की बात मत करना बुराई से रहेगा दूर वरना हर बधाई से/1 जिसे चाहत समझ आती नहीं उसको कभी फ़ुरसत नहीं मिलती तन्हाई से/2 रुलाकर और को जोड़े करोड़ों... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे/1 बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Poetry Writing Challenge-2 49 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नज़र तुमसे मिली समझा मुहब्बत का असर क्या है तुझे देखा क़सम से सुन भुला बैठा क़मर क्या है/1 सुनी तारीफ़ थी मैंने तुझे देखा अधिक पाया समझ आया अभी... Poetry Writing Challenge-2 1 52 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Feb 2024 · 1 min read करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Quote Writer 1 279 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Feb 2024 · 1 min read सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद। सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद। मानव भी संभलता है, ठोकर खाने के बाद।। हथेली पर सरसों हरी नहीं होती, हिना रंग लाती है दोस्त! सूख जाने के... Quote Writer 2 456 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिटाओ भेद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन लगे ये ज़िन्दगी ऐसी सजी जैसे कोई दुल्हन/1 किसी नीरस फ़साने को नहीं सुनता यहाँ कोई कहानी वो कहो जिसके हृदय में... Poetry Writing Challenge-2 1 546 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2024 · 1 min read 'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन 'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन लगे ये ज़िन्दगी ऐसी सजी जैसे कोई दुल्हन किसी नीरस फ़साने को नहीं सुनता यहाँ कोई बना मंज़र नज़ारा हो जिधर देखें... Quote Writer 1 502 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सफ़र आसान हो जाए मिले साथी ज़बर कोई उसे मेरी मुझे उसकी रहे हरपल ख़बर कोई/1 बुरी नज़रें हमेशा घूरती हैं देख ख़ुश मुझको कभी देखे तमन्ना है मुहब्बत की... Poetry Writing Challenge-2 1 41 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 Jan 2024 · 1 min read सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई उसे मेरी मुझे उसकी रहे हरपल ख़बर कोई बुरी नज़रें हमेशा घूरती हैं देख ख़ुश मुझको कभी देखे तमन्ना है मुहब्बत की... Quote Writer 1 99 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ क्यों रहे जब हिफाज़त नहीं है यहाँ घर हमारा सलामत नहीं है/1 हक़ीक़त में तुमको मुहब्बत हुई है जताते हो ऐसे हक़ीक़त नहीं है/2 भुला दें किसी की इनायत... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 56 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिलेंगे रब उन्हें जिनकी दुवा दिल को छुआ करती दुवा इंसानियत ख़ातिर हमेशा ही दुवा करती/1 जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना बिना भगवान गुन अपना नहीं पूजा... Poetry Writing Challenge-2 1 39 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read "जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना "जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना बिना भगवान गुन अपना नहीं पूजा हुआ करती" आर.एस. 'प्रीतम' Quote Writer 2 2 604 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरा ये रब्त है पगले कि फ़ितरत जान लेता हूँ हरादूँ हार को हँसकर अगर मैं ठान लेता हूँ/1 कोई सूरत नहीं ऐसी मुझे छल से हरा दे जो सुनो... Poetry Writing Challenge-2 1 47 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम लड़ें ज़ज़्बा लिए दरिया अदब से मोड़ लाएँ हम/1 नहीं मुश्क़िल जहां में कुछ अगर हम ठान लेते हैं बनें पत्थर अगर... Poetry Writing Challenge-2 1 32 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा ज़मीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का ये तारा/1 नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Jan 2024 · 1 min read सलामी दें तिरंगे को सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा जमीं इसकी गगन इसका वतन आँखों का ये तारा/1 नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Hindi · Quote Writer 1 87 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Jan 2024 · 1 min read सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा जमीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का है तारा नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Quote Writer 1 69 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jan 2024 · 1 min read मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो मुक़म्मल तो नहीं कोई बड़ा नादान समझे जो सिखाता वक़्त हरपल है करे वो मान समझे जो आर. एस. 'प्रीतम' शब्दार्थ- मुक़म्मल- संपूर्ण, मान- इज़्ज़त Hindi · Quote Writer 1 342 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Jan 2024 · 1 min read ये विद्यालय हमारा है ये विद्यालय हमारा है हमें प्राणों से प्यारा है। रखें सुंदर करें पूजा यही मंदिर हमारा है।। पढ़ेंगे आज सँवरे कल सिखाते हैं हमें गुरुजन। समझ जाओ समय रहते बताते... Hindi 1 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Jan 2024 · 1 min read हमारा विद्यालय हमारा विद्यालय ये विद्यालय हमारा है हमें प्राणों से प्यारा है। बनाएँ साफ़ सुंदर हम यही मंदिर हमारा है।। पढ़ेंगे आज सँवरे कल सिखाते हैं हमें गुरुजन। समझ जाओ समय... Quote Writer 1 415 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Jan 2024 · 1 min read राम भजन बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं ज़माने को। सभी... Hindi 1 114 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jan 2024 · 1 min read जय श्री राम जय श्री राम बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं... Quote Writer 1 401 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Jan 2024 · 1 min read शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम। शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम। करुणा निष्ठा त्याग से, मर्यादित कर काम।। सीख राम जीवन भरे, सीखो बनो महान। बोलो जय श्री राम की, मिलता दर्द निदान।।... Quote Writer 2 2 418 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल सुनाओ प्यार की सरग़म हमें भी चैन आ जाए खिला ग़ुल चूमकर जैसे हवाओ में नशा छाए/1 हवाएँ ज़ुल्फ़ सहलाकर जगाती नींद से जैसे तुम्हारा दिल मिरे दिल को कभी... Hindi 1 69 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Jan 2024 · 1 min read सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए खिला ग़ुल चूमकर जैसे हवाओ में नशा छाए हवाएँ ज़ुल्फ़ सहलाकर जगाती नींद से जैसे मुहब्बत से मेरे दिल को कोई... Quote Writer 1 454 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Jan 2024 · 1 min read क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में क़दर करके क़दर हासिल हुआ करती ज़माने में कभी क़ीमत भली मिलती नहीं है सुन ज़लालत की किसी की आरज़ू पूरी करोगे तुम अगर 'प्रीतम' मिलेगी ज़ुस्तज़ू ख़िदमत तुम्हारी भी... Quote Writer 1 427 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Jan 2024 · 1 min read बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की ये रामायण महाभारत विजय कहते सदाक़त की बिछाए जाल कितने ही शकुनि पर मात खाता है विधाता ने दिखाई रात छल... Quote Writer 3 303 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jan 2024 · 1 min read सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार। सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार। कल झूठा पर आज सच, कर इसका सत्कार।। कौन किसी के साथ है, कौन करे अलगाव। इसका केवल वक़्त ही, बता सके... Quote Writer 1 203 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jan 2024 · 1 min read रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार। रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार। बच्चे पहले सीखते, सुनकर बुरा विचार।। अच्छी आदत आपकी, मानो गंगा धार। देखे चाहे अरु चखे, अमृत सरिस सत्कार।। आर.एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 186 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं जिसे जितनी समझ उतना गले हँसकर लगाती हैं/1 सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो कभी मिलती नहीं आँखें मगर चाहत... Hindi 1 85 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jan 2024 · 1 min read "अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते "अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते लगें जब मुफ़लिसी की ठोकरें रिश्ते सिखाती हैं" आर.एस. 'प्रीतम' शब्दार्थ- मुफ़लिसी- ग़रीबी/निर्धनता Quote Writer 1 527 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Jan 2024 · 1 min read "तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं "तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं जिसे जितनी समझ उतना गले हँसकर लगाती हैं" आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 543 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत ने मुहब्बत से नफ़ासत सीख ली प्रीतम रहा बाकी नहीं कुछ अब वक़ालत सीख ली प्रीतम/1 हुए भावुक किसी का दर्द देखा जो हिफाज़त में क़सम से आपने सच... Hindi 44 Share Previous Page 2 Next