RAMESH SHARMA Tag: मुक्तक 48 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMESH SHARMA 15 Apr 2020 · 1 min read मदिरा सवैया छंद राम रहे घन श्याम रहे दिल में सबके भगवान रहे । याद सदा यह बात रहे रब से न बना अनजान रहे । जो सबके दुख को हरता उसका हिय... Hindi · मुक्तक 4 2 276 Share RAMESH SHARMA 17 Sep 2019 · 1 min read पावक छंद छंद विशेष =दशाक्षरवृत्ति पावक छंद 211 222 --------------------------- सावन आया मेघा गरजे ,यौवन नारी का भी लरजे ! मोहन राधा नाचें वन में ,प्रेम जगाया पूरा मन मे !! रमेश... Hindi · मुक्तक 2 264 Share RAMESH SHARMA 8 Jan 2020 · 1 min read मोतियदाम छंद जता कर प्रेम सखा हर बार , करें घनश्याम मनोहर प्यार !! कहे वृषभान सुता हर बार , करें ब्रजराज सदा इनकार !! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 2 244 Share RAMESH SHARMA 15 Jan 2020 · 1 min read मदनारी छंद मदनारी छंद ----------------- ढोलक मुरली अनहद बाजे, औरत मटकी पनघट साजे । सुंदर लगते रसफल ताजे, आज ह्रदय में, सजन विराजे ।। रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 2 469 Share RAMESH SHARMA 26 Feb 2020 · 1 min read छंद त्राता जाना सबको है ,रुकेगा कोई कैसे । चाहे जितना भी,करें वो खर्चे पैसे । आता वह जाता,सुनो है ये सच्चाई । सच्ची कहता हूँ , नही झूठी ये भाई ।।... Hindi · मुक्तक 2 222 Share RAMESH SHARMA 4 Mar 2020 · 1 min read छंद त्राता .जमाना कैसा आया बैरी अपने हैं, जमाना कैसा आया । देखो अपनों से,सही में धोखा खाया। देखूँ जिसको भी, रखा पैसे से नाता। गैरों पर सोचो, भरोसा कैसे आता ।। कैसी मनमानी,.....सुना तो... Hindi · मुक्तक 2 461 Share RAMESH SHARMA 25 Mar 2020 · 1 min read मनोरम छंद यह भूल नही सकता मनुआ दुख । सच है किसको मिलता जग में सुख ।। अब सोच रहा इतना पगला तब । खुद कैद हुआ घर मे अपने जब ।।... Hindi · मुक्तक 2 271 Share RAMESH SHARMA 25 Jan 2017 · 1 min read नित्य नये षडयंत्र मात्र ख़िलौना रह गया अपना अब गणतंत्र ! भ्रष्टाचारी देश का , चला रहे जब तंत्र ! राजनीति मे आज की, आती है दुर्गन्ध , जिसको देखो रच रहा, नित्य... Hindi · मुक्तक 2 1 311 Share RAMESH SHARMA 1 Apr 2020 · 1 min read छंद चौपाई याद मुझे बचपन की आई । कहती थी जो चाची ताई । चाहे जो भी कहे लुगाई । लड़ना मत आपस मे भाई । काम करो हरगिज मत ऐसा। आए... Hindi · मुक्तक 2 1 369 Share RAMESH SHARMA 4 Sep 2019 · 1 min read सारवती छंद शारद मातु दया करिए ,..शीषहुँ धूलि पगा धरिए ! बुद्धि सुबुद्धि मती करिए,छंद कवित्त कमी हरिए !! लेखनि मातु विराज सदा,अक्षर भाव भरो शुभदा ! छंद सरस्वति गूढ महा,...मंद मती... Hindi · मुक्तक 2 491 Share RAMESH SHARMA 26 Jun 2019 · 1 min read प्रमाणिका छंद समीप प्राण नाथ थे! हसीन स्वप्न साथ थे ! निगाह बोल सैन से ! ..डिगे न नैन नैन से !! सुनी दहाड दामिनी ! ....लगी महा डरावनी ! समा गई... Hindi · मुक्तक 2 535 Share RAMESH SHARMA 2 Aug 2023 · 1 min read लगे अखरने शक्ल के, बीवी को जब बाल लगे अखरने शक्ल के, बीवी को जब बाल । मैने फ़ौरन ही उन्हें, ..जड़ से दिया निकाल । इक दूजे की बात को, लिया अगर जो मान । रहता है... Hindi · मुक्तक 2 381 Share RAMESH SHARMA 1 May 2019 · 1 min read मदलेखा छंद राधा के गिरधारी,मीरा के बनवारी ! मेरी भी सुध लेना,पीड़ाएं हर लेना ! मैं भी राह निहारूँ ,ले ले नाम पुकारूँ ! आओ मोहन आओ,नैया पार लगाओ ! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 2 1 632 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read आए जिनको देश मे (दोहा मुक्तक) आए जिनको देश मे,.....घोटाले ही रास ! ऐसों से यह देश भी, कभी न रखता आस !! किया जिन्होने आजतक,जमकर भ्रष्टाचार, वे ही करने लग रहे, मोदी का उपहास !!... Hindi · मुक्तक 2 215 Share RAMESH SHARMA 23 Nov 2023 · 1 min read पलकों की दहलीज पर पलकों की दहलीज पर, रहा जोहता बाट । खुले नही पर नैन के, उनके कभी कपाट । खोलेंगे इक रोज तो, कभी वे अपनी आंख, मैने अपनी डाल दी ,... Hindi · मुक्तक 2 123 Share RAMESH SHARMA 30 Apr 2019 · 1 min read मदलेखा छंद देखो सावन आया, प्रेमी के मन भाया ! बंशी कृष्ण बजाओ, कोई राग सुनाओ ! वादा भूल न जाना, सैंया जी घर आना ! रो-रो रात बिताऊँ, पीड़ा पी रह... Hindi · मुक्तक 2 1 428 Share RAMESH SHARMA 26 Jul 2019 · 1 min read भद्रिका छंद प्राणनाथ सुन लीजिए, हो उदार वर दीजिए ! एक रोज इतवार का,संग साथ परिवार का !! नाथ भक्त तुम में रमा, ......भूल चूक पर दो क्षमा ! जन्म-जन्म यह साथ... Hindi · मुक्तक 1 367 Share RAMESH SHARMA 4 Jul 2018 · 1 min read मनाना भी नही आया (विधाता छंद मुक्तक ) मनाना भी नही आया ,सताना भी नही आया | मुझे उनसे मुहब्बत है, जताना भी नही आया | दिवाना हो गया हूँ मै, अदाओं का वफाओं का | बहुत कीं... Hindi · मुक्तक 1 259 Share RAMESH SHARMA 10 Aug 2018 · 1 min read ताटंक छंद मुक्तक इस दुनिया मे सचमुच उनके,होते वारे न्यारे हैं! राजनीति मे नेताओं के,....होते जो भी प्यारे हैं! जाँच परखने मे मुझको ये,बात समझ मे आई है, काल कोठरी यह काजल की,रहते... Hindi · मुक्तक 1 290 Share RAMESH SHARMA 8 Apr 2020 · 1 min read मदिरा सवैया राम चले तब ज्ञात हुआ धनुआ पर डोर चढावत है । राघव की मन मोहक सूरत देख सिया शरमावत है । एक हुए दुइ नैन वहां तब चैन कहां तन... Hindi · मुक्तक 1 257 Share RAMESH SHARMA 19 Oct 2022 · 1 min read बना रहे ये प्यार बीवी ने मुस्कान ले, ....पूछा कर मनुहार ! अब के करवा चोथ पर,क्या दोगे उपहार !! देने को तो आपने, सब कुछ दिया रमेश, सौ जन्मो तक आपका,बना रहे ये... Hindi · मुक्तक 1 112 Share RAMESH SHARMA 20 Oct 2022 · 1 min read इतना करो यकीन छिन जाये हर चीज पर, इतना करो यकीन ! हुनर आपके हाथ का ,.कोई सका न छीन !! आ जाती हैं अडचने,जीवन मे कुछ यार, रहो कार्य में तुम निरत,... Hindi · मुक्तक 1 102 Share RAMESH SHARMA 1 Nov 2023 · 1 min read जीऊं जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ लगे सुहागन को वहाँ, करवा चौथ विराग । सरहद पर तैनात हो,जिसका अमर सुहाग । जीऊँ जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ , उसका करवा चौथ पर ,सोचे यही... Hindi · मुक्तक 1 95 Share RAMESH SHARMA 19 Dec 2023 · 1 min read कलमकार का काम है, जागृत करे समाज जात पात की हो गई, अगर कलम को खाज । उसका होता भी नही, हरगिज कभी इलाज ।। समझेंगे कब क्या पता, सही गलत का फर्क , कलमकार का काम... Hindi · मुक्तक 1 130 Share RAMESH SHARMA 14 Mar 2024 · 1 min read झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें होता नहीं है उनका दीदार क्या करे । पहलू में जा के उनके हर बार क्या करे। खेला है जिन्दगी का हमने भी इक जुआ, खुलता नहीं किस्मत का द्वार... Hindi · मुक्तक 1 92 Share RAMESH SHARMA 22 Mar 2017 · 1 min read माँ जाती जब झूम आती हैं यादें कभी, बचपन की कुछ घूम ! शाला से घर लौटते, ..माँ लेती थी चूम ! पल में होते दूर सब, .जीवन के दुख दर्द , गोदी मे... Hindi · मुक्तक 1 444 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read भारत माँ को हो रहा (दोहा मुक्तक) भारत माँ को हो रहा, ..इसका बडा मलाल! उसके हुए शहीद फिर,सीमा पर कुछ लाल! दहशत से ससांर को ,कैसे मिले निजात, दिल मे सबके उठ रहा,कब से यही सवाल!!... Hindi · मुक्तक 1 359 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read दिल मे जिनके पाप है (दोहा मुक्तक ) दिल मे जिनके पाप है, नीयत मे भी खोट! काले धन की नीति नव,उनको रही कचोट !! पासे उल्टे हो गये, ....उनके सभी रमेश, बदले मे जो नोट के, ...माँग... Hindi · मुक्तक 1 300 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read नाजायज जायज लगे (दोहा मुक्तक) नाजायज जायज लगे, जायज न्यायविरुद्ध ! जहाँ भावना मर्म की, होती नहीं विशुद्ध !! करें बुराई का सदा,खुलकर मित्र विरोध , पडे जरूरत कीजिए, खातिर उसकी युद्ध! रमेश शर्मा Hindi · मुक्तक 1 370 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read बीवी को आई नही (दोहा मुक्तक ) बीवी को आई नही,.....पाकिट मारी रास! मोदी जी की चाल इक, बनी गले की फास ! अलमारी से आगये,स्वत: छिपे सब नोट, चौकन्ने शौहर हुए, बचा नही कुछ पास!! रमेश... Hindi · मुक्तक 1 456 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read बाजारों में मच गया (दोहा मुक्तक ) बाजारों में मच गया, जमकर हाहाकार ! आतंकी हैं खौफ में, जनता है लाचार !! नोट हजारी पांच सौ, हुए आज से बंद, आयी है अब रंग में, मोदी की... Hindi · मुक्तक 1 236 Share RAMESH SHARMA 4 Jan 2017 · 1 min read उल्टे सीधे रोग सब. (मुक्तक) उल्टे-सीधे रोग जब,ले जीवन मे पाल ! फिर भी चाहे आदमी,तू रहना खुशहाल! नही हटाया वक्त पर,इनको अगर रमेश, बन जायेंगे एक दिन,ये जी का जंजाल!! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 1 268 Share RAMESH SHARMA 10 Jan 2017 · 1 min read आये हमारे पास वो पूरे "हिजाब" में आये हमारे पास वो पूरे "हिजाब" में ! रोशन हो शम्मा जैसे बुझते "चराग" में !! चश्मे-बसर से खुद को कैसे बचाओगे ! हर कोई ढूंढ लेगा तुमको "शराब" में... Hindi · मुक्तक 1 193 Share RAMESH SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read गिरफ्तार खबरें बुरी, अच्छी सभी फरार लथपथ है जब खून से, पूरा ही अखबार ! उस पर रखकर रोटियां, कैसे खाएं यार !! व्यवसायिक प्रतियोगिता, पडे दिखाई आज, गिरफ्तार खबरें बुरी, अच्छी सभी फरार !! रमेश... Hindi · मुक्तक 1 233 Share RAMESH SHARMA 12 Jan 2017 · 1 min read लेता है निर्णय वही,.जैसा कहे विवेक कोई न्यायाधीश हो, या हो मानव नेक ! लेता है निर्णय वही,.जैसा कहे विवेक !! दिल दिमाग से लें नहीं, निर्णय आज रमेश, कहीं सिफारिस धन कहीं,ऐसे व्यक्ति अनेक!! रमेश... Hindi · मुक्तक 1 214 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2017 · 1 min read नेता मेरे देश के सेवा करें समाज की, निजी स्वार्थ हर त्याग ! क्यों ऐसे लेते नही,....... राजनीति मे भाग ! यही तसल्ली स्वयं को, देता हूँ हर बार, नेता मेरे देश के, जायेंगे... Hindi · मुक्तक 1 397 Share RAMESH SHARMA 28 Feb 2017 · 1 min read भ्रस्टाचार आचार सरे आम अब बिक रहा भ्रस्टाचार आचार ... जनता खाने लग रही हो कर के लाचार... हो कर के लाचार समझ में कछु नही आवे. खावे जो तो मरा ,... Hindi · मुक्तक 1 244 Share RAMESH SHARMA 18 Jul 2018 · 1 min read ताटंक छंद बात बात पर करें सियासत, नेताओं का धंधा है! मतदाता पर जान बूझ कर,हो जाता क्यों अंधा है! बातों में इनकी आ जाती,जनता बिल्कुल भोली है! नेताओं ने बात कौन... Hindi · मुक्तक 1 548 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2017 · 1 min read माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार ख़त्म रसोई में हुआ , खाना जितनी बार ! माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार !! किया हमेशा सोचकर,माता ने ये त्याग, रमे सभी निज कार्य में ,... Hindi · मुक्तक 1 370 Share RAMESH SHARMA 20 Apr 2017 · 1 min read लगती नाजुक फूल सी रिश्तों मे दिखता नही,.वहाँ जरा भी चाव ! जहाँ दिलों मे प्यार का,जलता नही अलाव ! किया नही इस बात पर,जल्दी अगर विचार, हो जाता है एक दिन,आपस मे टकराव!... Hindi · मुक्तक 1 300 Share RAMESH SHARMA 5 May 2017 · 1 min read बुरे वक्त में पास कौन करेगा आपकी,......बातों पर विश्वास! अगर जगाकर तोडदी, सहज किसी की आस! कथनी करनी एक हो, तभी मिले सम्मान, वरन रहेगा कौन फिर, बुरे वक्त में पास !! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 1 302 Share RAMESH SHARMA 28 Nov 2017 · 1 min read लिखे लेखनी छंद मातु शारदे को सुमिर , .....लिखे लेखनीं छंद ! भाव शब्द कुसुमित हुए , बिखरा मधु मकरंद ! लग जाए जज्बात का,अगर सुगंधित छौंक, पाठक पढ प्रमुदित मना ,पावे परमानंद... Hindi · मुक्तक 1 518 Share RAMESH SHARMA 17 Feb 2018 · 1 min read बेगम के रूठने का सामान हो गया मेरी बगल मे उनका मकान हो गया बेगम के रूठने का सामान हो गया ! आये वो दर पे मेरे करने मुझे सलाम घर जंग का तभी से मैदान हो... Hindi · मुक्तक 1 410 Share RAMESH SHARMA 17 Feb 2018 · 1 min read कोयल है सिरमौर सुबह कहे कुछ और ही,कहे साँझ कुछ और ! यू ही बदले जिन्दगी , ....कह रमेश कर गौर ! आई है ऋतु प्रेम की,आया नया बसंत, सब पक्षी चाकर बने,कोयल... Hindi · मुक्तक 1 322 Share RAMESH SHARMA 9 Apr 2018 · 1 min read दोहों से आधार दोहों में बातें करूँ,.... दोहों में व्यापार ! दोहों से सर हो गया, अब मेरा किरदार !! होता है इस बात का, लेकिन मुझे मलाल, जुड़ा नही क्यों आजतक, दोहों... Hindi · मुक्तक 1 398 Share RAMESH SHARMA 29 May 2018 · 1 min read जीवन के आधार (सरसी छंद) ईश्वर के दो रूप सही है, निराकार साकार ! सृजनहार हैं सत्य सृष्टि के,है इनसे आधार! दिये सृष्टि ने हमे अनगिनत, नित्य मित्र उपहार! समझेगा कब इसे आदमी, ...इनसे है... Hindi · मुक्तक 1 245 Share RAMESH SHARMA 27 Jun 2018 · 1 min read विधाता छंद "मुक्तक" समय के साथ तो हमको, कभी ढलना नहीं आया I नदी के संग धारा में, .........हमें बहना नहीं आया I ख्वाहिशें हो नही पाई,कभी भी आज तक पूरी, हमें कहना... Hindi · मुक्तक 1 540 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2016 · 1 min read जनता को इस देश की ( दोहा मुक्तक) जनता को इस देश की,होता यही मलाल! नए नोट लेकर फिरें, फिर से नटवरलाल ! नोट बंद का फैसला,क्या है गलत रमेश, दिल मे उठने लग गया,सब के यही सवाल!!... Hindi · मुक्तक 1 405 Share