सोबन सिंह रावत 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सोबन सिंह रावत 1 Apr 2018 · 1 min read पहाड़ी दर्द दिल के जज्बातों को आखिर दबाओगे कब तक ।। छोड़ अपने गांवों को शहर बसाओगे कब तक।। बहुत बढ़ चली है भीड़ शहरों की गलियों में। इस भीड़ में खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1k Share सोबन सिंह रावत 24 Nov 2017 · 1 min read बहारों का जमाना । क्या फिर लौट के आएगा,जमाना बहारों का ? रूठा हुआ है आजकल मैखाना यारों का ।। थकते न थे जो साथ चलते हुए, चुपचाप बैठें हैं हाथ मलते हुए।। खामोश... Hindi · कविता 4 2 1k Share सोबन सिंह रावत 4 Jan 2018 · 1 min read जतन किये जतन बहुत,मना न सका तुझे यारा ।। चल एक बार फिर से,अजनबी बनें दोबारा ।। महसूस करें,मिलन ख्वाब था हमारा ।। टूटी नींद तो डर के,भाग गया बेचारा ।।... Hindi · कविता 4 1 937 Share सोबन सिंह रावत 17 Jun 2021 · 1 min read मेरी नानी ममा से ज्यादा मुझको,भाती मेरी नानी है । बाँहो का झूला बनाकर, झुलाती मेरी नानी है। तोतली बोली बनाकर, बुलाती मेरी नानी है। गोदी में थपकी लगाकर, सुलाती मेरी नानी... Hindi · गीत 4 733 Share सोबन सिंह रावत 12 Jan 2018 · 1 min read जमाने की राहें चलते रहो राहों पर जमाने की ,राहें कब बदल जाएं कहना मुश्किल ।। कब घोंप दे कोई अपना ही पीठ पर खंजर ,आहें कब निकल आएं कहना मुश्किल ।। बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 2k Share सोबन सिंह रावत 29 Oct 2017 · 1 min read रूठा यार रूठा मेरा यार,न जाने क्योँ? छोड़ा मेरा साथ, न जाने क्यों? रोयें जज्बात,न जाने क्यों? बिना बात की बात,न जाने क्यों? दिल तो था उदास, न जाने क्यों? दोस्ती न... Hindi · गीत 1 566 Share सोबन सिंह रावत 24 Apr 2018 · 1 min read सोशियल मीडिया । सोशियल मीडिया? आखिर है क्या? क्या है इसका मतलब? सोशियल मीडिया यानि सामाजिक वार्तालाप का माध्यम,लेकिन जितनी असामाजिक बातें भारत में इस पर हो रही हैं,शायद और किसी देश में... Hindi · लेख 1 544 Share सोबन सिंह रावत 21 Jun 2023 · 1 min read भारत का परचम धारे खा गए ,नाले खा गए , कुछ जीजे खा गए , कुछ साले खा गए , कुछ गोरे खा गए , कुछ काले खा गए , गोरे गए ,काले... Hindi 1 597 Share सोबन सिंह रावत 28 Nov 2017 · 1 min read लैंग्वेज प्रॉब्लम । अगर आपका कोई मित्र आपसे ढाई दशक के बाद इस बात से मुंह फुला दे कि आपकी भाषा सही नहीं है,यानि आज के परिपेक्ष में कहें तो लैंग्वेज प्रॉब्लम है,इसलिए... Hindi · लघु कथा 592 Share सोबन सिंह रावत 18 Mar 2023 · 1 min read समय की धार ! समय और समय की धार, बहती है तीव्र,कई हैं इसमें मझधार , दुनिया चल रही है, भीड़ है अपार, ईर्ष्या द्वेष, घमंड हो रही तकरार , मानव सभ्यता हो रही... Hindi 1k Share सोबन सिंह रावत 3 Oct 2017 · 1 min read अजनबी बॉस । कुछ दिन पहले की बात है । मेरे एक परिचित मेरे बॉस बनकर आए। शायद मुझसे अधिक खुशी किसी और हुई हो। मैं अपने सहकर्मियों के साथ उनके स्वागत एवम... Hindi · लघु कथा 790 Share सोबन सिंह रावत 17 Oct 2017 · 1 min read बेमेल दोस्त वर्षो का याराना,साथ उठना, बैठना,खाना ,आना -जाना फिर भी बिना बात के रूठ जाना,सोचने पर मजबूर करता है,क्या ये सचमुच का याराना है या बेमेल गठबंधन,मतलब के लिए मजबूरी की... Hindi · लघु कथा 946 Share सोबन सिंह रावत 9 Nov 2017 · 1 min read बेरहम दौर बेरहम है दौर ये,जमाना बदल गया।। दोस्त और दोस्ती का, पैमाना बदल गया।। रिश्ते और रिश्तों को,निभाना बदल गया।। लबों से पूछो जरा,क्यों मुस्कराना बदल गया।। हुई क्या खता,कि याराना... Hindi · कविता 874 Share सोबन सिंह रावत 19 Nov 2017 · 1 min read हाफ कोट और कुर्ती । नेताओं की पहचान क्या है? वैसे तो बड़े नेताओं की अनेक पहचान है,जिससे आप सभी परिचित हैं,लेकिन शुरुवाती दौर में अगर कोई खादी की सफ़ेद कमीज पजामा व वास्कट पहन... Hindi · लेख 703 Share