आर.एस. 'प्रीतम' 1102 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jun 2024 · 1 min read गीत- जिसे ख़ुद से हुआ हो प्रेम... गीत- जिसे ख़ुद से हुआ हो प्रेम... जिसे ख़ुद से हुआ हो प्रेम छोड़े हर बुराई को। मुहब्बत में जगह मिलती नहीं है बद रुखाई को।। सजाए रोज तन-मन-धन विचारों... Hindi 1 8 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jun 2024 · 1 min read गीत- बहुत भोली बड़ी कमसिन... बहुत भोली बड़ी कमसिन सुनो तुम चाय प्याली हो। लिए हो सुब्ह सूरज की लबों पर लाल लाली हो।। अदाएँ माह मधुबन-सी शरद-सा नूर यौवन है। खुली ज़ुल्फ़ें लगें बादल... Hindi 2 12 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jun 2024 · 1 min read दुवाओं का असर इतना... दुवाओं का असर इतना कि पत्थर भी गला देती। किसी तालाब को विस्तार दे सागर बना देती।। ग़रीबों को सहारा दो डुबाओ मत किनारा दो। अगर इंसान हो छीनो नहीं... Hindi 14 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Jun 2024 · 1 min read गीत- नज़र को भा गये जानां नज़र को भा गये जानां तुझे दिल ने पुकारा है। मेरी तू है तेरा मैं हूँ यही सच है सहारा है।। मिले जो प्यार की दौलत वो ठुकराई नहीं जाती।... Hindi 2 19 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read गीत- कृष्णा की पुकार सुनो... कृष्णा की पुकार सुनो, जानो गीता का सार। दिल से फिर पालन करो, महकाओ हर घर-द्वार।। फल कर्मों का मेल है, देना इनपर तुम ध्यान। यही बनें प्रारब्ध भी, चलो... Poetry Writing Challenge-3 2 10 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read गीत- जब-जब पाप बढ़े दुनिया में... जब-जब पाप बढ़ें दुनिया में, लेता प्रभु नव अवतार। भ्रमित मनुज का दंभ तोड़कर, रचता है नवल विचार।। तृष्णा बढ़ती नभचर बनता, पाने को सब अधिकार। मानवता का शीश काटकर,... Poetry Writing Challenge-3 19 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read कविता- जनजातीय विद्रोह शोषणकारी भेदभाव की, ब्रिटिश नीतियों को ललकारा। जनजातीय विद्रोह रूप में, इतिहास कहे किस्सा सारा।। जंगलों से कच्चे माल हेतु, औद्योगिक क्रांति समर्थन में। बनी नीतियों ने क्रोध भरा, सब... Poetry Writing Challenge-3 1 14 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read काव्य-गीत- प्रथम स्वतंत्रता संग्राम(1857) के अग्रदूत क्राँत काव्य- गीत- प्रथम स्वतंत्रता संग्राम(1857) के अग्रदूत क्राँतिवीर मंगल पांडे प्रथम क्राँतिकारी हुये, योद्धा अग्र शहीद। मंगल पांडे दे गए, आज़ादी उम्मीद।। पिता दिवाकर पांडे प्यारे। माता रानी अभय दुलारे।।... Poetry Writing Challenge-3 2 12 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read प्रार्थना- हमें दो ज्ञान प्रभु इतना... हमें दो ज्ञान प्रभु इतना बुराई भूल जाएँ हम। दिलों में प्रेम हो सबके लड़ाई भूल जाए हम।। सितारे चाँद सूरज सब लुटाते प्यार हैं जग में। नदी सागर खिले... Poetry Writing Challenge-3 23 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read गीत- हरपल चाहूँ तुझे निहारूँ... हरपल चाहूँ तुझे निहारूँ, कितनी प्यारी सूरत है। हँसी तुम्हारी कमल सरीखी, मौन चाँद की मूरत है।। भोली-भोली बातें तेरी, मन मधुबन की शाला है। नशा तुम्हारी आँखों में वो,... Poetry Writing Challenge-3 15 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read गीत- इरादे नेक हों जिसके... इरादे नेक हों जिसके सफल हर काम होता है। करे जो काम सब अच्छे उसी का नाम होता है।। करे सेवा मिले मेवा यही सच है हक़ीक़त में। मिले अनुभव... Poetry Writing Challenge-3 4 12 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2024 · 1 min read गीत- कृपा करना सदा हमपर... कृपा करना सदा हमपर दया सबपर तुम्हारी है। मिले मंज़िल हमें मालिक दुवा इतनी हमारी है।। बिना मर्ज़ी तुम्हारी एक पत्ता भी नहीं हिलता। तुम्हीं से शूल हैं जग में... Poetry Writing Challenge-3 2 12 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2024 · 1 min read गीत- मिली है ज़िंदगी इसको... मिली है ज़िंदगी इसको सजाएँ हम मुहब्बत से। भरें हर रंग रंगोली बनाएँ दिल मुहब्बत से।। शरद की धूप जैसी हो पतंगों-सी उड़े हरपल। ये मधुबन रूप जैसी हो मिले... Poetry Writing Challenge-3 2 26 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2024 · 1 min read गीत- बहुत गर्मी लिए रुत है... बहुत गर्मी लिए रुत है किधर को जा रहे हो तुम। जवानी की बचो लू से किधर को जा रहे हो तुम।। क़दम बहके दिशाएँ भूल जाते हैं जवानी में।... Poetry Writing Challenge-3 1 15 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2024 · 1 min read गीत- कोई एहसास दिल भरदे... कोई एहसास दिल भरदे ख़ुशी से प्रेम कहलाए। कोई अरदास दिल भरदे हँसी से प्रेम कहलाए।। किसी के दीद से ग़म भूल जाते हैं ज़माने के। किसी की बात से... Poetry Writing Challenge-3 1 14 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2024 · 1 min read गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं... सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं। कभी झुकता नहीं उसको मुहब्बत प्यार कहते हैं।। किसी के मौन में हल है किसी के बोल में हल है। मगर सच... Poetry Writing Challenge-3 1 24 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 May 2024 · 1 min read गीत- उसे सच में नहीं पहचान चाहत और नफ़रत की... उसे सच में नहीं पहचान चाहत और नफ़रत की। नहीं मुस्क़ान समझे जो न आँसू जानता है जो।। सितारे-चाँद देखे पर रहे गुमसुम अँधेरा बन। उसे शमशान लगता है हमेशा... Poetry Writing Challenge-3 2 21 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 May 2024 · 1 min read गीत- उसी को वोट डालो तुम उसी को वोट डालो तुम लिए मुद्दे सुहाने जो। भुला दो अब उसे बाँटे सुना छल के फ़साने जो।। बढ़ी बेरोजगारी जो मिटाए वोट दो उसको। दे शिक्षा और मँहगाई... Poetry Writing Challenge-3 1 11 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 May 2024 · 1 min read गीत- सभी हालात में हँसके... सभी हालात में हँसके गुज़ारे पल बहादुर ही। ग़मों में ज़िंदगी अपनी सुधारे कल बहादुर ही।। हटे पीछे गिरे नीचे सदा ही काम से भागे। सुनो क़िस्मत यहाँ उसकी नहीं... Poetry Writing Challenge-3 2 22 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- बिछा पलकें नदी सरयू... बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं ज़माने को। सभी... Poetry Writing Challenge-3 3 18 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- ये विद्यालय हमारा है... ये विद्यालय हमारा है हमें प्राणों से प्यारा है। रखें सुंदर करें पूजा यही मंदिर हमारा है।। पढ़ेंगे आज सँवरे कल सिखाते हैं हमें गुरुजन। समझ जाओ समय रहते बताते... Poetry Writing Challenge-3 1 23 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत/भजन- कहो मोहन कहो कृष्णा... कहो मोहन कहो कृष्णा पुकारो श्याम गिरधारी। मनोहर योगि गोविंदा कहो गोपाल बनवारी।। अनंदा हैं कभी केशव मुरारी भी कहे जाएँ। मदन माधव ये मुरलीधर सनातन विष्णु कहलाएँ। ये मधुसूदन... Poetry Writing Challenge-3 1 18 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- सिखाए ज़िंदगी हरपल... सिखाए ज़िंदगी हरपल नया हर रंग भरती है। रुलाती है हँसाती है निरालख संग भरती है।। कभी अभिमान कर खुद पर जलाना और का मत दिल। यहाँ बदलाव निश्चित है... Poetry Writing Challenge-3 1 20 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- हवा-सी यार है ये ज़िंदगी... हवा-सी यार है ये ज़िंदगी जाने कहाँ जाए। करो हर काम ख़ुश होकर असर क़िस्मत वहाँ पाए।। तुम्हारी चाह माया है ज़रूरत ज़िंदगी समझो। जहाँ हों प्यार ख़ुशियों के ज़ुदा... Poetry Writing Challenge-3 1 17 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- मेरी आवाज़ बन जाओ... भरी महफ़िल सुने मालिक मेरी आवाज़ बन जाओ। ज़ुदा सबसे इनायत कर नया अंदाज़ बन जाओ।। तेरा जो हाथ हो सिर पर ज़माना जीत लूँ मालिक। मुझे सुर दो रुहानी... Poetry Writing Challenge-3 2 17 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 May 2024 · 1 min read गीत- किताबों से करें बातें... क़िताबों से करें बातें इन्हीं से प्यार हो जाए। क़सम से ज़िंदगी ज़न्नत लिए संसार हो जाए।। क़िताबों ने रचे क़िरदार ऐसे जो लुभाते हैं। मिसालें बन हमें हँसना यही... Poetry Writing Challenge-3 2 20 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2024 · 1 min read गीत- तुझे देखा लगा ऐसा... तुझे देखा लगा ऐसा तुम्हारा साथ मिल जाए। मेरा जीवन तुझे पाकर चमन माफ़िक हो खिल जाए।। तेरा ईमान मखमल है लिए हर रीत सावन-सी। तेरी बातें लगें रेशम हृदय... Poetry Writing Challenge-3 1 23 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2024 · 1 min read गीत- जहाँ मुश्क़िल वहाँ हल है... जहाँ मुश्किल वहाँ हल है न घबराना ज़रा साथी। अँधेरों में उजालों के नये दीपक जला साथी।। कभी दिल रात में झूमे सुहाने पल कभी दिन में। कभी माला गले... Poetry Writing Challenge-3 1 21 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2024 · 1 min read गीत- रचा तुमको दिया संसार... रचा तुमको दिया संसार माँ को याद रख लेना। दुवा आशीष माँ का ले हृदय आबाद रख लेना।। रखो सिर गोद में माँ की तुम्हारी हार छूँमंतर। उजाला हो हमेशा... Poetry Writing Challenge-3 1 21 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 May 2024 · 1 min read जय श्री राम बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं ज़माने को। सभी... Hindi 1 27 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 May 2024 · 1 min read राधेय - राधेय श्री कृष्ण के 41 नामों वाला भजन कहो मोहन कहो कृष्णा पुकारो श्याम गिरधारी। मनोहर योगि गोविंदा कहो गोपाल बनवारी।। अनंदा हैं कभी केशव मुरारी भी कहे जाएँ। मदन माधव... Hindi 1 33 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2024 · 1 min read कुछ दोहे कुछ ग़ज़लें कुछ दोहे कुछ ग़ज़लें कवि : आर.एस. 'प्रीतम' Hindi 1 32 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली लूट छीन खा बेहतर, रहो महल में आप। रेशम के गद्दे मिलें, नींद नहीं पर श्राप।।//1 हित चाहे जो और का, करे प्रेम की बात। नींद उसे अच्छी मिले, रहे... 1 19 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 May 2024 · 1 min read नींद पर दोहे लूट छीन खा बेहतर, रहो महल में आप। रेशम के गद्दे मिलें, नींद नहीं पर श्राप।।//1 हित चाहे जो और का, करे प्रेम की बात। नींद उसे अच्छी मिले, मिले... Hindi 2 19 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Apr 2024 · 1 min read दोहावली... आलोचक की बात सुन, शायद हो सौग़ात। वही हितैषी आपका, कहे रात को रात।।//1 बुद्धि स्वयं की भी लगा, छोड़़ भेड़ की चाल। संग काल के तुम चले, तभी गलेगी... Hindi 2 31 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुसीबत की अदालत में हमारी जान तब होती पराए और अपने की यहाँ पहचान तब होती//1 बढ़ा ताक़त मिलेगा हौंसला जग जीत जाओगे ज़मीं से जो उठे नभ तक हक़ीक़त... Hindi 1 27 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Apr 2024 · 1 min read दोहावली समझ बात की जब बढ़े, उसे समझिए ज्ञान। रटी हुई हर बात तो, अर्थ रखे अनजान।।//1 भूल समझता भूल कर, वही बने विद्वान। मूर्ख मगर वह भूल कर, सोये चादर... Hindi 3 30 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति किसके आगे कौन है, किसके पीछे कौन। समय स्वयं देगा बता, रहो देखते मौन।।//1 ख़ुद की मत तारीफ़ कर, करले केवल कर्म। जैसे को तैसा मिले, यही नियति का धर्म।।//2... Hindi 1 24 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली छिपा दोस्त से कह न सब, ख़ुद से तब इंसाफ़। दोस्त सदा ही दोस्त हो, समझ विचार ख़िलाफ़।।//1 मेरे हिस्से दिन हुआ, तेरे हिस्से रात। दोनों पूरक सत्य ये, नहीं... Hindi 2 33 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे ख़ून हुआ विश्वास का, मिला तभी अहसास। समझ मिले राजा जिसे, सच में वो है दास।।//1 धैर्य नहीं जिसमें ज़रा, मानो दूध उफान। झुका सकोगे तुम उसे, कितना ही हो... Hindi 1 46 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Apr 2024 · 1 min read राजनीति पर दोहे वादों की बौछार सब, नेता करते आज। वोट उसी को दीजिए, करे देशहित काज।।//1 जाति धर्म अरु क्षेत्र को, भूल डालिए वोट। लालच का हो त्याग जब, मिटे हृदय से... Hindi 32 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली मन-मंदिर में प्रेम का, जला लीजिये दीप। जगमग जग फिर देखिये, अपने हृदय समीप।।//1 सीधी बातें भी अगर, समझ न पाओ आप। हर दर पर आपको, मिले सिर्फ़ संताप।।//2 शुद्ध... Hindi 40 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Apr 2024 · 1 min read बैसाखी पर्व पर प्रीतम के दोहे अभिनव वर्ष प्रतीक है, बैसाखी त्योहार। धूमधाम से पर्व को, जीतें हैं सरदार।।/ 1 दसवें गुरु गोविंद सिख, दिया खालसा पंथ। बैसाखी उत्सव तभी, लिखा गया गुरु- ग्रंथ।।//2 फसलोत्सव का... Hindi 1 48 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे करले प्रत्याहार तू, पाएगा आनंद। शुभ वाङ्मय पढ़ योग कर, खिलें हृदय में छंद।।//1 ध्यान एक अभ्यास है, तन-मन करता एक। स्मरण शक्ति को दे बढ़ा, निर्णय क्षमता नेक।।//2 नित्य... Hindi 1 66 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली परिवर्तन स्वीकार कर, काल चाल परिणाम। खट्टा-मीठा जो मिले, समझ समय पैग़ाम।।//1 भूतकाल से सीखिए, आशा भविष्य काल। वर्तमान विश्वास का, उचित यही सुरताल।।//2 नेक कथन उर्जा भरे, मिटा हृदय... Hindi 1 37 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली झूठ कभी मत बोलिए, सबका कर सम्मान। डरना मत अन्याय से, इतना ले बस ठान।।//1 करो भरोसा आप पर, फिर पर पर विश्वास। नहीं रहोगे तुम कभी, मानो शर्त उदास।।//2... Hindi 1 460 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Apr 2024 · 1 min read कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन। कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन। दुवा यही भगवान से, मिले मुझे यह ज्ञान।।//1 जहाँ अल्प से कार्य हो, भूल अधिक की बात। संसाधन उपयोग में, सजग रहो... Hindi 1 39 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली दबी हुई आवाज़ को, लेना समझ गुलाम। ताक़त है आत्मा मरी, उसको नहीं सलाम।।//1 होश नहीं जिसको कभी, उसका नहीं प्रभात। तम के आगे जो झुका, उसकी क़िस्मत रात।।//2 स्वयं... Hindi 1 57 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली रूठ प्रेम कर मीत तू, मगर कहा भी मान। ग़लत सही देना बता, बनना मत अनजान।।//1 डरना बिलकुल छोड़़ दे, घुलमिल लेना ठान। धूल उड़े मिल धूल से, बन जाए... Hindi 2 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली ज़ख़्म निवारण हेतु ज्यों, मरहम है अनिवार्य। सफल ज़िंदगी हेतु त्यों, हँसकर करना कार्य।।//1 बिना किए कुछ भी नहीं, करो मिलेगा खास। मिले सफलता या मिले, अनुभव का अहसास।।//2 झूठा... Hindi 1 42 Share Page 1 Next