Ranjana Mathur Language: Hindi 458 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ranjana Mathur 11 Sep 2020 · 1 min read जय श्री राम जय श्री राम भारत भूमि है सदा राम मय, राम है भारत का पर्याय। ब्रह्मांड के सृजक राम ही, आद्योपांत जन जन में समाय।। असंतोष में संतुष्टि हैं राम, सर्वज्ञ... Hindi · कविता 2 413 Share Ranjana Mathur 28 Jun 2020 · 1 min read प्यारी बेटियाँ स्वर्ग से उतरी परी हैं बेटियाँ पुष्पों की पंखुरी है बेटियाँ। जहाँ नहीं बिटिया का वास वहाँ न खुशियों का आवास। पावन दुर्गा माँ हैं बेटियाँ हर परिवार की जां... Hindi · कविता 4 329 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 1 min read हे अब्धि! तुम कुपित न होना।" हे अर्णव ! सरिता के प्रियतम तटिनी के बहाव के विराम हो तुम। नीर संग स्वीकारते हो तुम नदियों के सकल खुशियाँ और गम। हे समुद्र! कहलाते नीरनिधि और इसीलिए... Hindi · कविता 2 261 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 1 min read याद आया वह गुज़रा ज़माना आज फिर वही काली घटा आई क्यूँ फिर यादों की बदली छाई चाय तो महज़ बहाना होता था माँ से अपनी मनवाना होता था। रिमझिम बरखा कच्ची ख्वाहिशें माँ से... Hindi · कविता 1 270 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 1 min read अनुभव अनुभव का पिटारा है मस्तिष्क के भंडारगृह का वह कोना जो भरा है खचाखच उन बेशकीमती यादगार लम्हों से जो समय की रेत पर फिसल-फिसल कर रगड़ खा-खाकर आज इतने... Hindi · कविता 1 533 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 1 min read प्रभु को समर्पित -कुछ दोहे। हुई भोर रवि लालिमा जागो जग आधार। कान्हा की सुन बांसुरी विहगवृंद चहकार।। दर्शन तृष्णा मन लिए भक्त खड़े तव द्वार। अभिलाषा पूरी करो सारे पाप उबार।। प्रथम पुष्प अर्पित... Hindi · दोहा 1 2 480 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 2 min read प्यारा भारत देश मेरा युगों-युगों से जगत् गुरु है भारत का सुन्दर परिवेश। आदिकाल से विजय दुंदुभि बजा रहा है भारत देश।। गणित और विज्ञान का उद्भव भारत है यह स्मरण कराएं। प्यारे भारत... Hindi · कविता 1 2 680 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 1 min read प्रभु आशीष कोई ऐसी रात नहीं है जिसका हुआ न हो सवेरा दुख जाएगा सुख आएगा चाहे दुख तेरा हो या मेरा रोने से दुख कम होता हो तो अश्रु बहा ले... Hindi · कविता 1 1 642 Share Ranjana Mathur 16 Jun 2020 · 2 min read कोप प्रकृति का सबेरे से मौसम ठीक ही ठाक था। ये दुपहरी को सूरज देवता को क्या ग्रहण लगा कि अंधियारा - सा हो उठा। झोंपडी से बाहर झांका तो भैरू काका के... Hindi · लघु कथा 2 312 Share Ranjana Mathur 9 Jun 2020 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकु न प्रदूषण स्वच्छ पर्यावरण कर लें प्रण धरा संतप्त पर्यावरण त्रस्त है अस्त व्यस्त भूमि क्षरण नष्ट पर्यावरण सुख हरण यही अपेक्षा पर्यावरण रक्षा सृष्टि सुरक्षा त्रस्त वसुधा पर्यावरण सुधा... Hindi · हाइकु 4 358 Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल कोरोना भागेगा ख़ुद कुछ दिन के अफ़साने हैं। ग़म का है क्यूँ ग़म यारा ग़म तो आने जाने हैं।। जलती तो है शम्मा फिर मरते क्यूँ परवाने हैं।। लफ़्ज़ों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 262 Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 3 min read हास्य व्यंग्य - एक सेल्फी ले लो यार आज के युग में यह"खुद-खेचूँ"यानि सेल्फी भी बड़ी ही अद्भुत वस्तु है बंधु। सेल्फी "मेरा, मेरे द्वारा, मेरे लिए खींचा गया चित्र है।" पहले अपना चित्र खींचने या खिंचवाने हेतु... Hindi · लेख 1 1 1k Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 1 min read कौन फैलाता प्रदूषण कहर भले ही जीवाणु का है सागर नदियाँ ताल हो रहे स्वच्छ। घट तट तीरे सब श्वास ले रहे रेत में लोटते कछुए मगरमच्छ। पारदर्शी है सरित सलिल यूँ मानों... Hindi · कविता 1 232 Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल दुनिया में बहुत दर्द है मरहम भी चाहिए। हर कदम पे जकड़न है कुछ दम भी चाहिए।। राहें बहुत कठिन हैं मगर हौसले बड़े, मजबूत फिर हमारे अब कदम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 241 Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल-221 2121 1221 212 मजबूरियाँ हमें तड़पाती कभी-कभी। लाचारियाँ फितरत दिखाती कभी-कभी।। मिलता नहीं कहीं भी मरहम सुन ले ख़ुदा, मुफ़लिस को भूख बहुत रुलाती कभी-कभी। उजड़ा चमन तो शाख़ पे पत्ता भी था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share Ranjana Mathur 15 May 2020 · 1 min read एक बेबह्र ग़ज़ल मुफ़लिसी तो मेरे यार खुद ही एक मर्ज़ है। वो जीएं या न जीएं यहाँ पर किसे गर्ज़ है। दर्द तो है दर्द उसकी हरिक रग में रवानी करता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 283 Share Ranjana Mathur 11 May 2020 · 2 min read उपहार "हैलो मम्मी। हैप्पी मदर्स डे माँ!" "सच आपकी बहुत याद आ रही है। आज तो आपको हमारे साथ होना था आपको उपहार भी तो देना था। है न राजीव।" फोन... Hindi · लघु कथा 2 1 624 Share Ranjana Mathur 11 May 2020 · 2 min read ये क्या हुआ हुए मंदिर के पट क्यों बंद बहुत नाराज़ हैं अम्मा, कभी अस्सी बरस में न देखा ऐसा आया यह कोविद निकम्मा। लाॅक डाउन में बाऊ जी के तो रुतबे भी... Hindi · कविता 2 2 490 Share Ranjana Mathur 11 May 2020 · 1 min read कर्त्तव्य बोध है कर्तव्य पथ निर्मित विधि द्वारा चलना है जीवन पर्यन्त प्राणी को चलना है अनवरत बिन कर्त्तव्य से हुए विमुख शिशु का है अधिकार कि माता उसकी क्षुधा मिटाए कर्तव्य... Hindi · कविता 2 1 455 Share Ranjana Mathur 15 Mar 2020 · 1 min read मर्यादा पुरुषोत्तम भारत है वह देश जिसको करता सकल विश्व प्रणाम। यह वो पावन देश है जिसमें जन्मे मर्यादा पुरुषोत्तम राम। थे श्री राम मर्यादा के सागर नियमबद्ध चरित्र की मिसाल आज... Hindi · कविता 467 Share Ranjana Mathur 11 Mar 2020 · 1 min read कदम मिलाकर चलना होगा हमारे प्यारे भारत देश की अब तकदीर बदलना होगा संकटमोचक विघ्नहर्ता बन कदम मिलाकर चलना होगा। क्योंकर ये विषाक्त हवाएँ आज हुई चहुँ दिश विस्तीर्ण देश की संस्कृति और सभ्यता... Hindi · कविता 1 275 Share Ranjana Mathur 11 Mar 2020 · 1 min read आगाज़ होली का होली का आगाज़ चलो न चलते हैं रंगों ने दी आवाज़ चलो न चलते हैं बैर शत्रुता भेदभाव सबको दें भुला हर चेहरे पर प्रेम का रंग हम मलते हैं।।... Hindi · कविता 1 1 259 Share Ranjana Mathur 11 Mar 2020 · 1 min read होली की मस्ती सब रंगों के मेल से जैसे सज उठती रंगोली। वैसे ही सतरंगी- सी होती है प्यारी होली।। सब मिल जाते भुला कर निज जाति धर्म और बोली। भारत में होली... Hindi · कविता 282 Share Ranjana Mathur 6 Mar 2020 · 1 min read सफ़र ये सफ़र ही तो हो जन्म से मृत्यु तक अबाध अनोखा सफ़र पल की भी न किसी को खबर कि होगा क्या बाद पल भर यहाँ खबर नहीं पल की... Hindi · कविता 1 1 306 Share Ranjana Mathur 6 Mar 2020 · 1 min read प्रहलाद रूपी सत्य है होली नन्ही-सी नवल-धवल नूतन अँखिंयों में कौंध रहे थे अनबूझे से प्रश्न कई नन्हा बोल उठा सुन मैया ! क्या होती है होली ? माँ ने कहा रंगों का मेला जिसमें... Hindi · कविता 489 Share Ranjana Mathur 6 Mar 2020 · 1 min read पावन त्योहार रंग उड़ाती होली आई रस बरसाती होली आई। चलो खूब रंगों से खेलें झूमती गाती होली आई। मस्ती में है सबका हाल टेसू फूले हैं डाल डाल। हर प्रसून पर... Hindi · कविता 286 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 4 min read जल शक्ति अभियान आज समूचे विश्व सहित भारत में जल संकट के विकराल दौर से गुज़र रहा है। जल संकट से जन मानस त्राहि-त्राहि कर रहा है। वर्तमान समय की इस महाविकट समस्या... Hindi · लेख 1 1 259 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read मिलन मीत मिलन की महती महिमा मिलो मोहब्बत से मन मीत संग मालिक की माया मोहे मोरा मन मन मचले मोहन से मिलन को मिलन में है मिली मिठास मधुमय मुग्ध... Hindi · कविता 1 262 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read आलिंगन छायी देखो बसंत की मस्ती चली मदिर वासंती बयार। विटप संग लिपटी है वल्लरि आलिंगन संग निखरा प्यार। इन्हें बांहों का झूला कह दें या नाम दें स्नेह अकिंचन। जब... Hindi · कविता 1 278 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read "मतलबी " बिना स्वार्थ न पूछे कोई बिन काम के कोई न यार मतलब का हर इंसा बन्धु मतलबी है सारा संसार। आज समय वो है जग में। मतलब की साथी संतान... Hindi · कविता 2 296 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read शिकायत तो नहीं कोई हमें तुमसे शिकायत तो नहीं कोई कि तुमने की शरारत तो नहीं कोई। हमें तुम मान सकते हो अजीज़ों में कि हम करते अदावत तो नहीं कोई। जलाओ आंधियों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 567 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 2 min read जीवित हैं संस्कार अभी "चलो कुछ खा पी लें" पापा बिट्टू से बोले। बिट्टू माँ-पापा के साथ रेस्टोरेंट में बैठा था। मैन्यू कार्ड बिट्टू के हाथ में था। उसने मसाला डोसा या पनीर डोसा... Hindi · लघु कथा 1 1 593 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 2 min read अनजान सफर "जा री चंदू ड़ी। सब्ज़ी मंडी में से साग बीन कर ला। हाथ पैरों में जंग लगा है क्या चल उठ।" छगनी ने चंदा को दुत्कारा। आज कोई नयी बात... Hindi · लघु कथा 1 1 409 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read सपने में विरह के उठते धुंए में शनैः शनैः, तुम्हारे चेहरे का धुंधलाना। स्मरण कर-करके तुम्हारा, साँसों का मेरी रुक-रुक जाना। दिवास्वप्नों के सतरंगी झूलों में, अब और न मुझे झुलाना। सचमुच... Hindi · कविता 1 1 265 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read करना होगा विश्वास कई अजूबे इस दुनिया में तुम मानो या न मानो हर शह परखी नहीं है जाती इशारों में ही पहचानो। घड़ी की सुई है समय को चलाती कभी समय को... Hindi · कविता 333 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 2 min read सच्चा सपूत तैयारियाँ जोर शोर से चल रही थीं। हों भी क्यूँ न। 15 दिनों बाद रमन का विवाह जो था। मिसेज़ माया चौधरी अपने स्व.पति लेफ्टिनेंट राम चौधरी के अरमान पूरे... Hindi · लघु कथा 1 471 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read क्या परिभाषा प्रेम की प्रेम! पर टिकी है सृष्टि तनिक इस जग पर डालो तो दृष्टि। उर्वी! ने निज उर पर धारे सरित सुमेर और सिन्धु सारे वसुधा है करती इनसे प्यार तभी उठाया... Hindi · कविता 288 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read रंग रंगीला फागुन रंग रंगीला फागुन बहारें ले कर आ गया। संतरगी रंगों की फुहारें ले कर आ गया। न करना बरजोरी सुन ओ सांवरे कन्हैया कहीं मुड़ न जाए प्यारी राधे की... Hindi · कविता 1 423 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read दुविधा बता गये हैं संत महात्मा असमंजस का क्या अंजाम। दुविधा में दोनों ही जाते माया मिलती और न राम।। यदि चाहते हैं हम कि सदा पक्ष में हो हर परिस्थिति।... Hindi · कविता 489 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read क्या लिखूँ उखड़ा है मन लेखनी का मन में उठ रहा है बवाल आखिर लिखूँ तो क्या लिखूँ दिल में आते हैं कई खयाल क्या लिखूँ? प्रताड़ित होती नारी पर छिड़ा नारी... Hindi · कविता 2 1 279 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read गुनगुनाना छोड़ दें ये घटाएँ अब्र से बूँदें गिराना छोड़ दें आंसुओं से भी कहो आँखों में आना छोड़ दें। ख़ाक में मिलकर हो हासिल गर मुहब्बत आपकी बारहा सांसों का आना और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 244 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read खिलता हुआ इक गुलाब तू फ़लक का शबाब लगता है। तेरा चेहरा इक किताब लगता है। तिश्नगी है तुझी को पाने की इफ़्फ़त ए आफ़ताब लगता है। चाहता हूँ करूं परस्तिश तेरी क़ल्ब तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 533 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मैं नदिया हूँ मैं हिम शिखर की तनया अब्धि की हूँ मैं प्रियतमा । डगर डगर है नीर प्रवाहित कहीं न ठहरा और न थमा । मैं तरंगिणी उज्जवल निर्मल कल-कल सदा... Hindi · कविता 1 239 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read विद्या जीवन का हर क्षण देता है हमें सदा शिक्षा और ज्ञान। विद्या धन वृद्धि ही पाता यदि करते हम इसका दान।। बालक की शिक्षा व पढ़ाई उसको प्रदान करती विद्या।।... Hindi · कविता 234 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read नारी हृदय ममता से आप्लावित स्नेह में सृष्टि मुझसे हारी। नेह लुटाती प्यार बहाती जीव पर मेरी दया बलिहारी। सृष्टि टिकी है जिसके बल पर मैं वह परमात्मा की कृति प्यारी... Hindi · कविता 254 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read गंगा पर हाइकु मोक्षदायिनी सतत प्रवाहिणी तू मंदाकिनी ओ त्रिपथगा कल कल निनाद शुचि अंबुद हे देवनदी प्रतीक आस्था की देती संत्राण अलकनंदा जीवन प्रदायिका पूज्या मातु ओ भगीरथी है पतित पावनी फल... Hindi · हाइकु 376 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल जहां से बदी को हटाना पड़ेगा। कि घर नेकियों का बसाना पड़ेगा। कभी तो मुकद्दर को रोशन करेगा कि सूरज इधर भी बुलाना पड़ेगा। चमन में खिलेंगे कभी गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 271 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मन लुभाता हूँ महीना आ गया सावन का मैं खुशियाँ मनाता हूँ। कि त्योहारों के मौसम में मगन मन गुनगुनाता हूँ। पड़े हैं बाग में झूले बरसती झूम कर बरखा प्रिया के साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 429 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read तेरे बिन रूह भी चाहती न दूरी है आपके बिन ये जां अधूरी है इब्तिदा दिन की होती तुझसे ही सांस भी तेरे बिन न पूरी है तिश्नगी इश्क की न मिट... Hindi · कविता 393 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read इस गुमां से दिल महकता है मेरी नई ग़ज़ल कमल का फूल तो हरदम ही कीचड़ में निखरता है। खरा सोना वही जो आग में तप कर निकलता है। कि दुनिया आब-ओ-गिल ये खबर बंदे को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share Previous Page 2 Next