प्रशांत शर्मा "सरल" Language: Hindi 43 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रशांत शर्मा "सरल" 5 Jul 2021 · 2 min read "एक फोन" एक फोन अचानक मुझे एक फोन आया,मैं दौड़कर मोबाइल के पास पहुँचा क्योंकि आजकल खतरे की घंटी की ज्यादा आशंका रहती है,मैंने कॉल अटैण्ड करते हुए पूछा-''कौन ?'' उत्तर मिला,... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 14 557 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 5 Jul 2021 · 2 min read "हिसाब" हिसाब धनपत और मोहन आपस में अच्छे दोस्त थे। दोनों का जैसा नाम वैसा काम था।धनपत की इच्छा रहती कि मैं बहुत धनवान बन जाऊँ,लोग मुझे वास्तव में धनपत कहें,चारों... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 8 762 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 12 Feb 2021 · 1 min read "कुछ खत मुहब्बत के" कुछ खत मुहब्बत के याद आने लगे हैं वो प्यार के गीत फिर गुनगुनाने लगे हैं। मन को समझाता हूं मगर समझता नहीं दिल में तस्वीर बनकर वो छाने लगे... Hindi · कविता 3 9 358 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 24 Mar 2020 · 1 min read *संभल कर चल* * *फिजाओं में जहर है संभल कर चल* *अब टूटा कहर है संभल कर चल* *मत दिखा होशियारी अपनी यहां* *जब उसकी लहर है संभल कर चल* *कदमों को रोक कुछ... Hindi · कविता 2 1 630 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 19 Jan 2019 · 1 min read महाकुंभ आया महाकुंभ रे महाकुंभ जहाँ लगी पताका गगनचुंभ। वहां अमृत की बूंदें बरसे जहाँ देव सभी आने तरसे।। भूमंडल में डंका बजता है विश्व मंच जहां सजता है। देश का... Hindi · कविता 1 273 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 20 Jun 2018 · 1 min read पत्नी पत्नी जीवन और संसार होती है जिंदगी सफर में रफ्तार होती हैl चिंता से जब चेहरा मुरझाए हरकर मुस्कुराता दुलार होती है जीवन जब आंधी से घिर जाए ऐसे वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 415 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 28 Jan 2018 · 1 min read बसंत कुण्डलिया ताजा मौसम अब हुआ, उठी बसंत बहार मन मयूर के साथ में, नाच उठा संसार नाच उठा संसार, मगन खग दिखे गगन में दमकें लाल गुलाब, सुगंधी छाय पवन में... Hindi · कुण्डलिया 312 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 6 Dec 2017 · 1 min read "चुप्पी" चुप्पी आपकी कुछ राज कह रही है। बंद कमरों सा कुछ काज कह रही है बोलना पड़ेगा तुम्हें आखिर एक दिन। उस वक्त के सफर का साज कह रही हैं... Hindi · कविता 412 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 4 Nov 2017 · 1 min read प्रकृति और मानव नित शीतल चाँदनी धरा पर अब सर्वत्र चमक रही है। फिर भी राहो में क्यों मानो अग्नि दहक रही है। बागों में फूल कलियां वे और चिड़िया चहक रही है।... Hindi · कविता 546 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 6 Oct 2017 · 1 min read "*कृष्ण महारास*" किया सोलह श्रृंगार मिले पूनम का प्यार। कान्हा तुमको आज आना ही पड़ेगा। ना चलेगा अब बहाना बांसुरी लेकर तुमको आना। चांद को भी अमृत बरसाना अब पड़ेगा। न आये... Hindi · कविता 538 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 13 Sep 2017 · 1 min read *हिन्दी भाषा* विश्व की सारी भाषा जानो सब की बाप तुम हिंदी मानो। स्वामी जी ने भी रंग जमाया अमेरिका में हिंदी को जगाया। आत्मीय भाषा यह कहलाए और अपनेपन का भाव... Hindi · कविता 366 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 7 Aug 2017 · 1 min read *रक्षाबंधन* *रक्षाबंधन* बहिन का वंदन भाई का चंदन कलाई में रक्षा का वरदान है। भाई बहन के प्रेम का बंधन रक्षाबंधन संस्कृति की पहचान है। श्रावण में बरसात की फुहारें करती... Hindi · कविता 534 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 7 Aug 2017 · 1 min read *रक्षाबंधन* *रक्षाबंधन* बहिन का वंदन भाई का चंदन कलाई में रक्षा का वरदान है। भाई बहन के प्रेम का बंधन रक्षाबंधन संस्कृति की पहचान है। श्रावण में बरसात की फुहारें करती... Hindi · कविता 494 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 6 Aug 2017 · 1 min read *मेरा यार* *मेरा यार* मेरा यार बड़ा ही सादा है दिल कहता है मुझसे उससे मिलने का इरादा है दिल कहता है मुझसे। कटती जिंदगी में हर वक्त जिसका सहारा मिला उसका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 298 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 23 Jul 2017 · 1 min read शिव कुंडलिया मिले सभी को शिवकृपा,आया श्रावण मास। भूतनाथ इक फूल से, करते पूरी आश।। करते पूरी आश,कि प्यारे रोज मनाओ। संकट होंगे बाम, बंधु नित फूल चढ़ाओ। कह प्रशांत कविराय, सीख... Hindi · कुण्डलिया 297 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 10 Jun 2017 · 1 min read "लड़ता हूँ" अब लड़ता नहीं यार जीतने के लिए। लङता हूं बस दिल बहलाने के लिए। जीत जीत कर थक चुका हूं मेरे हमदम। अब लड़ता हूं बस तुझे जिताने के लिए।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 529 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 24 May 2017 · 1 min read "जीवन में हम" दो शरीर एक श्वांस हैं हम, एक दूजे के खास हैं हम। दूर भले हम कितने रह लें, दिल के मगर अति पास हैं हम। प्रेम-सुधा उर में भर घूमें,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 24 May 2017 · 1 min read "चेहरे गाँवो के" चेहरे गाँवों के हैं बदले जन-मन में स्वारथ का पहरा, हुई नदारद शर्म-हया अब अलग दिखे गाँवों का चेहरा। प्रकृति वादियों में था विचरण, दिखे न अब वह कहीं आचरण।... Hindi · कविता 389 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 18 May 2017 · 1 min read "छात्र" छात्र देश की शान है,माने सकल जहान अवसर गर उसको मिले,बढ़े सभी का मान बढ़े सभी का मान, जगत् रोशन कर डालें कर विद्या का दान,ज़िन्दगी सफल बना लें. कह... Hindi · कुण्डलिया 493 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 17 May 2017 · 1 min read "गरमी की दुपहरी" गरमी की ये दुपहरी,बनी आग का ताज़। किरणों से तपती धरा,कैसे होवे काज। कैसे होवे काज,पसीना तन पर आये। राह दिखें सब शांत,ह्रदय को कुछ ना भाये।। कह प्रशांत कविराय,आयगी... Hindi · कुण्डलिया 315 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 14 May 2017 · 1 min read "माता" *मातृदिवस पर माता के चरणों में समर्पित कुंडलिया* * "माता"* माता माता सब कहे,मैं भी कहता आज। करता जननी साधना, रहता जिन पर नाज। रहता जिन पर नाज, तुम्हीं से... Hindi · कुण्डलिया 641 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 8 May 2017 · 1 min read "बादल" बादल काले छाँय जब,अंबर में घनघोर। चातक गाते गीत नव,मोर मचाये शोर। मोर मचाये शोर ,कृषक जन है हर्षाते। बरसे नीर अपार ,मेंढक हैं टर्राते। कह प्रशांत कविराय ,मुदित दिखते... Hindi · कुण्डलिया 1 487 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 6 May 2017 · 1 min read "पर्यावरण" रक्षित हो पर्यावरण,करना बस इक काम। वृक्ष लगायें हर तरफ, ले के हरि का नाम। ले के हरि का नाम ,वृक्ष हैं बहुत जरूरी। होगा जाग्रत देश, कामना होगी पूरी।... Hindi · कुण्डलिया 846 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 3 May 2017 · 1 min read "मजदूर" मंजिल तुम्हारी रहा श्रम हमारा। करता रहा क्यों जमाना किनारा। मैं भी तेरी दुनिया से दूर नहीं हूं मैं मजदूर हूं मजबूर नहीं हूं । श्रम के स्वेद से रचा... Hindi · कविता 581 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 23 Apr 2017 · 1 min read "सियासत" सियासत का बस धर्म एक,सत्ता मिलें बस यार। मैं बैठा बेटा पाए,मूरख सब संसार। राजा है पर धर्म नही ,नीति बिना ये राज।। रामराज्य की बात हो, कैसे होवे काज।... Hindi · दोहा 473 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 23 Apr 2017 · 1 min read "अहंकार" अहंकार से ना बचें, राजा रंक फकीर। दूजे सह खुद भी मिटें,घात होय गंभीर।। अहंकार के साथ चला, लेकर के कुछ आस। चार कदम ही चल सका,राहें मिला विनाश।। रावण... Hindi · दोहा 377 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 21 Apr 2017 · 1 min read "नयी सोच" गीता और कुरान बना लो नयी सोच को, रामायण का गान बना लो नयी सोच को। क़दम-क़दम चल देश की ख़ातिर अब वंदे, भारत का गुणगान बना लो नयी सोच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 444 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 20 Apr 2017 · 1 min read "शब्द आराधना" शब्द -आराधना करके बनता है महान मानव इससे ही सुनता है भाव भगवान ये कमाल है शब्दों की शक्ति का जिससे बढ़ती है न सिर्फ़ भक्ति अपितु ज्ञान का खजाना... Hindi · कविता 276 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 17 Apr 2017 · 1 min read "सच बेगाना" मौसम की बहार में अब दगन हो गयी। दिलो में जेठ सी जलन हो गयी। पर वक्त का अपना पैमाना होता है। अरे मानव सच बेगाना होता है । आज... Hindi · कविता 519 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 14 Apr 2017 · 1 min read "दीपक" जिनके हो विचार ऊंचे ,कदम तो खुद बा खुद बढ़ जाते हैं। जग रोशन करने के लिए, वह खुद दीपक बन जाते है। जलने की पर्वाह कहां ,वह तो जल... Hindi · कविता 468 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 5 Apr 2017 · 1 min read "मेरी जिंदगी" मेरी जिंदगी कटीली झाडियो की उलझन बन गयी है। मानो डलियो की बीच फूलो की अनबन बन गयी है। तन्हा कटे या तेरे संग जिंदगी सोचता रहता हूँ। कोई न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 538 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 31 Mar 2017 · 1 min read "मां" माता सिंह पर सवार उनके नव अवतार। सुबह शाम उनको नमन हम करते हैं। देती सबको उपरहार भरती जीवन में संचार। पाकर कृपा पापी कामी भव पार को करते हैं।... Hindi · कविता 748 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 22 Mar 2017 · 1 min read "जिंदगी" जिंदगी हमेशा मजबूर नहीं होती। किस्मत हमेशा भरपूर नहीं होती। दुनिया को रंग बदलते देखा है मैंने। जिंदगी हर समय मशहूर नहीं होती। वक्त की नजाकत पहचान ली जिसने। उसकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 476 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 22 Mar 2017 · 1 min read "हिंद की जय" एक चिड़िया आसमां में,पंख फैला उड़ रही। हिंद की जय, हिंद की जय,गीत मधुकर गा रही। है नमन तुमको शहीदो,खुल के हमने सांस ली। उस अमिट बलिदान को,हम भूल पाएंगे... Hindi · कविता 440 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 20 Mar 2017 · 1 min read गधे का दर्द एक गधे ने ब्रह्याजी को अपना अपना दर्द सुनाया। ब्रम्हण मुझ पर ही क्यों मूर्खता का उदाहरण फरमाया। इतना कहकर गधे को रोना आय। सुनकर ब्रह्मा जी का दया भाव... Hindi · कविता 1 1 785 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 14 Mar 2017 · 1 min read "युवा प्रेरणा" हे युवा जाग कुछ करके दिखा दे कर्म ऐसा कर सारे जग को हिला दे मातृभूमि की आन बनो तुम देश का स्वाभिमान बनो तुम साहस और सम्मान बनो तुम... Hindi · गीत 1k Share प्रशांत शर्मा "सरल" 3 Mar 2017 · 1 min read "होली" होली खेलो यार मीत ,यह बात मैं दिल से करता हूं। रंग में भर के प्यार आज,दुनिया को रंग मैं रंगता हूं। प्रेम का आधार है होली। मिलन का त्यौहार... Hindi · कविता 258 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 25 Feb 2017 · 1 min read प्रकृति बादलों की गरजती ध्वनि में,बरसा की छमछम सुहानी लगती है । अमावस्या की काली रात में,जो जुगनू दीवानी लगती है। माना पलक झपकते बदलते,मंजर प्रकृति के पल पल। पूनम की... Hindi · कविता 664 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 19 Feb 2017 · 1 min read "बाबुल का आंगन" बाबुल का आंगन लगे ,प्यारा जहां बीता बचपन सारा। याद आती मेरे मन में ,वह बात दिन रात है। अंगना दौड़े आंखें मीचे ,माता आती मेरे पीछे। बाबुल बोले खेलो... Hindi · कविता 1k Share प्रशांत शर्मा "सरल" 7 Feb 2017 · 1 min read "संघर्ष" संघर्ष करो संघर्ष करो संघर्ष हमारा नारा हो। जीवन पथ पर बढे चलो यह जीवन सबसे न्यारा हो। लिया जनम धरा पे जिसने वही आंख कान सब पाए हैं। जीवन... Hindi · गीत 376 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 3 Feb 2017 · 1 min read "मानव" मानव सृष्टि की सुंदर रचना कदम-कदम पर हमें है बचना। कर्म सदा करते ही रहना फल की इच्छा कभी न करना। मानव सृष्टि.......... कदम कदम......... कृपा ईश की जन्म हमारा... Hindi · कविता 443 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी बेटा होता घर का लाडला तो बेटी लाडली होती है। बेटा मानो फूल है घर का तो खुशबू बेटी होती है। उछल कूद गर बेटा करता वह चिड़िया सी चीं... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 845 Share प्रशांत शर्मा "सरल" 17 Jan 2017 · 1 min read बेटी बेटा होता घर का लाडला तो बेटी लाडली होती है। बेटा मानो फूल है घर का तो खुशबू बेटी होती है। उछल कूद गर बेटा करता वह चिड़िया सी चीं... Hindi · कविता 817 Share