डॉ.सतगुरु प्रेमी Language: Hindi 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सतगुरु प्रेमी 9 Mar 2024 · 1 min read अमात्रिक अहमद चल पनघट पर जल भर। सरपट चल मत इधर उधर कर। अमन रमन बरगद पर चढ़कर। जग भर सरबत रख चल छत पर। मदन पहन अचकन कसरत कर। चखकर... Hindi · बाल कविता 1 46 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 9 Mar 2024 · 1 min read व्यंजन क ख ग घ ड• अक्षर प्यारे हैं। च छ ज झ ञ कितने न्यारे हैं। ट ठ ड ढ ण मेरे मन को भाये। त थ द ध न... Hindi · बाल कविता 1 40 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 9 Mar 2024 · 1 min read स्वर अ आ आओ पास हमारे। इ ई इमली खाओ प्यारे। उ ऊ उसमें गुठली होती। ए ऐ कितनी कड़वी होती। ओ औ उसको मत खाना तुम। अं अ: फिर घर... Hindi · बाल कविता 1 63 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 11 Nov 2022 · 2 min read अवधी कविता *द्याखौ को हुवै परधान भला* द्याखौ को हुवै परधान भला। जे कबहूं ना मुंहि ते बोले उइ बढ़िकै हाथु मिलाय रहें, जे कबहूं ना पयलगी किहिन उइ पांयन परि चिल्लाय... Hindi · कविता 1 189 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 11 Nov 2022 · 1 min read गजल राज राज ही रहे न है उन्हें सबर। लीक आजकल मेरी वो कर रहे खबर।। लिख रहा हूं विश्व का भविष्य देख कर, वो मिटा रहे हैं ले के हाथ... Hindi · ग़ज़ल 1 149 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 11 Nov 2022 · 1 min read ज्योति हाॅस्पिटल *ज्योति हाॅस्पिटल परिवार को सादर समर्पित गीत* वे देव नहीं दानव भी नहीं सबके सब एक समान मिले। इस *ज्योति हाॅस्पिटल* में मुझको कुछ अजब गजब भगवान मिले।। आगे गमलों... Hindi · गीत 1 136 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 21 Nov 2021 · 1 min read उइ घर के जिम्मेदार हवैं उइ घर के जिम्मेदार हवैं। कोई गाना गावै का मतलब, कोउ मुंह मटकावै का मतलब, कोई नाक कटावै का मतलब, तुम्हरी खातिन बेकार हवैं। उइ घर के जिम्मेदार हवैं।। तुम... Hindi · कविता 1 411 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 4 Feb 2021 · 1 min read गजल थी जिन्दगी किसी की याद में मैं इस कदर भूला जमाने को।। बताऊं तो तुम्हें कैसे रहा अब क्या बताने को।। लगी थी चोट दिल में पर दवा सिर में लगाता हूं।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 54 526 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 12 Jan 2021 · 1 min read कोरोना जागरूकता अवधी गीत आयी महामारी मत घबराव। करो ना लापरवाही ।। कोरोना के संकरमन से व्याकुल दुनिया सारी, धीरे-धीरे फैल गई जन-जन में यह बीमारी, जागो जागो जागरूक बनाव।करो ना लापरवाही।। बिना काम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 18 836 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 11 Jan 2018 · 1 min read हिंदी भाषा सुंदर सरल शब्द स्वच्छ शशि रश्मि के से सारे सरगम के स्वरों को जो संवारती। शुद्ध सुरसरि के समान सरसर बहे सरस सराहनीय शारद सुधारती। परम पुनीत पुरइंन के पराग... Hindi · घनाक्षरी 1 723 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 18 Jan 2017 · 1 min read बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं । जबते यहु देशु अजाद भवा, हमका नहि लाग अबाद भवा, पर भीतर ते बरबाद भवा, हमका तौ मिला कोउ ठीक नहीं । बढ़िया पकड़वति लीक... Hindi · कविता 1 464 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 16 Jan 2017 · 1 min read वो बेटियाँ ही हैं वो बेटियाँ ही हैं हमें जीना सिखातीं । जिन्दगी-मौत के संघर्ष में, पल रहीं कांटों के मध्य हर्ष में, तीब्र गति से लक्ष्य पर वो बढ़ रहीं हैं, कामयाबी के... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 658 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 15 Jan 2017 · 1 min read सब आपनि-आपनि गाय रहें सब आपनि-आपनि गाय रहें । दुनिया का यहै दस्तूर हवै, सबही का नोट कपूर हवै, मनई बिन पूंछ लंगूर हवै, जब द्याखौ गाल बजाय रहें । सब आपनि-आपनि गाय रहें... Hindi · कविता 1 414 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 13 Jan 2017 · 1 min read बिरवा कहिसि हमका यहु गर्व हवै बहुतै अपना तन तोहि लुटाइत है। जब भूख ते व्याकुल आयौ कबो, हम आपनि डाल लचाइत है। तुम्हरे जब घामु लगै कसिकै, हंसिकै हमही जुड़वाइत है।... Hindi · कविता 2 611 Share