प्रदीप कुमार दाश "दीपक" Tag: कविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 23 May 2018 · 1 min read सेदोका दो सेदोका ----00---- कंटक पथ सफर पथरीला साथी संग जीवन कर लो साझा होगा लक्ष्य आसान मिलेगी सफलता । मरु प्रदेश मेघों का आगमन है, जीवन संदेश सूखे तरु का... Hindi · कविता 778 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 21 May 2018 · 1 min read जापानी छंद : कतौता प्रदीप कुमार दाश "दीपक" Katauta : कतौता 01. धरा की थाती निर्मल प्राण वायु यही दीप की बाती । ------0----- 02. देहरी दीप गूंजी जो किलकारी दादी दादा हर्षित ।... Hindi · कविता 896 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 22 Oct 2017 · 4 min read कस्तूरी की तलाश (पाँच रेंगा) __________________________________ कस्तूरी की तलाश ( विश्व का प्रथम रेंगा संग्रह ) अयन प्रकाशन दिल्ली संपादक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" रेंगा क्र. 01 0 जीवन रेखा रेत रेत हो गई... Hindi · कविता 1 1 672 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 28 Jun 2017 · 2 min read क्षणिकाएँ प्रदीप कुमार दाश "दीपक" दस क्षणिकाएँ : --------- 01. स्वप्न -------------- क्षितिज ....... छूना आसान छू लूँ .... व्यर्थ न हो स्वप्न सहेज तो लूँ पहले अपने हिस्से के आकाश... Hindi · कविता 590 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 20 Apr 2017 · 1 min read चार चोका प्रदीप कुमार दाश "दीपक" --------------------- चार चोका ¤¤¤¤¤¤¤ 01. पूर्वा की गोद खेले शिशु सूरज भव्य ये दृश्य खिल उठी री धूप ! देख प्रसन्न बगिया के सुमन हो कर... Hindi · कविता 459 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 22 Jan 2017 · 1 min read तीन तांका प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~~~~~~~~~~~~~~~~~ तांका 01. शरद रात मध्य रात्रि का चाँद हो पुलकित दे गया पूनो को वो पियूष की सौगात । ----0---- 02. शरद रात आज पूनो... Hindi · कविता 430 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 22 Jan 2017 · 1 min read दो सेदोका प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ----------------- दो सेदोका 01. दीपक जला रोशन कर चला वह जग समूचा राह दिखाता थकी, हारी व झुकी निविड़ तम निशा । ----0---- 02. बूढ़ा दीपक... Hindi · कविता 546 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 22 Jan 2017 · 1 min read चार सेदोका प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ----------------- चार सेदोका 01. ईश की धुन जीवन एक थाप मन रागिनी सुन पाखी की भाँति तृण-तृण को चुन गुना सृजन गुन । ----00---- 02. दीप... Hindi · कविता 513 Share प्रदीप कुमार दाश "दीपक" 22 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ प्रदीप कुमार दाश "दीपक" बेटियाँ ----------- बेटियाँ बाती स्वयं को वे जलातीं उजास लातीं महकातीं आँगन घर खुशियाँ लातीं नन्हीं कलियाँ चहकतीं पंछियाँ हँसतीं गातीं फूल बनीं बेटियाँ घर महका... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 743 Share