Neeraj Chauhan Language: Hindi 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Neeraj Chauhan 25 Nov 2016 · 1 min read बिना मेरे अधूरी तुम.. मेरा हर सुर अधूरा हैं, अधूरी गीत की हर धुन, स्वप्न वो तुम नहीं जिसमे, कभी सकता नहीं मैं बुन कोई रिश्ता नहीं तुमसे, मगर अहसास ऐसा हैं; बिना मेरे... Hindi · मुक्तक 1 481 Share Neeraj Chauhan 25 Nov 2016 · 1 min read हूँ रक्त मैं, तो भी विरक्त! हूँ रक्त मैं, तो भी विरक्त! आखिर किस अकथ और अतृषित इच्छा के वशीभूत होकर मैंने ये कहा, मायने नही रखता, बल्कि यह तो तुम्हारा पहले मुझे आगोश में समेटकर... Hindi · कविता 747 Share Neeraj Chauhan 22 Nov 2016 · 1 min read तुम्हारे जन्मदिन पर विशेष ! कभी कम ना हो सांसों की गिनतियाँ कभी कम ना हो जीवन के दिन कम, कभी कम ना हो महकती सी ये हंसी कभी कम ना हो गीतों में सरगम।... Hindi · कविता 7k Share Neeraj Chauhan 21 Nov 2016 · 1 min read तेरा यूँ रूठ कर जाना .. छतरपुर के झरोखों से, किसी की राह को तकना तेरे आने की चाहत में, सजीली आँख का थकना नहीं भूला हूँ मैं अब तक, वो जीया साथ का हर पल... Hindi · कविता 655 Share Neeraj Chauhan 21 Nov 2016 · 1 min read तेरी यादों से कभी ना जाऊंगा मैं .. माना की वो किस्से पुराने हुए, दूर तुझसे मिलने के बहाने हुए तो भी पलकों पे तुझको सजाऊंगा मैं, तेरी यादों से कभी ना ... मध्यम हुए मेरे सुर, धीमे... Hindi · गीत 1 491 Share Neeraj Chauhan 18 Nov 2016 · 1 min read कपकपाते हैं हाथ मेरे.. कपकपाते हैं हाथ मेरे, जब लिखता हूँ तुम्हारे बारे में याद आते हैं वो जख़्म गहरे, जब लिखता हूँ तुम्हारे बारे में सूखने लगती हैं मेरी कलम की स्याही, जब... Hindi · कविता 404 Share Neeraj Chauhan 17 Nov 2016 · 1 min read मैं बस एकबार.. मैं बस एकबार मिलना चाहता हूँ तुमसे , ओ मेरे दिलदार.. भुलाकर शिकवे सारे, भुलाकर दुनिया का दाह लिपटकर गले से तुम्हारे रोना चाहता हूँ मैं बार बार, मैं बस... Hindi · कविता 636 Share Neeraj Chauhan 16 Nov 2016 · 1 min read कागज़ के टुकड़े बड़े लोग, अब नही घुसते हैं मेरी गलियों में बैठते नही है, ना ही बतियाते है, एक मौन सा साध लेते है ऐसे लोग जब मिलता हूँ, क्योंकि भरोसा दिया... Hindi · कविता 1 575 Share Neeraj Chauhan 14 Nov 2016 · 1 min read चक्रव्यूह और मैं ! अब भी कुछ बिगड़ा नहीं हैं, इतना समय गुज़रा नहीं हैं पता नहीं की हार होगी, या फिर होगी विजय; अब समक्ष दिखता यही बस; चक्रव्यूह और मैं ! मारा... Hindi · कविता 434 Share Neeraj Chauhan 5 Nov 2016 · 1 min read कृष्ण मैं भी नहीं, राधा तुम भी नहीं.. कृष्ण मैं भी नहीं, राधा तुम भी नहीं, प्रेम फिर भी इबादत से, कम भी नहीं हाथ मेरा पकड़कर, जो तू थाम ले, फिर ज़माने से भी मुझको, कुछ गम... Hindi · मुक्तक 1 587 Share Neeraj Chauhan 28 Jul 2016 · 1 min read अब मैं पुराने गांव को तरसता हूँ ... कटा जो पेड़ मेरे आँगन से उसकी छाँव को तरसता हूँ, अब मैं पुराने गांव को तरसता हूँ ... एक बाहुबली पहाड़, जो गाँव का रक्षक हैं फिर क्यों गाँव... Hindi · कविता 5 561 Share Neeraj Chauhan 22 Jul 2016 · 1 min read वक़्त की ताकत ! वक़्त ही सबको हँसाता, वक़्त ही सबको रुलाता वक़्त ही कुछ घाव देकर, वक़्त ही मरहम लगाता, वक़्त ने छीन ली है, खुद्दारों से उनकी खुद्दारी वक़्त ने ही छीन... Hindi · कविता 2 669 Share Neeraj Chauhan 22 Jul 2016 · 1 min read किसान का दर्द बदल गया है फ़ैशन सारा; बदल गया दुनिया का हाल, बदला नहीं किसान देश का; अब भी "बेचारा बदहाल" ... व्यवस्था का जुल्मों-सितम; क़ुदरत का क़हर पी रहा, देखों मेरा... Hindi · कविता 2 7k Share Neeraj Chauhan 21 Jul 2016 · 1 min read तुमसे मिलु मैं कुछ इस तरह... तुमसे मिलु मैं कुछ इस तरह, की कोई मुझे आवाज़ ना दे, घुल जाउ तुममे इस कदर, की धड़कने मेरा साथ ना दे कह जाउ तुमसे इस तरह, की कोई... Hindi · मुक्तक 3 468 Share Neeraj Chauhan 21 Jul 2016 · 1 min read ये जीवन भी क्या हैं? ये जीवन भी क्या हैं, कभी उत्थान तो कभी पतन, कभी गूँज भरी किलकारियाँ, कभी मौत का निमंत्रण कही लुटता हुआ धन हैं, कही घुटता हुआ मन, कही हंसने पर... Hindi · मुक्तक 5 365 Share Previous Page 2