रामनारायण कौरव 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रामनारायण कौरव 10 Jun 2023 · 1 min read वतन के लिए जननी है ये हमारी ये तन उसके लिए, आओ जिए कुछ पल वतन के लिए। जन्मे है हम यहां सौभाग्य हमारा। ये देश हमारा कितना है प्यारा। हमारे लिए उर... Poetry Writing Challenge 1 268 Share रामनारायण कौरव 10 Jun 2023 · 1 min read अहंकार अहंकार की है हार होती हरबार फिर भी न जाने आदमी पर क्यों होता ये सवार। अहंकार से उजड़े कई के घरबार झेल रहे अनेक इसकी मार, प्रतिष्ठा,पद और पैसे... Poetry Writing Challenge 199 Share रामनारायण कौरव 9 Jun 2023 · 1 min read गुरु महिमा, परमपूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य जी को समर्पित हे गुरु मेरे तुम्हीं बता दो,गाथा कैसे गाऊं बस में मेरे बस इतना हैं,माथा चरण नवाऊँ। हे गुरु मेरे तुम्हीं बता दो,गाथा कैसे गाऊं। शरण आपकी आकर ,इस जग को... Poetry Writing Challenge 2 337 Share रामनारायण कौरव 8 Jun 2023 · 1 min read मुझको मेरे गांव से है बेहद लगाव। मुझको मेरे गांव से है बेहद लगाव हर गांव से प्यारा लगे,मुझको मेरा गांव। करेली गाडरवाड़ा रोड, नारगी तिराहे के पास कल्याणपुर की ओर माल्हनवाड़ा गांव खास। इस गांव की... Poetry Writing Challenge 3 116 Share रामनारायण कौरव 8 Jun 2023 · 1 min read जीवन -पथ जीवन कम न अकड़ो भाई पैसों को न जकड़ो भाई। हिन्दू,मुस्लिम, सिख,ईसाई आपस में सब भाई भाई। मानवता से रहना सीखो जीवन होगा तब सुखदाई। जीवन कम न अकड़ो भाई।... Poetry Writing Challenge 160 Share रामनारायण कौरव 7 Jun 2023 · 1 min read अभ्यास योग अभ्यास हेतु करना पड़ता है हमें योग ये तो नहीं है महज़ एक संयोग। मन को साधने का,हो पहले अभ्यास ये है हमारे लिए बहुत ही खास। आत्म अनुशासन हैं,बहुत... Poetry Writing Challenge 2 376 Share रामनारायण कौरव 7 Jun 2023 · 1 min read जीवन,वन में जीवन जियो,जैसे हो वन में हरि सुमरन कर लो रे मन में। जैसे पानी रहता घन में, वैसे ही प्रभु का वास है तन में। प्रेम बढ़ाओ तुम जन जन... Poetry Writing Challenge 251 Share रामनारायण कौरव 7 Jun 2023 · 1 min read जीवन जी आने प्राण होते हैं, जीव में, आता हैं धरा धाम जीने को जीवन। जीव का ये जीवन समझो सघन वन दुर्गम पथ संग कहीं कहीं निर्जन। वन ऐसे समझो... Poetry Writing Challenge 94 Share रामनारायण कौरव 7 Jun 2023 · 1 min read पसीना माथे से न बहे पसीना ऐसा जीना भी क्या जीना। बिन श्रम जीवन कैसा जीवन स्वेद बिंदु को जाने जन जन। श्रम में ही सौभाग्य भरा है कोई कार्य भी... Poetry Writing Challenge 2 200 Share रामनारायण कौरव 7 Jun 2023 · 1 min read आबरू क्या हैं गरीब की इज्ज़त और क्या है आबरू कभी तो बंधु होइए,इससे भी रु ब रू, करते अथक श्रम,भरता न पेट पर अर्जित धान्य सूदखोर,ले जाता समेटकर। कुछ रईस... Poetry Writing Challenge 2 443 Share रामनारायण कौरव 6 Jun 2023 · 1 min read कितना नकली है आदमी काम नहीं कुछ करना,फिर भी नाम चाहता आदमी, प्रतिष्ठा बिन मेहनत के मिले,ये आज चाहता आदमी। इस चाहत के कारण खुद,नुकसान उठाता आदमी, पांव के नीचे भले जमीं न, आसमां... Poetry Writing Challenge 3 280 Share रामनारायण कौरव 5 Jun 2023 · 1 min read पानी याद दिला रहा नानी पहले नदी पहाड़ खेल था पर अब है क्रिकेट स्टेच्यू और चूहा बिल्ली, सब चढ़ गए इसकी भेंट। पहले पानी भू तल पर था, अब हुआ है कोसों दूर, पेड़... Poetry Writing Challenge · कविता 118 Share रामनारायण कौरव 3 Jun 2023 · 1 min read महक जीवन में रख प्यारे,ईमान की महक, ताकि दूर तलक जाएं, निज नाम की चहक। बातों में आकर गैर की, पथ से न बहक, शुकून हो हृदय में,दिल में न दहक।... Poetry Writing Challenge 2 151 Share रामनारायण कौरव 1 Jun 2023 · 1 min read बगिया के सृजनकार सृजन विधाता ने किया, कितना सुंदर संसार। आकर भू पर पाया हमने, एक दूजे का प्यार। मानव कितना सुन्दर हैं, और कितनी सुंदर प्रकृति। मानव हो या फूल हो दोनों,... Poetry Writing Challenge 86 Share रामनारायण कौरव 29 May 2023 · 1 min read समर्पण समर्पण मतलब सब कुछ अर्पण जब होता सब कुछ अर्पण तब कहलाता पूर्ण समर्पण। नन्हा बच्चा करता मां पर अपना सब कुछ अर्पण, शिष्य करें गुरु पर अपना, सब कुछ... Poetry Writing Challenge 219 Share रामनारायण कौरव 28 May 2023 · 1 min read निष्कर्ष अब तक के जीवन के बाद पाया ये निष्कर्ष, आओ करे निरंतर चिंतन किया क्या इस वर्ष। दुःखी किया कितनो को, किनको दे पाए हर्ष लेखा जोखा पूरा हो मन... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 172 Share रामनारायण कौरव 28 May 2023 · 1 min read गणपति बप्पा बच्चों गणपति पूजो आज होगे सफल तुम्हारे काज। बुद्धि के दाता गजराज सब देवों के है सरताज। प्रथम पूज्य कहलाते है मोदक मन को भाते हैं। गणपति बप्पा मोरिया सब... Poetry Writing Challenge 2 96 Share रामनारायण कौरव 23 May 2023 · 1 min read कोरोना काल बहुत समय के बाद सभी ने, ताका है आकाश, जिनके पास वक्त नहीं था,समय है उनके पास। बच्चे बहुत व्यस्त थे,अब तक मोबाइल के साथ, समय मिला हैं उनको भी... Poetry Writing Challenge 169 Share रामनारायण कौरव 22 May 2023 · 1 min read फिर से बच्चे बन जाओ सुनो पुनः घंटी की टन टन, बन ठन के तुम आओ, कैसे थे दिन स्कूल के, हमको तनिक बताओं। नाचो, गाओ, मौज उड़ाओ, वापिस वो खुशियां लाओ। गीत,कहानी और चुटकुला,... Poetry Writing Challenge 161 Share रामनारायण कौरव 21 May 2023 · 1 min read देखो पानी बरसा देखो पानी बरसा, गुजरा इंतजार में अरसा। बादल घुमड़े कर से पानी, धरती की थाल में परसा। पीहू पीहू बोले पपीहा, सुनी ध्वनि न दरसा। देखो पानी बरसा। मुग्ध हुए... Poetry Writing Challenge 295 Share रामनारायण कौरव 20 May 2023 · 1 min read ऊहापोह क्या होती हैं ऊहापोह, जब निर्णय में असमंजस होए, कैसे करें निदान, नेक विचार की मान। जैसा सोचे,वैसा हो न, धीरज अपना ऐसे खो न। समय गति से अपनी चलता,... Poetry Writing Challenge 181 Share रामनारायण कौरव 19 May 2023 · 1 min read मां मां तो भैया मां होती हैं, बच्चों की हां में हां होती हैं। बच्चो की खुशहाली के, बीज सदा ही वो बोती हैं। रूठे भले तुम से ये जमाना, तुम... Poetry Writing Challenge 2 6 162 Share रामनारायण कौरव 18 May 2023 · 1 min read गुरु गरिमा हृदय में गर गुरु के भाव जग गए, तो समझो इस धरा पर, पांव जम गए। जग हैं अंधकूप,गुरु राह दिखाते, जुड़े जो गुरु से,आशीष हैं पाते। गुरुज्ञान बिना जीना,क्या... Poetry Writing Challenge 162 Share रामनारायण कौरव 17 May 2023 · 1 min read हम हिंदुस्तानी। देश प्रेम ही परम धर्म हैं, एकता हमारी बात पुरानी। मिटे सदा ही देश की खातिर, कहती आई हमसे नानी। न्याय, सत्य,गौरव की वाणी, जन जन ने है पहचानी। गर्व... Poetry Writing Challenge 252 Share रामनारायण कौरव 16 May 2023 · 1 min read हिमालय हिमालय मतलब हिम का आलय हा बर्फ जमी रहती हैं जहां बर्फ के तीन रूप ठोस, द्रव और गैस मतलब आत्मा का परमात्मा में एकाकार हो जाना, हमारी भी ये... Poetry Writing Challenge 109 Share रामनारायण कौरव 13 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मोहब्बत के कुछ खत मोहब्बत के कुछ खत मोहब्बत के, रखें मेरे पास, क्या पता तुमको कि वो कितने खास। पहला जब खत आया,प्यार से भरा, याद से उसकी अपना,दिल है हरा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 28 438 Share