ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: मुक्तक 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2022 · 1 min read दोजख की आग खुदा को जो नहीं मानते आज के इंसान , तो उससे खौफ कैसे खायेंगे ? जिस्म को ही अपनी पहचान समझ बैठे, रूह की हैसियत को क्या मानेंगे । गुनाहों... Hindi · मुक्तक 1 749 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Nov 2021 · 1 min read क्रोध :विनाश का कारण क्रोध अहंकार से प्रारंभ होता है , और विनाश पर समाप्त होता है । क्रोध से घर ,देश और समाज की , सुख ,समृद्धि ,शांति,प्रेम ,मान , सम्मान सब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 3 695 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2017 · 1 min read कारवां जिंदगी का ... (मुक्तक ) हजारों कारवां आयेंगे जिंदगी में, एक कारवां छूट गया तो क्या हुआ ? हजारों चमकते सितारे है आसमां में, एक सितारा उनमें टूट गया तो क्या हुआ ? हजारों दिल... Hindi · मुक्तक 657 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Dec 2021 · 1 min read सौंदर्य प्रतियोगिता या अंग प्रदर्शन विश्व सुंदरी का खिताब जीतना , समझते लोग गौरव की बात । मगर सौंदर्य प्रतियोगिता के बहाने, नारियों द्वारा अंग प्रदर्शन करना , क्या नहीं अनुचित बात ? Hindi · मुक्तक 1 4 606 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Dec 2021 · 1 min read मुझे निर्दयता से मत तोड़ो अंकल ! एक मासूम कच्ची कली हूं मैं , मां के आंचल की गुड़िया, और पिता की नन्ही परी हूं मैं । मुझ पर बुरी नजर न डालो , मुझ मत रहम... Hindi · मुक्तक 520 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Dec 2021 · 1 min read जननी का कर्तव्य किसी विद्वान ऋषि ने कहा था - "" जननी जने तो भक्त जन ,या दानी या शूर , नहीं तो जननी बांझ रहे , काहे गंवाए नूर। और अब -... Hindi · मुक्तक 1 2 607 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Dec 2021 · 1 min read ऊंची पहुंच तुम्हें भारत रत्न नहीं मिलेगा "ए रफी" चाहे हम तुम्हारे कद्र दान जितना जोर लगा लें। यह ऊंची पहुंच वालों का खेल है प्यारे ! तुम्हारे,हमारे जैसे अपनी सादगी में... Hindi · मुक्तक 449 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Aug 2021 · 1 min read कानून कहां है ? नेताओं के भाषण में, सरकार के आश्वासनों में , अदालतों की पेंडिंग फाइलों में , वकीलों की मात्र दलीलों में, पीड़ितों / पीड़िताओं की सिसकियों में , अमीरों की तिहोरियों... Hindi · मुक्तक 1 4 498 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Feb 2022 · 1 min read मधुर संगीत के बिना क्या जीना !! संगीत के दिग्गजों को खोकर , दिल को हो रहा है बड़ा गम । मधुर आत्मिक युक्त संगीत के , बिना हाय ! जीने को मजबूर है हम । Hindi · मुक्तक 1 2 456 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Dec 2017 · 1 min read तकदीर आज मेरी तकदीर रुसवा हुई है मुझसे , ना जाने क्या बात है जो खफा है मुझसे , तुम्ही बताओ दोस्तों ! अब मैं क्या करूँ ? की उसके बिना... Hindi · मुक्तक 459 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Jan 2022 · 1 min read उम्मीदें हम क्या रखें नए साल से उम्मीदें हमारे लिए हर आने वाला साल है एक जेसा . लेकर चले हाथों में जलता चिराग . जानिब -एे -मंजिल . मंजिल तो... Hindi · मुक्तक 4 7 427 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Dec 2021 · 1 min read हाय री किस्मत ! यह क्या सितम किया ?... एक कली थी नाज़ों से पाली , इन्हीं हाथों से जिसको दुलार किया। हाय री किस्मत क्या दिन दिखाया तूने, आज उन्हीं हाथों से अग्नि संस्कार किया । Hindi · मुक्तक 459 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Dec 2021 · 1 min read अब भी ... दिल में तेरी यादों का चिराग कर रहा है अब भी । मुहोबत तन्हाइयों में तेरा नाम पुकारती है अब भी । ज़माना गुजर गया तुम्हें हमसे जुदा हुए फिर... Hindi · मुक्तक 429 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2021 · 1 min read संस्कार विहीन संतान जननी जन रही दुष्ट जन , ना भक्तजन ,ना दानी न शूर । रहे वो अपनी मस्ती में गुम , संतान हो रही संस्कारों से दूर । Hindi · मुक्तक 2 460 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Dec 2021 · 1 min read किसी के दिल को मत दिखाओ .. चाहे कितना भी कर लो तुम , पूजा पाठ ,व्रत या तीर्थ यात्रा। किसी के दिल को दिखाया तो , करनी ही पड़ेगी नर्क की यात्रा Hindi · मुक्तक 1 2 413 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Dec 2021 · 1 min read भगवान से डर मालूम नही आज कल लोग , भगवान से क्यों नहीं डरते है। खुद के गुनाह छुपा रखे पर्दो में , और दूसरों को कहते है , भगवान तुमको देख रहे... Hindi · मुक्तक 435 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Nov 2021 · 1 min read विषैली संगत कपटी ,दंभी और अहंकारी की संगत , उतनी ही विषैला और दुष्कर होती है । जैसे एक निरीह प्राणी के प्राणों की स्थिति, जहरीले नागों के बीच बहुत भयंकर होती... Hindi · मुक्तक 1 402 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read बदमिजाज प्रधान मंत्री का अधिकार ले बैठी , क्या यह बंगाल की मुख्यमंत्री उनसे बड़ी हो गई ! दिया इसने अपनी बदमिजाजी का परिचय, ममता अपने जमीर से इतना नीचे गिर... Hindi · मुक्तक 4 398 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Oct 2021 · 1 min read मुंह में राम बगल में छुरी मुंह में राम .बगल में छूरी . ऐसी आराधना कभी होती नही पूरी . जितना भी तुम प्रयत्न कर लो . किसी के दिल को दुखाया तो. रहेगी प्रभु से... Hindi · मुक्तक 521 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Sep 2021 · 1 min read वृद्धाश्रम और श्राद्ध आज कर रही है संतान , अपने माता पिता का श्राद्ध , बड़ी धूम धाम से । कल जो छोड़ आई थी दुत्कार कर , बेसहारा वृद्धाश्रम में, बेदखल कर... Hindi · मुक्तक 2 442 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Dec 2021 · 1 min read ओमोक्रॉम आ गया ... फिर से आई करोना की नई लहर , लेकर ओमोक्रोम नाम का तूफान। सजग हो जाओ ,जाग जाओ अब , करोना के नियमों का पालन कर , बचा लो अपनी... Hindi · मुक्तक 389 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jan 2022 · 1 min read चोर कौन ? चोर कहते हो तुम जिन्हें, कौन सा खजाना उनके घर दबा पड़ा है। तुम पहले अपना गिरेबान तो देखो , ,तुमने तो पहले ही देश को लूट रखा है । Hindi · मुक्तक 417 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Nov 2021 · 1 min read दम तोड़ते अरमान अरमान तब दम तोड देते है इंसान के , जब कोई उन्हें संजीवनी देने वाला कोई नहीं होता। बातें तो लोग बहुत करते है बड़ी बड़ी , मगर बढ़कर सहायता... Hindi · मुक्तक 1 2 410 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Nov 2021 · 1 min read अपशब्द की सौगात अपशब्द कहने वाला समझता है , मैने सामने वाले को अपमानित किया । मगर वो यह नहीं जानता वो अपशब्द की, सौगात तो उसके पास ही रह गई , क्योंकि... Hindi · मुक्तक 2 2 406 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Dec 2021 · 1 min read जहां प्रेम वही ईश्वर का बसेरा.. जिस दिल में प्रेम और करुणा नहीं। किसी के लिए दया धर्म भी नहीं । यकीन कर लो तुम इस बात पर , उस दिल में खुदा भी रहता नही... Hindi · मुक्तक 377 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Dec 2021 · 1 min read श्रद्धा सुमन श्रद्धा सुमन अंजलि में भरकर , अर्पण करूं मैं एक वीर की वीरता पर । मन ही मन वंदन करूं , उसकी आत्मा का नतमस्तक होकर । Hindi · मुक्तक 1 366 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Oct 2021 · 1 min read शिक्षा की दुकान शिक्षा संस्थान नहीं शिक्षा के मंदिर , आजकल यह है सब शिक्षा की दुकानें । अपनी अपनी पैठ जमाने को , यह तैयार रहते शिक्षा की बोली लगाने । Hindi · मुक्तक 370 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Dec 2021 · 1 min read मृत्यु को न्योता जाने क्यों जनता समझ नहीं रही है , अपने पांव पर खुद कुल्हाड़ी मार रही है , करोना के नियमों का पालन न करके , अपने लिए मृत्यु को न्योता... Hindi · मुक्तक 375 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Jan 2022 · 1 min read सिंहासन और सत्ता सिंहासन और सत्ता की लालसा ने , युगों योगों से लोगों को भरमाया। पुराणों में इंद्र को इंद्रलोक हेतु , और कलयुग में राजाओं और अब नेताओं को संघर्ष करवाया... Hindi · मुक्तक 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Nov 2021 · 1 min read संविधान यह संविधान हमारे देश की , एकता और अखंडता का परिचय है । इसका पालन करना देश के , हर नागरिक का परम कर्तव्य है । Hindi · मुक्तक 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Dec 2021 · 1 min read खुदगर्ज नेता अमोक्रोम का दानव सर पर है खड़ा , मगर नेता लोग फिर भी चुनाव लडेंगे । हद हो गई इनके लालच की भी , भई ! सत्ता के लिए यह... Hindi · मुक्तक 407 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Aug 2021 · 1 min read तू घर पर काम ही क्या करती है ? सुबह होती है ,शाम होती है , उसकी जिंदगी यूं ही तमाम होती है । सुबह से रात तक घर का मेनु , सोचने में ही बुद्धि जाम होती है... Hindi · मुक्तक 2 413 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Dec 2021 · 1 min read परिचय अपने को श्रेष्ठ साबित करने के फेर में , खुद जनता की नजरों से गिर जाते है । कभी हीरा नहीं देता है अपना परिचय , इस बात को क्यो... Hindi · मुक्तक 3 6 382 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read मूर्खता की हद यह विपक्षी दल बेवजह विरोध करते है । यूं लगता है अपना मानसिक संतुलन खो बैठे है। तभी तो स्कूल / कॉलेज में यूनिफॉर्म नहीं, मूर्ख !बिकनी पहनने की सलाह... Hindi · मुक्तक 2 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Dec 2021 · 1 min read बच्चे कलेजे के टुकड़े होते है... बच्चे किसी भी देश को चाहे , मौत के मुंह में जाते अच्छे नहीं लगते। यह कलेजे के टुकड़े हैं माता पिता के , कफन में लिपटे हुए अच्छे नहीं... Hindi · मुक्तक 1 402 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read मुक्ति की आस चाहे जितना पूजा -पाठ करो , तीरथ करो या व्रत -उपवास . साधू -महात्माओं की सेवा की , मन में रख मुक्ति की आस . मगर किसी का दिल दुखाया... Hindi · मुक्तक 1 2 340 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Dec 2021 · 1 min read आत्मरक्षा अवश्यंभवी है ... जमाना अब यह आ गया , घर से चलो खोल के आंखें अपने विवेक को जागृत करें और आत्मरक्षा हेतु कराटे सीखें । Hindi · मुक्तक 1 346 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Aug 2021 · 1 min read नींव नींव है मौन भवन जिसके दम पर खड़ा , भावन बड़ा इतराता है ,वो अपने दम पर खड़ा । Hindi · मुक्तक 2 373 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Nov 2021 · 1 min read बगावत रबर को कितना खींच सकते हो तुम ? वो तो आखिर में टूट ही जायेगी । एक इंसान से कितना काम लोगे तुम? उसकी हिम्मत भी जवाब दे जायेगी ।... Hindi · मुक्तक 354 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Nov 2021 · 1 min read किसी की मक्कारी से घायल एक इंसान .. कुछ लोग घायल होते है खंजर और तीर से , हमें तो किसी की मक्कारियों ने घायल किया । खंजर से मिले जख्मों की तो दवा हो सकती है ,... Hindi · मुक्तक 1 2 388 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Nov 2021 · 1 min read असहिष्णु कौन ? बर्दाश्त करते हैं माता पिता , अपने बच्चों की गुस्ताखियां जिस तरह । भारत भी सहता रहा है अपनी जनता की , नाफरमानियाँ उसी तरह । फिर भी असहिष्णु कहलाए... Hindi · मुक्तक 1 1 333 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Dec 2021 · 1 min read सबसे बड़ा खिलाड़ी कौन ? समझता है खुद को इंसान बहुत समझदार , मगर सच मानो सबसे बड़ा अनाड़ी है। उलझना चाहता है उसके कायदे कानून से, उसे नहीं मालूम खुदा उससे भी बड़ा खिलाड़ी... Hindi · मुक्तक 366 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Aug 2021 · 1 min read नेकी कर दरिया में डाल तु किसी का भला करे जाओ , मगर कोई पूछे ना तेरा हाल । उस ना शुक्रे को तू बदल नहीं सकता , इसीलिए नेकी कर और दरिया में डाल... Hindi · मुक्तक 334 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Nov 2021 · 1 min read प्रभु महिमा सम्पूर्ण धरती को कागज कर दूं, और लेकर सात समुंदर की स्याही । बड़े बड़े वृक्षों की कलम बना दूं , परंतु फिर भी प्रभु की महिमा जाय न लिखी... Hindi · मुक्तक 1 2 360 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Sep 2021 · 1 min read समय और जीवन समय , हाथों से फिसलती रेत , नदियों का अविरल बहता पानी । सैदेव गतिशील , मानव जीवन की तरह । दोनो ही अनियंत्रित , अनिश्चित । काल की भांति... Hindi · मुक्तक 4 3 377 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Feb 2022 · 1 min read फूल पौधों से प्यार देखकर दुनिया की असलियत , उससे दिल बेजार हो गया । इसीलिए मेरे अजीज दोस्तों ! हमें फूल पौधों से प्यार हो गया । Hindi · मुक्तक 2 3 334 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jan 2022 · 1 min read रफ़ी है देश की एकता का दूसरा नाम .. जो लोग यह समझते है , के मोहम्मद रफी है सिर्फ, एक शख्स का नाम । वो यह भूल करते है । मोहम्मद रफी है हमारे देश की , गंगा... Hindi · मुक्तक 392 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Dec 2021 · 1 min read शक्ति यही सत्य है ऐ नारी ! तुझे अब मानना होगा , होती है जग में सदा , शक्ति की पूजा तो , तुझे शक्ति बनना होगा। Hindi · मुक्तक 1 2 334 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Aug 2021 · 1 min read स्वार्थ की पराकाष्ठा स्वार्थ वो जहरीला नाग है , जो अपनों को ही डस लेता है । तभी तो अपनी लाड़ली बहन देवकी को , जो जान से भी जायदा चाहता है ।... Hindi · मुक्तक 1 407 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Nov 2021 · 1 min read नसीब कितनी कश्तियां हैं जो साहिल तक पहुंच पाती है ? कितने कदम हैं जो मंजिल तक पहुंच पाते है ? कितनी जिंदगियां अपने मकसद तक पहुंच पाती है? यह सब... Hindi · मुक्तक 2 4 363 Share Page 1 Next